पंजाब में बेदअबी की एक और घटना हुई। इस बार लुधियाना में पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सामने ही हिंदू धार्मिक ग्रंथों को फाड़कर फेंका गया। यह घटना मंगलवार की है। हिंदू संगठनों ने आक्रोश जताते हुए इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सामने मंगलवार को एक ढाबा और शिव मंदिर के पास पीपल के पेड़ के नीचे श्रीगरुड़ पुराण, श्रीमद्भगवद् गीता सहित कई हिंदू ग्रंथ जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़े मिले। शिव सेना पंजाब के नेताओं को पता चला तो वे वहां पहुंचे और पवित्र ग्रंथों को उठाया और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को फोन किया। मौके पर पहुंचे एडीसीपी अश्वनी गोतियाल और एसीपी नरेश बहल ने ग्रंथों को अपने कब्जे में लिया। अधिकारियों ने कहा कि आपराधिक मामला दर्ज कर इसकी जांच की जा रही है।
दोषियों का पता लगाने के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। इससे पहले लुधियाना में गोहत्या की घटना सामने आई थी। लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। हिंदू संगठनों ने पंचायत कर चेतावनी दी कि अगर जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
पिछले दिनों अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और कपूरथला के निजामपुर गुरुद्वारे में बेअदबी के आरोप में दो युवकों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। लेकिन कोई भी तालिबानी हत्या के खिलाफ नहीं बोल रहा है। राजनीतिक दलों के नेता केवल ‘बेअदबी’ की ही निंदा कर रहे हैं। हिंदू ग्रंथों के अपमान पर भी कहीं से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
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