उत्तराखंड के तराई इलाके में एक बार फिर से खालिस्तान समर्थकों की दस्तक सुनाई दी है। पंजाब पुलिस से मिली सूचना के बाद उत्तराखंड एसटीएफ ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर पठानकोट बम धमाके के आरोपी को पनाह देने का आरोप है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक एसटीएफ ने जिन तीन लोगों को पकड़ा है उनमें शेरसिंह, अजमेर सिंह और हरप्रीत सिंह रामनगर के पास और एक शमशेर सिंह उत्तराखंड रामपुर बॉर्डर का रहने वाला है।
इन सभी ने पठानकोट ब्लास्ट के आरोपी सुखप्रीत सिंह सुक्खा को यहां पनाह दी थी। इनसे की गई पूछताछ में जानकारी मिली है इन्होंने ही अपनी कार से सुखप्रीत को हल्द्वानी बस स्टैंड तक छोड़ा था, जहां से वो बस में सवार होकर अपने अगले ठिकाने की तरफ चला गया। डीजीपी के अनुसार ऐसी जानकारी मिली है कि सुखप्रीत के लाहौर में छिपे लखवीर सिंह रोड़े से सम्बंध है जो कि खालिस्तान टाइगर फोर्स संगठन को संचालित करता है। उन्होंने बताया कि सुखप्रीत सिंह युवाओं को गुमराह कर बम ब्लास्ट करवाता है और खुद पर्दे के पीछे छुपा रहता है। डीजीपी कुमार ने बताया कि चारों से अभी और भी जानकारी मिली है, जिसे पंजाब पुलिस और गृह मंत्रालय से साझा किया जा रहा है।
उत्तराखंड के तराई इलाके में 1984 के बाद आतंकी संगठन सक्रिय रहे थे। पंजाब में आतंकवाद की समाप्ति के दौरान यहां छिपे आतंकी भी मार गिराए गए। 2001 में एनसीडी ने खालिस्तान ब्रिगेड के तीन आतंकियों को एक घर में मार गिराया था। उसके बाद अब चार युवकों की गिरफ्तारी से पुलिस भी सजग हो गयी है और एसटीएफ को आतंकियों पर नजर रखने की विशेष हिदायत दी गई है।
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