कांग्रेस शासन में अराजक तत्वों के हौसले बुलंद हो जाते हैं। वे कानून—व्यवस्था को न केवल ठेंगा दिखाते हैं बल्कि नियम—कायद को ताक पर रखकर उनकी धज्जियां उड़ाते हैं। इसकी बानगी एक बार फिर वहीं देखने को मिली, जहां कांग्रेस सत्ता में है। मामला राजस्थान के जयुपर का है, जहां के मुख्यमंत्री अशोक पहलोत हैं।
खबरों के अनुसार बीते रविवार को यात्रियों से भरी रोडवेज बस जयपुर कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रही थी। चाकसू के पास एक यात्री ने नमाज का समय होने की बात कहकर बस रुकवा ली। उसके कहने पर चालक ने बस रोक भी दी। इसके बाद यात्री नमाज पढ़ने लगा। करीब आधे घंटे का समय हो गया, लेकिन बस अपनी जगह ही खड़ी रही। यात्रियों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई, बावजूद इसके चालक ने बस नहीं चलाई। गुस्साए यात्रियों ने परिवहन विभाग के कंट्रोल रूम में इस बात की शिकायत की, लेकिन वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, कार्रवाई तो दूर की बात। जब उस यात्री की नमाज खत्म हुई तब जाकर कहीं बस चली। न तो बस चालक और न ही नमाज पढ़ने वाले व्यक्ति को यात्रियों की सुविधा का ख्याल रहा।
टिप्पणियाँ