दुर्दांत आतंकी जरनैल सिंह भिण्डरांवाला के नाम की माला जपते-जपते पंजाब के युवा किस तरह कट्टरपंथी बनते जा रहे हैं, उसका उदाहरण सामने आया है। अमृतसर पुलिस ने ‘कौम दे राखे’ नाम से आतंकी गतिविधियां चला रहे एक युवक को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह गिरफ्तारी पठानकोट में सैन्य शिविर के पास हुए बम विस्फोट की घटना के तीन दिनों के बाद की है। इससे पता चलता है कि पंजाब में आतंकवाद धीरे-धीरे सिर उठाने के प्रयास में है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आतंकी की पहचान जिला तरनतारन के गांव सोहल निवासी रणजीत सिंह राणा सोहल के रूप में हुई है। वह सैन्य ठिकानों व धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना चाहता था। उसके पास से दो हथगोले और दो पिस्तौल बरामद हुए हैं। राज्य पुलिस के साथ अन्य जांच एजेंसियां रणजीत सिंह से पूछताछ कर उसके साथियों का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। रणजीत सिंह के खिलाफ कोतवाली थाने में हेरीटेज स्ट्रीट में प्रतिमा तोडऩे के आरोप में भी पहले से मुकदमा दर्ज है।
एक सप्ताह में दूसरी घटना
बता दें कि रविवार रात को पठानकोट सैन्य शिविर के पास ग्रेनेड से हमला हुआ था। बाइक सवार दो युवकों ने इस वारदात को अंजाम दिया था। पंजाब पुलिस और राज्य की खुफिया इकाई इसकी जांच कर रही है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई सुराग नहीं मिला है। डीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि रणजीत कुछ समय पहले कट्टरपंथी संगठनों के साथ जुड़ा था। फिर वह खालिस्तान समर्थकों के संपर्क में आया और उसके संपर्क ब्रिटेन सहित अन्य देशों के आतंकी संगठनों से हुआ। इसके बाद रणजीत ने ‘कौम दे राखे’ नाम से संस्था बनाई थी और समाजसेवा के नाम पर आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाने लगा। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि ब्रिटेन के अलावा कितने देशों के आतंकियों से उसके संपर्क हैं। आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उसे धन किस माध्य म से मिल रहा था।
आतंकी हमले का अभी मिलना था आदेश
रणजीत को ग्रेनेड फेंकने के लिए आतंकी संगठनों की ओर से आने वाले दिनों में निर्देश मिलना था कि हमला कहां करना है। अमृतसर के बंडाला क्षेत्र में गिरफ्तारी के बाद उसकी बाइक से मिले दस्तावेज और फोन की भी जांच की जा रही है। अधिकारियों के अनुसार रणजीत ने स्वीकार किया है कि 15 जनवरी, 2020 को हेरिटेज स्ट्रीट पर लगी प्रतिमा तोडऩे के आरोप में जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था, उनमें वह भी शामिल था। रणजीत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सैन्य क्षेत्र खासा और कैंट की सुरक्षा बढ़ा दी है। सारे शहर में नाकाबंदी कर वाहनों की जांच की जा रही है।
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