पंजाब पुलिस ने नवांशहर में अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) के कार्यालय पर हुए हैंड-ग्रेनेड हमले की गुत्थी को आखिरकार सुलझा लिया है। पुलिस ने साजिश रचने वाले हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा द्वारा चलाए जा रहे पाकिस्तान आधारित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है।
बता दें कि सात और आठ नवंबर, 2021 की रात अज्ञात हमलावरों ने पुलिस कर्मियों को मारने के इरादे से नवांशहर के सीआईए कार्यालय में हैंड ग्रेनेड फेंका था। इस हमले में कार्यालय में मौजूद पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे थे। पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, गिरफ्तार लोगों की पहचान नवांशहर के बैंस गांव निवासी मनीष कुमार उर्फ मणि उर्फ बाबा, जालंधर के गोराया के अट्टा गांव के रमनदीप सिंह उर्फ जखू और शहीद भगत सिंह (एसबीएस) नगर के सहलों गांव के प्रदीप सिंह उर्फ भट्टी के रूप में हुई है। बयान के अनुसार पुलिस ने आरोपियों के पास से एक हथगोला भी जब्त किया है। गहन जांच के बाद, पंजाब पुलिस ने हमले में कथित संलिप्तता को लेकर तीनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में रमनदीप ने कबूल किया कि उसने हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा के निर्देश पर मनीष के साथ नवांशहर सीआईए कार्यालय पर हथगोला फेंका था।
पंजाब के पुलिस महानिदेश के अनुसार पूछताछ के दौरान रमनदीप ने स्वीकार किया कि उसने मनीष के साथ मिलकर हरविंदर सिंह के निर्देश पर हथगोला फेंका था। रमनदीप ने लुधियाना-फिरोजपुर रोड से रिंडा के निर्देश पर दो हथगोले उठाए थे। एसबीएस नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संदीप कुमार ने कहा कि नवांशहर में हमले के लिए एक हथगोला का इस्तेमाल किया गया था और रमनदीप के खुलासे पर हमले को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया गया। इस हमले को अंजाम देने के लिए हरविंदर ने रमनदीप से 4 लाख रुपये में सौदा किया था। पंजाब, चंडीगढ़, महाराष्ट्र और हरियाणा में सक्रिय एक कुख्यात गैंगस्टर हरविंदर सिंह हिस्ट्रीशीटर है और हत्या, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, डकैती, जबरन वसूली और स्नैचिंग सहित जघन्य अपराधों में पंजाब पुलिस द्वारा वांछित है।
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