वायरल वीडियो में रिज़वान "अल्लाह हुम्मा लब्बैक" का नारा बुलंद करता नजर आ रहा है,जो चिंता बढ़ाने वाला है। वह एक तरह से यह संदेश देने की कोशिश कर रहा कि उसकी यह कार्रवाई इस्लामिक उसूल के मुताबिक सही है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में कट्टरवादी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के रहीम यार खान से ऐसे ही लोगों द्वारा भगवान गणेश के मंदिर पर हमले की खबर आई थी। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कारगुज़ारियों की आलोचना का सिलसिला अभी बंद भी नहीं हुआ है कि सरहद पार से ऐसी ही एक और खबर आई है। इस बार कट्टरवादियों ने महाराजा रणजीत सिंह की घोड़े पर बैठी प्रतिमा को बुरी तरह खंडित कर दिया गया.
पाकिस्तान स्थित लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा और उस घोड़े की मूर्ति, जिस पर वह सवार थे, को तोड़ने के मामले में रिज़वान नामक एक कट्टरवादी को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि प्रतिमा को तोड़ते दिखाए जाने वाला जो वीडियो इस वक्त वायरल हो रहा है, उसमें कई लोग इस शरारत पूर्ण कार्रवाई को अंजाम देते दिखाई दे रहे हैं. मगर वे अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं या यूं कहें पुलिस उन्हें पकड़ने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है.
वायरल वीडियो में रिज़वान "अल्लाह हुम्मा लब्बैक" का नारा बुलंद करता नजर आ रहा है,जो चिंता बढ़ाने वाला है। वह एक तरह से यह संदेश देने की कोशिश कर रहा कि उसकी यह कार्रवाई इस्लामिक उसूल के मुताबिक सही है।
कहने को इमरान खान पाकिस्तान में रह रहे धार्मिक अल्पसंख्यकों को हर सम्भव संरक्षण, सुरक्षा और विकास में हिस्सेदारी की बात करते हैं, पर हो इसके विपरीत रहा है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ा है। खासकर इमरान खान के प्रतिनिधित्व काल में। इस रिपोर्ट में ही बताया गया है कि पाकिस्तान में प्रत्येक वर्ष एक हज़ार के करीब अल्पसंख्यक परिवार की लड़कियों का अपहरण, कन्वर्जन और बलात्कार हो रहा है।
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