एक ही दिन में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे के विरुद्ध पांच मुकदमेे दर्ज करवाने वाले देवघर के उपायुक्त (डीसी) मंजूनाथ भजंत्री दोषी पाए गए हैं। इसके बाद चुनाव आयोग ने उनके स्थानान्तरण का आदेश दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि अब चुनाव आयोग की अनुमति के बिना भजंत्री को कभी भी चुनावी कार्य नहीं दिया जाएगा। आयोग ने यह कार्रवाई सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत के आधार पर की है। हालांकि शिकायत के बाद भजंत्री ने चुनाव आयोग से माफी मांग ली थी, लेकिन आयोग ने इसे काफी नहीं माना और उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई। चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया-सत्यमेय जयते। उन्होंने यह भी लिखा है, '' मेरे विरुद्ध गलत मामला दर्ज करने के कारण चुनाव आयोग ने देवघर उपायुक्त को हटाने का निर्णय लिया है। अब वर्तमान उपायु्क्त बिना चुनाव आयोग के आदेश के दूसरे जिला के उपायुक्त भी नहीं बन पाएंगे। इसके अलावा उनके ऊपर अति विशिष्ट दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।''
उल्लेखनीय है कि 17 अप्रैल, 2021 को देवघर जिले के मधुपुर विधानसभा का उपचुनाव हुआ था। इस दाैरान भाजपा ने मंजूनाथ भजंत्री पर सत्ताधारी झामुमो के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था। इसी मामले में उपचुनाव के छह महीने बाद निशिकांत दुबे के विरुद्ध देवघर जिले के विभिन्न थानों में चुनाव अचार संहिता उल्लंघन को लेकर पांच अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज हुई। इसके विरुद्ध भाजपा चुनाव आयोग पहुंची थी। इसके बाद चुनाव आयोग ने मंजूनाथ भजंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी कर दस दिन के अंदर अपना जवाब देने को कहा था। इसके बाद भजंत्री ने 11 नवंबर को चुनाव आयोग से माफी मांग ली थी। लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी इस हरकत को ठीक नहीं माना।
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