देश में हिजाब को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुस्लिम संगठन और कथित सेकुलर नेता जहां स्कूलों में हिजाब का समर्थन कर रहे हैं, वहीं इसका विरोध भी हो रहा है। जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि स्कूलों में ड्रेस कोड का पालन किया जाना चाहिए। यूनिफार्म से समानता के अधिकार का पालन होता है। नेता से लेकर बॉलीवुड के लोग तक इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस मुद्दे पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर ऑथर आनंद रंगानाथन की पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, 'अगर हिम्मत है तो अफगानिस्तान में बुर्का न पहन कर दिखाओ। आजाद रहना सीखो न की पिंजरे में कैद होना।'
असदुद्दीन ओवैसी और प्रियंका वाड्रा समेत कई नेता हिजाब के पक्ष में हैं, वहीं खान अब्दुल गफ्फार खान की पोती यासमीन निगार खान ने भी इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में एक यूनिफॉर्म कोड का पालन जरूरी है। यदि चेहरे को बुर्का या फिर हिजाब से स्कूल परिसर में ढकेंगे तो वहां पहचान का एक मुद्दा बनेगा। यासमीन निगार खान कोलकाता में रहती हैं।
कंगना की पोस्ट पर अभिनेत्री शबाना आजमी ने प्रतिक्रिया दी है। शबाना आजमी ने लिखा- 'अगर मैं गलत हूं तो मुझे सही करें। अफगानिस्तान एक धार्मिक राज्य है और जब मैंने आखिरी बार चेक किया था तो भारत एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य था?' उल्लेखनीय है कि सांसद हेमा मालिनी ने भी स्कूल में यूनिफार्म का समर्थन किया है।
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