सर्वोच्च न्यायालय में केंद्र ने कहा- बिना मिसाइल लांचर के पहुंचे युद्ध कैसे लड़ेंगे?
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

सर्वोच्च न्यायालय में केंद्र ने कहा- बिना मिसाइल लांचर के पहुंचे युद्ध कैसे लड़ेंगे?

by WEB DESK
Nov 12, 2021, 02:10 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
आल वेदर रोड उत्तराखंड

आल वेदर रोड उत्तराखंड

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
अदालत ने पर्यावरण संतुलन के लिए दोनों पक्ष से मांगा सुझाव 

 

उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों की सड़कों को तीस मीटर तक चौड़ा करने के विरोध में दायर याचिका में केंद्र ने कोर्ट में कहा जब सड़कों से मिसाइल लांचर ही सीमा तक नही पहुंचेंगे तो देश युद्ध कैसे लड़ेगा? सड़क चौड़ीकरण से हो रहे पर्यावरण को नुकसान को देखते हुए  कोर्ट ने 15 के बजाय का साढ़े पांच मीटर सड़क बनाये जाने की अनुमति देते हुए इसके निगरानी के लिए कमेटी बना दी थी। केन्द्र ने कोर्ट से इसमें संशोधन की मांग की है।

उत्तराखंड में सीमांत क्षेत्रों तक बारहों महीने रक्षा उपकरण और सेना की रसद पहुंचे, इसके लिए केंद्र सरकार की 900 किमी की 12000 करोड़ की सड़क योजनाएं चल रही हैं। सरकार की सड़कों को चौड़ा करने की योजना पर सिटीजन फिर ग्रीन दून संस्था ने सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की हुई है, जिसमें संस्था ने हिमालय क्षेत्र में इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान का विषय रखा है। उच्चतम न्यायालय में जस्टिस डी वॉई चंद्रचूड़, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस विक्रम नाथ की बेंच के समुख भारत सरकार के अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपालन ने और संस्था की तरफ से कोलिन गोंजाल्विस ने अपना-अपना पक्ष रहा। संस्था का कहना था कि सड़क परियोजना में 45 हज़ार पेड़ काट दिए गए और इससे रोड से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं।

अटॉर्नी जनरल का कहना था कि देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए ये सड़क चौड़ी होनी जरूरी है। उन्होंने ये भी दलील दी कि शत्रु देश ने सीमा तक पहले ही रक्षा जरूरतों का बुनियादी ढांचा खड़ा किया हुआ है। उन्होंने ये भी कहा कि सीमा तक मिसाइल लांचर ही नहीं ले जा पाए तो हम युद्ध कैसे लड़ेंगे? दो दिन की लंबी बहस के बाद कोर्ट ने केंद्र और संस्था दोनों को ये आदेश दिया कि सड़कों के निर्माण के बाद पर्यावरण संतुलन बना रहे और भूस्खलन न हो इसके लिए क्या अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जा सकते हैं। इसे कोर्ट के सम्मुख रखा जाए। फिलहाल सरकार कोर्ट द्वारा जारी पिछले आदेश का अनुपालन करें। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इससे न सिर्फ सीमांत क्षेत्र में बारहों महीने रसद पहुंच जाएगी। बल्कि, चारधाम तीर्थ स्थल तक तीर्थाटन साल भर जारी रहने की उम्मीदें हैं।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies