उच्च न्यायालय के आदेश के बाद देर रात को मोहाली अदालत से बाहर आते पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी।
पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी की गिरफ्तारी पर राज्य सरकार को झटका लगा है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सैनी की याचिका पर गुरुवार देर रात को सुनवाई के बाद उन्हें रिहा करने का आदेश दिया। साथ ही, कहा कि पूर्व डीजीपी की गिरफ्तारी उच्च न्यायालय के आदेशों की अवमानना है।
पंजाब विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति मामले में पूछताछ के लिए सुमेध सिंह सैनी को 18 अगस्त को बुलाया था। इसके बाद पुलिस ने उसी दिन रात को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सैनी की रिहाई गिरफ्तारी के लगभग 27 घंटे बाद हुई। उच्च न्यायालय ने उन्हें देर रात को ही रिहा करने का आदेश दिया। इसके बाद मोहाली अदालत में पेशी के लिए लाए गए सैनी को रिहा कर दिया गया।
क्या कहा न्यायालय ने
गुरुवार सुबह 10 बजे मामले की सुनवाई शुरू हुई जो रात 11:45 बजे तक तीन हिस्सों में चली। अपने फैसले में न्यायालय ने सैनी के खिलाफ विजिलेंस द्वारा 11 नंबर प्राथमिकी में दर्ज धाराओं को भी हटाने को कहा। यह पहला अवसर है, जब उच्च न्यायालय में किसी मामले में इतनी लंबी सुनवाई चली। रात 11:45 बजे न्यायमूर्ति ए.के त्यागी ने फैसला सुनाते हुए कहा कि सैनी की गिरफ्तारी 11 अक्तूबर, 2018, 23 सितंबर, 2020 के पूर्व के आदेशों और 12 अगस्त, 2021 को दी गई अग्रिम जमानत का उल्लंघन है। हालांकि न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में सैनी को गिरफ्तार करने के लिए जांच एजेंसी को सात दिन का अग्रिम नोटिस देना होगा। न्यायालय ने कहा कि विजिलेंस द्वारा सैनी के खिलाफ दर्ज एफआईआर संख्या 11 और 13 में लगाए गए आरोप एक समान हैं। एक ही कारण के लिए दो एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती है।
सैनी की याचिका
18 अगस्त की रात को गिरफ्तारी के बाद पूर्व डीजीपी सैनी ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी। इसमें उन्होंने अदालत से गुहार लगाई थी कि उनके मामले की सुनवाई उच्च न्यायालय में 24 नवंबर को होगी, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर इस पर जल्द सुनवाई की जाए। साथ ही, उनके परिवार ने भी उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी। बता दें कि सुमेध सिंह सैनी पर आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है। इस मामले में वे अंतरिम जमानत पर हैं। उन्हें जांच में सहयोग के लिए विजिलेंस कार्यालय बुलाया गया, जहां देर रात को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पिछले साल सेक्टर-20 की एक कोठी की खरीद में धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में दर्ज मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
टिप्पणियाँ