राजस्थान की कांग्रेस सरकार में महिला सुरक्षा की आए दिन पोल खुलती रहती है। अब अलवर में मूक-बधिर नाबालिग के साथ दरिंदगी के मामले में पीड़ित पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस बलात्कार को हादसा बताने का दबाव डाल रही है और जबरन यह स्वीकार करने के लिए कह रही है कि बेटी एक दुर्घटना में घायल हो गई थी और उसके साथ बलात्कार नहीं किया गया था। ऐसे में पुलिस जांच पर असंतोष जाहिर करते पीड़ित पिता ने न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़िता के पिता ने अलवर में पत्रकारों के साथ दर्द साझा करते हुए कहा कि पुलिस हमें यह मानने के लिए मजबूर कर रही है कि यह एक दुर्घटना थी। हम डरे हुए हैं और केवल न्याय चाहते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनसे कहा कि अगर वह इसे एक दुर्घटना के रूप में स्वीकार करते हैं तो उन्हें बहुत सारे पैसे मिलेंगे। हम पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। हमें फोरेंसिक जाँच की रिपोर्ट भी नहीं दी गई है। अलवर की पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम की ओर से अभी तक इन आरोपों को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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