जम्मू स्थित सुंजवां आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। सूत्रों के हवाले से खबर है कि जल्द ही पुलिस की तरफ से अब तक की गई जांच की केस डिटेल एनआईए को सौंप दी जाएगी। आतंकी हमले में गिरफ्तार ट्रक चालक बिलाल अहमद बांगे जैश-ए-मोहम्मद का एक बड़ा मददगार है। वह जैश के लिए न सिर्फ पाकिस्तान से आने वाले आतंकियों को कश्मीर पहुंचाता था, बल्कि कश्मीर के युवाओं को आतंकी भी बनाता था। वह अनंतनाग के कोकरनाग में एक मदरसे में पढ़ाता था। यहां उसने अपने दो छात्रों को भड़काकर जैश के लिए तैयार किया। हालांकि यह दोनों आतंकी मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। खबरों के अनुसार ट्रक चालक बनने से पहले बिलाल मदरसे में पढ़ाता था। यहां इसने फयाज बांजू और अल्ताफ नाम के छात्र को आतंकी संगठन जैश से जोड़ा। फयाज पुलवामा के त्राल का रहने वाला था, जबकि अल्ताफ कोकरनाग का रहने वाला था। इसके अलावा बिलाल अहमद पुलवामा जिले के पुतरीगाम की मस्जिद में भी जाता था और भड़काऊ भाषण देता था, ताकि युवाओं को आतंकवाद की तरफ धकेला जा सके।
देशविरोधी गतिविधियों में रहा है शामिल
खबरों के अनुसार बिलाल अहमद पहले भी देशविरोधी गतिविधियों और गैर कानूनी कार्यों में शामिल रहा है। उस पर कोकरनाग में केस दर्ज है। अभी तक सुंजवां हमले की जो जांच हुई है उसमें पुलवामा का रहने वाला आसिफ शेख सरगना के तौर पर सामने आया है। लेकिन बिलाल अहमद की भूमिका अब सबसे बड़ी सामने आ रही है। जो न सिर्फ जैश के लिए आतंकियों को जम्मू से कश्मीर पहुंचाता था, बल्कि कश्मीर के युवाओं को आतंकी भी बनाता था। इसी दौरान पुलिस ने आसिफ की कॉल डिटेल निकाली है, जिससे पता चला है कि वह बठिंडी की रहने वाली एक रोहिंग्या महिला से फोन पर बात करता था। यह भी पता चला है कि वह सिर्फ महिला से ही नहीं, बल्कि कई अन्य लोग जो सुंजवां, बठिंडी में रहते हैं, उनसे बात करता था। वहीं जिस घर में आतंकी छिपे थे, वह कश्मीर का रहने वाले इकबाल का है। इकबाल पर अभी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है।
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