राकेश सैन
पंजाब के नवांशहर में हुए बम धमाके से राज्य में भय के हालात पैदा हो गए हैं। घटनास्थल पर छर्रे भी थे, जिससे साफ है कि यह सामान्य धमाका नहीं, बल्कि किसी अनहोनी को अंजाम देने का प्रयास है। फिलहाल पुलिस ने सीआईए स्टाफ के हेड कांस्टेबल जगतार सिंह की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 307, 120, 427 व विस्फोट सामग्री अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राज्य में रह-रह कर देशविरोधी ताकतों की मौजूदगी के मिल रहे संकेतों ने पुलिस विभाग के साथ-साथ आम लोगों की भी नींद उड़ा दी है।
जगतार सिंह ने बताया कि किसी ने रविवार की आधी रात को सीआईए स्टाफ के दफ्तर में कूलर के पास विस्फोटक सामग्री फेंकी, जिससे इतना जोरदार धमाका हुआ कि न केवल कूलर उड़ा, बल्कि दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गया। कूलर में छर्रे भी लगे मिले हैं जिससे आशंका बलवती होती है कि यह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का प्रयास था। पुलिस अभी किसी तरह के परिणाम तक नहीं पहुंच पाई है। कुछ दिन पहले ही फिरोजपुर जिले में भारत-पाक सीमा पर टिफिन बम बरामद किया गया था। इसे एक खेत में छिपाकर रखा गया था। इससे पूर्व सितम्बर महीने में फाजिल्का जिले के जलालाबाद नगर में बम धमाका हुआ जो जांच के बाद आतंकी घटना निकली। इस मामले में तीन लोगों से पूछताछ के बाद अली गांव से बम बरामद किया गया था। बम विस्फोट मामले में लुधियाना ग्रामीण पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के द्वारा राज्य में 11 टिफिन बम गिराया गया था, जिसमें कई बमों व अन्य हथियारों को पुलिस बरामद भी कर चुकी है। तीन साल पहले जालन्धर के पुलिस स्टेशन में भी बम विस्फोट हुआ था। इसके अतिरिक्त भी आतंकियों व उनके मॉड्यूल्स का पकड़ा जाना जारी है। ये घटनाएं बताती हैं कि राज्य में ऊपर से दिखने में चाहे शांति दिखाई देती है, परन्तु समाज व देश विरोधी ताकतें भी अन्दरखाते अपना खेल जारी रखे हुए हैं। दुर्भाग्य की बात है कि राज्य में बढ़ी हुई नशा व हथियारों की तस्करी व आतंकियों की मौजूदगी के बावजूद भी राजनीतिक दल सीमा सुरक्षा बल का कार्यक्षेत्र 15 किलोमीटर से 50 किलोमीटर तक बढ़ाने का विरोध कर रहे हैं।
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