उत्तराखंड ब्यूरो
हरिद्वार स्थित रुड़की के सोलानीपुरम में ईसाई प्रार्थना केंद्र में हुए विवाद में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने कन्वर्जन कराने के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय विहिप और भाजपा कार्यकर्ताओं पर ही एससी—एसटी एक्ट धारा लगा दी हैं।
हरिद्वार स्थित रुड़की के सोलानीपुरम में ईसाई प्रार्थना केंद्र में हुए विवाद में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने कन्वर्जन कराने के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय विहिप और भाजपा कार्यकर्ताओं पर ही एससी—एसटी एक्ट धारा लगा दी हैं।
बता दें कि रुड़की में पिछले रविवार को ईसाइयों की प्रार्थना सभा में लालच देकर वाल्मीकि समुदाय के कुछ लोगों को ईसाइयत में कन्वर्ट करने के आरोप में हिन्दू संगठनों ने वहां पहुंचकर ऐतराज जताया था। विवाद बढ़ने पर धक्का—मुक्की हुई और पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा।
बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी। इस मामले में कांग्रेस के विधायक काजी निजामुद्दीन ईसाइयों के पक्ष में खड़े हो गये तो दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा था कि रुड़की और उसके आसपास के इलाके में ईसाई मिशनरियों की गतिविधियों से लोगों में गुस्सा है। यह लोग कन्वर्जन में लिप्त हैं।
मामले में विवेचना कर रहे पुलिस क्षेत्राधिकारी विवेक कुमार ने विहिप और भाजपा कार्यकर्ताओं पर एससी एसटी एक्ट की धारा बढ़ा दी हैं। पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल का कहना है कि अभी जांच चल रही है। जो दोषी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
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