मेरठ के सोतीगंज के कुख्यात कार चोर कबाड़ बाजार पर पुलिस की सख्ती के बाद यह बाजार मुजफ्फरनगर में शिफ्ट हो गया लगता है। खबर है कि पुलिस की मिलीभगत से यहां धंधा शुरू हुआ है, जिसकी भनक लगते ही एसएसपी ने सख्ती शुरू कर दी है। शहर के गैंगस्टर कबाड़ी हाजी नईम गल्ला और उसके बेटों ने पिछले दिनों पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
पच्चास हज़ार के इनामी गैंगस्टर कबाड़ी हाजी और उसके चार बेटों पर चोरी की गाड़ियां काटकर बेचने के आरोप हैं। सोतीगंज के इस कबाड़ी पर जब पुलिस ने सख्ती कर गोदाम सील किये, तब से ये फरार था। बता दें कि गल्ला पर कई राज्यों में तीन दर्जन मुकदमें दर्ज थे। पुलिस ने कोर्ट में सरेंडर हुए हाजी और उसके बेटों से पूछताछ करनी है। इसलिए न्यायालय में रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया है, जिसमें आज सुनवाई होनी है।
जानकारी के अनुसार कबाड़ियों के धंधे को यहां के पुलिस के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों ने संरक्षण दिया, जिसकी शिकायत एसएसपी अभिषेक को जब मिली तो उन्होंने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर सचेत किया। इसके बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की और यहां के कबाड़ियों के गोदामों को सील करने की कार्रवाई शुरू की है।
एसएसपी के अनुसार मुजफ्फरनगर में हर कबाड़ी की हिस्ट्री खंगाली जा रही है। इनके मेरठ और दिल्ली के वाहन चोरों से क्या संपर्क हैं ? कौन—कौन पुलिसकर्मी इसमें लिप्त हैं, इन पर भी जांच पड़ताल की जा रही है।
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