मंदिर की पताका फहराते हुए हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता
गत दिनों जयपुर में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष प्यारेलाल मीणा ने आमागढ़ की घटना को हिंदू समाज को तोड़ने का षड्यंत्र बताया। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले राजस्थान के प्रसिद्ध आमा माता मंदिर परिसर (आमागढ़ किला) में लगी धर्मध्वजा को कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की उपस्थिति में कुछ लोगों ने उतार कर फाड़ दिया था। माना जा रहा है कि इसके पीछे स्थानीय विधायक रफीक खान भी हैं।
इस घटना से पहले की कुछ घटनाओं का उल्लेख करते हुए प्यारेलाल मीणा ने बताया कि 4 जून, 2021 को मीणा समाज के शौर्य स्थल आमा माता परिसर में स्थित शिव पंचायत को समाज विरोधियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से खंडित किया गया। इस घटना को लेकर 5 जून को थाना ट्रांसपोर्ट नगर में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। प्रशासन से अनेक बार आग्रह करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
खंडित हुई प्रतिमाओं की पुन: प्राण प्रतिष्ठा विधि-विधानपूर्वक 13 जून, 2021 को धर्म प्रेमी स्थानीय समाज द्वारा की गई। इसके उपरान्त आमा माता मंदिर परिसर (आमागढ़ किला) स्थित धर्म ध्वजा को अपमानपूर्वक षड्यंत्रकारियों द्वारा खंडित किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय विधायक रफीक खान के इशारे पर बकरीद के दिन धर्मध्वजा को खंडित करने के घृणित कार्य को अंजाम दिया गया।
इस दु:खद घटना का दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह भी है कि कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की उपस्थिति में यह अपराध घटित हुआ। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद हिंदू समाज के सभी घटकों से अपेक्षा करती है कि वह एकजुटता के साथ ऐसे संवेदनशील प्रसंगों पर सजग रहकर विधर्मियों एवं समाजद्रोहियों के षड्यंत्रों को विफल करें तथा समाज के एकात्मस्वरूप की हरसंभव सुरक्षा करें।
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