राकेश सैन
पंजाब में गौ हत्या का मामला गम्भीर होता दिख रहा है। शनिवार को टांडा उड़मुड़ में लगभग 20 गायों की हत्या के बाद जालन्धर में दो गायों की हत्या की गई। जालंधर में गोवंश के सिर मिलने से हिंदू संगठनों में रोष है। वरियाणा डंप के पास रविवार शाम को गोवंश के दो कटे सिर, कई कटे अंग और बोरियों में चमड़ी भी मिली। सूचना मिलने पर शिवसेना हिंद के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष इशांत शर्मा अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने गोवंश की हत्या का आरोप लगाया।
उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना देने के बाद भी काफी देर तक कोई नहीं पहुंचा। इशांत शर्मा ने बताया कि टांडा में गोवंश के सिर कटे हुए मिले थे, जिसके बाद कोई बड़ी साजिश रचने की आशंका थी। अब जालंधर में भी गोवंश के सिर मिलने से यह स्पष्ट हो गया है कि कोई पंजाब का माहौल खराब करने की लिए हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है। देर शाम तक हिदू संगठनों के कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। देर रात तक थाना मकसूदां की पुलिस मामले की जांच कर रही थी।
अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
थाना मकसूदां के प्रभारी कमलजीत बल ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। थाना मकसूदां की पुलिस ने इशांत शर्मा के बयानों पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भडक़ाने का मामला दर्ज कर लिया है। देर रात तक पुलिस वरियाणा डंप के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही थी, ताकि गोवंश के सिर फेंकने वालों का कोई सुराग लगाया जा सके।
पुलिस के हाथ खाली
टांडा फोकल प्वाइंट में रेलवे लाइन से पास हुई 20 गायों की हत्या के 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। इस मामले में पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है और न ही इस मामले में कोई गिरफ्तारी हुई है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह इस मामले में विभिन्न एंगलों पर जांच कर रहे हैं। इस संबंध में डीएसपी राज कुमार ने बताया कि डीजीपी के दिशानिर्देशों पर उन्हें व एसएचओ टांडा को केस की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जिस इलाके में इस घटना को अंजाम दिया गया है वह हाईवे से 300 मीटर अंदर और रेलवे लाइन के सटा हुआ है। आम तौर पर रेलवे लाइन के पास आम लोग दिन के समय भी कम ही गुजरते हैं। लगता है कि इस वारदात को आरोपितों ने रात को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह किसी बूचड़ खाने वालों का काम है या फिर किसी ने माहौल खराब करने के लिए शरारत की है।
कत्ल की गई गायों में से कुछ के कानों पर टैंगिग हुई थी जो पशु को इसलिए लगाई जाती है ताकि जिस भी इलाके में पशु हैं उनकी संख्या आदि का पता चल सके। डीएसपी ने बताया कि टैगिंग को लेकर भी जांच चल रही है ताकि पता चल सके कि गोवंश की तस्करी किस इलाके से हुई है। उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले से पर्दा उठा दिया जाएगा और आरोपित काबू कर लिए जाएंगे। अभी जांच जारी है। पशु चिकित्सक डा. दीपक कुमार ने कहा कि टैगिंग जांच के लिए चंडीगढ़ भेज दी गई है।
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