हैंगिंग ग्लेशियर टूटने से हुआ था ऋषिगंगा हादसा
Saturday, May 21, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम भारत

हैंगिंग ग्लेशियर टूटने से हुआ था ऋषिगंगा हादसा

उत्तराखंड ब्यूरो by उत्तराखंड ब्यूरो
Jan 7, 2022, 05:56 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
आपदा प्रभावित स्थल, फाइल फोटो

आपदा प्रभावित स्थल, फाइल फोटो

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
पिछले बीस सालों से हिमालय ग्लेशियरों का न्यूनतम तापमान बढ़ रहा है। ऋषिगंगा, धौलीगंगा से ऊपर हिमालय में करीब साढ़े सात सौ मीटर का हैंगिंग ग्लेशियर का भी तापमान बढ़ने से मिट्टी और उसके नीचे की बर्फ भी पिघलती गयी और अचानक ग्लेशियर का बड़ा हिस्सा लाखों टन मलबे के साथ नीचे गिरा। 

 

7 फरवरी 2021 को चमोली जिले के धौलीगंगा-ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षेत्र में हादसा हैंगिंग ग्लेशियर के टूटने की वजह से हुआ। एक रिसर्च टीम ने हादसा स्थल पर जाकर त्रासदी के कारणों का पता लगाने की कोशिश की है। जेएनयू के भूगर्भ रिसर्च टीम के प्रमुख डॉ रूपेंद्र सिंह का एक शोध पत्र प्राकृतिक आपदा की प्रमुख शोध पत्रिका जियोमैटिक्स नेचुरल हैज़र्ड एंड रिस्क के जनवरी अंक में प्रकाशित हुआ है। इसमें कहा गया है कि पिछले बीस सालों से हिमालय ग्लेशियरों का न्यूनतम तापमान बढ़ रहा है। ऋषिगंगा, धौलीगंगा से ऊपर हिमालय में करीब साढ़े सात सौ मीटर का हैंगिंग ग्लेशियर का भी तापमान बढ़ने से मिट्टी और उसके नीचे की बर्फ भी पिघलती गयी और अचानक ग्लेशियर का बड़ा हिस्सा लाखों टन मलबे के साथ नीचे गिरा। इसने एक बड़ा विस्फोट जैसा धमाका भी किया और जिस स्थान पर बर्फ मिट्टी का मलबा गिरा वो अत्यधिक ढलान वाला क्षेत्र था जोकि तबाही मचाता हुआ धौलीगंगा और ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को अपने साथ बहा ले गया।

डॉ रूपेंद्र सिंह की टीम की रिपोर्ट कहती है कि इस घटना के बारे में जानना इसलिए भी जरूरी था कि मौसम साफ था, कहीं बादल फटने की घटना नहीं हुई और न ही कोई अन्य मानवीय कारण भी सामने आया। जबकि ऐसी घटनाएं मानसून के मौसम में अधिक बारिश की वजह से होती हैं। फरवरी में बर्फ भी जमी होती है, ऐसे मौसम में ये घटना क्यों हुई ये सवाल हर विज्ञानी के मन में था।

रिपोर्ट यह भी कहती है कि त्रासदी स्थल पर हैंगिंग ग्लेशियर में पिछले आठ साल से दरार आ रही थी। पिछले बीस साल से बढ़ रहे हिमालय के न्यूनतम तापमान की वजह से अभी और भी ग्लेशियरों के टूटने की संभावनाओं से इंकार भी नहीं किया जा सकता। त्रासदी के बाद वाडिया इंस्टीट्यूट के प्रमुख भूगर्भ वैज्ञानिक डॉ कलाचंद साईं ने भी कुछ ऐसी ही रिपोर्ट उत्तराखंड शासन को दी थी। उन्होंने सैटेलाइट चित्रों और हादसे स्थल के सर्वे के आधार पर अपनी रिपोर्ट बनाई थी। गौरतलब है कि धौलीगंगा और ऋषिगंगा हादसे में दो सौ से ज्यादा लोगों की जान चली गयी थी।

ShareTweetSendShareSend
Previous News

प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक: पंजाब के डीजीपी सहित कई अधिकारी तलब

Next News

उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन की जाए तीन से चार लाख लोगों की जांच : योगी

संबंधित समाचार

‘सत्य के साथ साहसी पत्रकारिता की आवश्यकता’

‘सत्य के साथ साहसी पत्रकारिता की आवश्यकता’

गेहूं के निर्यात पर लगाया गया प्रतिबंध, खाद्य सुरक्षा को लेकर सरकार ने उठाया कदम

खाद्य सुरक्षा से समझौता नहीं

अफ्रीकी देश कांगो में मंकीपॉक्स से 58 लोगों की मौत

अफ्रीकी देश कांगो में मंकीपॉक्स से 58 लोगों की मौत

मंत्री नवाब मलिक के दाऊद इब्राहिम से संबंध के साक्ष्य मिले, कोर्ट ने कहा- कार्रवाई जारी रखें

मंत्री नवाब मलिक के दाऊद इब्राहिम से संबंध के साक्ष्य मिले, कोर्ट ने कहा- कार्रवाई जारी रखें

इकराम, समसुल, जलाल और अख्तर समेत पांच डकैत गिरफ्तार

ज्ञानवापी : शिवलिंग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला इनायत खान गिरफ्तार

शिमला में पत्रकारों का सम्मान

शिमला में पत्रकारों का सम्मान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘सत्य के साथ साहसी पत्रकारिता की आवश्यकता’

‘सत्य के साथ साहसी पत्रकारिता की आवश्यकता’

गेहूं के निर्यात पर लगाया गया प्रतिबंध, खाद्य सुरक्षा को लेकर सरकार ने उठाया कदम

खाद्य सुरक्षा से समझौता नहीं

अफ्रीकी देश कांगो में मंकीपॉक्स से 58 लोगों की मौत

अफ्रीकी देश कांगो में मंकीपॉक्स से 58 लोगों की मौत

मंत्री नवाब मलिक के दाऊद इब्राहिम से संबंध के साक्ष्य मिले, कोर्ट ने कहा- कार्रवाई जारी रखें

मंत्री नवाब मलिक के दाऊद इब्राहिम से संबंध के साक्ष्य मिले, कोर्ट ने कहा- कार्रवाई जारी रखें

इकराम, समसुल, जलाल और अख्तर समेत पांच डकैत गिरफ्तार

ज्ञानवापी : शिवलिंग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला इनायत खान गिरफ्तार

शिमला में पत्रकारों का सम्मान

शिमला में पत्रकारों का सम्मान

‘हिंदुत्व भारत का मूलदर्शन और प्राणतत्व है’

‘हिंदुत्व भारत का मूलदर्शन और प्राणतत्व है’

10 से 10 तक : दर्दनाक हादसे में 9 लोगों की मौत, 4 घायल

बलरामपुर : बारातियों से भरी बोलेरो की ट्रैक्टर ट्रॉली से टक्कर, 6 लोगों की मौत

  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • Vocal4Local
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies