मंडी में ही माल बेच सकेंगे किसान, पुरानी व्यवस्था लागू करने धामी कैबिनेट में प्रस्ताव पास
Thursday, May 19, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम भारत

मंडी में ही माल बेच सकेंगे किसान, पुरानी व्यवस्था लागू करने धामी कैबिनेट में प्रस्ताव पास

उत्तराखंड ब्यूरो by उत्तराखंड ब्यूरो
Nov 24, 2021, 01:00 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
प्रतीकात्मक चित्र

प्रतीकात्मक चित्र

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
नए कृषि कानून वापस होते ही पुरानी मंडी व्यवस्था लागू करने के लिए सरकार का बड़ा कदम 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंगलवार शाम को सचिवालय में उत्तराखंड कैबिनेट की अहम बैठक हुई, जहां निर्णय लिया गया कि किसान उपज केवल मंडी में ही बेच सकेंगे। इसके लिए पुरानी व्यवस्था लागू करने के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है। माना जा रहा है ऐसा प्रस्ताव यूपी व अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी लागू किया जाने वाला है।

दरअसल, 2020 में कृषि कानूनों में सुधार के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से आग्रह किया था कि वो मंडी एक्ट में संशोधन कर ये प्रावधान करें कि किसान अपनी उपज मंडी में या मंडी से बाहर कहीं भी बेच सकता है। उत्तराखंड और यूपी सरकार ने 2011 के राज्य कृषि उत्पादन मंडी (विकास-विनियमक) अधिनियम में संशोधन करके राज्य कृषि उपज पशुधन विपणन अधिनियम (प्रोत्साहन व सुविधा) 2020 लागू किया था। जिसे अब सरकार वापस ले रही है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी और कहा था कि संसद के शीतकालीन सत्र में इसकी प्रकिया पूरी कर ली जाएगी। इस घोषणा के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने पुरानी व्यवस्था को बहाल करने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर इसे मंजूरी भी दे दी है।  माना जा रहा है कि यूपी में भी ऐसा अगली कैबिनेट बैठक में निर्णय ले लिया जाएगा, ताकि किसानों के मन मे कोई दुविधा न रहे। पुरानी मंडी व्यवस्था लागू होने से मंडी परिषद फिर से 2 प्रतिशत मंडी शुल्क उपज खरीदारों से वसूल सकेगी। माना ये भी जा रहा है कि केंद्र और राज्य सरकार मंडी समितियों के जरिये किसानों की आय बढ़ाने के विकल्पों पर भी विचार कर रही है।

ShareTweetSendShareSend
Previous News

चाहे इरफान हों, इमरान हों या फिर कुरैशी, मजहबी सोच से निकल नहीं पा रहे हैं

Next News

Covid vaccine: छत्तीसगढ़ ने केंद्र से बूस्टर खुराक का अनुरोध किया, एम्स‍ निदेशक बोले- अभी इसकी जरूरत नहीं

संबंधित समाचार

”भारत जोड़ो” से पहले टूटने लगी कांग्रेस, यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विधायक घोघरा ने दिया इस्तीफा

”भारत जोड़ो” से पहले टूटने लगी कांग्रेस, यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विधायक घोघरा ने दिया इस्तीफा

ब्रह्मवैवर्त पुराण, अग्निपुराण, मत्स्यपुराण में है ज्ञानवापी कुंए का जिक्र

ब्रह्मवैवर्त पुराण, अग्निपुराण, मत्स्यपुराण में है ज्ञानवापी कुंए का जिक्र

कौन होंगे दिल्ली के अगले उपराज्यपाल !

कौन होंगे दिल्ली के अगले उपराज्यपाल !

सपा नेता रुबीना खानम की अपील, कहा- अगर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनी है, तो हिंदुओं को सौंप दें, कब्जे की जमीन पर नमाज हराम

सपा नेता रुबीना खानम की अपील, कहा- अगर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनी है, तो हिंदुओं को सौंप दें, कब्जे की जमीन पर नमाज हराम

एक बेहतर अर्थव्यवस्था के लिए हिंदू पद्धति : भाग 1

एक बेहतर अर्थव्यवस्था के लिए हिंदू पद्धति : भाग 1

तालानगरी में नए उद्योगों के लिए बनाया जा रहा है औद्योगिक आस्थान, जुलाई में होगा शुभारंभ

योगी विकास का मॉडल : अब 100 आकांक्षात्मक विकास खंडों का होगा कायाकल्प

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

”भारत जोड़ो” से पहले टूटने लगी कांग्रेस, यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विधायक घोघरा ने दिया इस्तीफा

”भारत जोड़ो” से पहले टूटने लगी कांग्रेस, यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विधायक घोघरा ने दिया इस्तीफा

ब्रह्मवैवर्त पुराण, अग्निपुराण, मत्स्यपुराण में है ज्ञानवापी कुंए का जिक्र

ब्रह्मवैवर्त पुराण, अग्निपुराण, मत्स्यपुराण में है ज्ञानवापी कुंए का जिक्र

कौन होंगे दिल्ली के अगले उपराज्यपाल !

कौन होंगे दिल्ली के अगले उपराज्यपाल !

सपा नेता रुबीना खानम की अपील, कहा- अगर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनी है, तो हिंदुओं को सौंप दें, कब्जे की जमीन पर नमाज हराम

सपा नेता रुबीना खानम की अपील, कहा- अगर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनी है, तो हिंदुओं को सौंप दें, कब्जे की जमीन पर नमाज हराम

एक बेहतर अर्थव्यवस्था के लिए हिंदू पद्धति : भाग 1

एक बेहतर अर्थव्यवस्था के लिए हिंदू पद्धति : भाग 1

तालानगरी में नए उद्योगों के लिए बनाया जा रहा है औद्योगिक आस्थान, जुलाई में होगा शुभारंभ

योगी विकास का मॉडल : अब 100 आकांक्षात्मक विकास खंडों का होगा कायाकल्प

कयामत के दिन तक भी साकार नहीं होगा गजवा-ए-हिन्द का सपना : योगी

उत्तर प्रदेश में तेजी से गिर रहा संक्रमण का ग्राफ, टीकाकरण अभियान ने पकड़ी रफ्तार

ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग पर बोले अखिलेश- भाजपा की साजिश, कुछ भी करा सकती है, एक समय अंधेरे में रखी गई थीं मूर्तियां

ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग पर बोले अखिलेश- भाजपा की साजिश, कुछ भी करा सकती है, एक समय अंधेरे में रखी गई थीं मूर्तियां

  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • Vocal4Local
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies