रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को पंजाब के मोहाली पहुंचे, जहां उन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कैंपस में बने कल्पना चावला रिसर्च सेंटर का उद्धघाटन किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कल्पना चावला रिसर्च सेंटर से युवा पीढ़ी को मदद मिलेगी। वहीं, उन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रबंधकों की तारीफ भी की।
रक्षा मंत्री ने कहा कि इस रिसर्च सेंटर से जुड़े छात्र-छत्राएं नई बुलंदियों को छूने में कामयाब होंगे। इस विश्वविद्यालय ने हर क्षेत्र में नए आयाम हासिल किए हैं, जो कि हमारे देश के शिक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र की बढ़ती महत्ता को प्रमाणित कर रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की शिक्षा, ज्ञान-विज्ञान को विश्व स्तर तक पहुंचाने और विश्व स्तर पर शीर्ष पायदान पर लाने के लिए पब्लिक-प्राइवेट सेक्टर को मिलकर कार्य करना होगा।
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत ने अब तक USA, जापान, इजराइल, स्पेन और सिंगापुर जैसी 34 देशों के लगभग साढ़े तीन सौ सैटेलाइट स्पेस में सफलतापूर्वक भेज दिए हैं। पिछले 3 साल में ISRO ने 5,600 करोड़ रुपए अपने लॉन्च मिशन के द्वारा कमाए हैं। देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने यह भी कहा कि मंगलयान जैसे मिशन जिसके लिए लगभग हमसे 10 गुना ज़्यादा कीमत लगाने के बाद भी USA और रूस जैसे देशों को 5-6 बार प्रयास करने पड़े, भारत ने पहली बार में उसे सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया था। उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को साधु-संतों के साथ महान विद्वान और वैज्ञानिक भी दिए हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार इस अंतरिक्ष की क्षमता को समझती है और इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह क्षेत्र राष्ट्रीय विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर हमारे जीवन से गहराई से जुड़ा हुआ है।
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