सूचना के अधिकार (आरटीआई) के अंतर्गत मांगी गई एक जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास (10 जनपथ, नई दिल्ली) का किराया सितंबर, 2020 में अंतिम बार भरा गया था। इसके बाद का किराया अभी तक नहीं दिया गया है। उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी इस आवास पर कई दशक से रह रही हैं।
अति वीआईपी क्षेत्र में स्थित यह बंगला 15,181 वर्ग मीटर में फैला है। यह बंगला प्रधानमंत्री के आवास (7, लोक कल्याण मार्ग) से भी बड़ा है। बाजार भाव से देखा जाए तो इस बंगले का किराया प्रतिमाह 20,00,000 रु. से अधिक होता है। इस हिसाब से 4,610 रु. का किराया कुछ भी नहीं है। इसके बाद भी अक्तूबर, 2020 से किराया नहीं दिया गया है। इस कारण इस बंगले का किराया 73,760 रु. बकाया है।
कांग्रेस से जुड़े 'कांग्रेस सेवा दल' के कार्यालय का किराया भी वर्षों से नहीं दिया गया है। इसका कार्यालय नई दिल्ली के 26, अकबर रोड पर है। इसका किराया अंतिम बार दिसंबर, 2012 में दिया गया है। इस बंगले का किराया प्रतिमाह 12,69,000 रु. है। इस हिसाब से बकाया राशि 16,87,77,000 रु. है।
ऐसे ही सोनिया गांधी के निजी सचिव विसेंट जॉर्ज के आवास (सी—11—109, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली) का किराया भी अगस्त, 2013 से नहीं दिया गया है। इसका किराया प्रतिमाह 5,07,911 रु. है। इस कारण अब तक सरकारी खजाने में 5,12,99,000 रु. की बड़ी राशि नहीं पहुंची है।
आरटीआई के माध्यम से यह जानकारी गुजरात के एक सामाजिक कार्यकर्ता सुजित पटेल ने मांगी थी। उन्हें केंद्र सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के संपदा निदेशालय (डीओई) ने यह जानकारी उपलब्ध कराई है।
टिप्पणियाँ