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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आद्य सरसंघचालक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार की स्मृति में विगत 31 वषार्ें से मध्यप्रदेश की धार्मिक-सांस्कृतिक नगरी उज्जैन में व्याख्यानमाला के रूप में ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। वर्ष प्रतिपदा के दिन जन्मे डॉ़ हेडगेवार का जन्म अंग्रेजी वर्ष के अप्रैल माह में हुआ था, इसलिए हर साल वर्ष प्रतिपदा और अप्रैल माह का संयोग देख व्याख्यानमाला आयोजित की जाती है। इस वर्ष यह आयोजन 11-12-13 अप्रैल को सम्पन्न हुआ जिसमें पाञ्चजन्य के संपादक श्री हितेश शंकर, राजस्थान वित्त आयोग की अध्यक्ष डॉ़ ज्योतिकरण शुक्ल और गीता मनीषी महामण्डलेश्वर स्वामी ज्ञानानन्द महाराज जैसे विद्वानों ने विचार समिधा अर्पित की।
डॉ़ हेडगेवार जन्म शताब्दी स्मृति सेवा न्यास द्वारा विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के नजदीक स्थित माधव सेवा न्यास के महाकाल भक्त निवास में आयोजित व्याख्यानमाला का शुभारंभ करते हुए श्री हितेश शंकर ने ' द्विराष्ट्रवाद की अवधारणा परिदृश्य एवं कारण' विषय पर अपने उद्बोधन में इसे औद्योगिक क्रान्ति के समय यूरोप मंे इस्लामी घुसपैठ और शरिया को राष्ट्र से ऊपर मानने की हठधर्मिता से उपजा विचार बताया। उन्होंने कहा कि तीन दशक पुरानी व्याख्यानमाला में एक सदी पुराने विषय को उठाया जाना विषय की गंभीरता की ओर इशारा करता है और यह समीचीन है। इस विषय से भारत विभाजन की याद आती है लेकिन यह बात सिर्फ भारत की ही नहीं है, विभिन्न राष्ट्रों की सरकारों की इस्लाम से टकराहट का चित्र विश्व के सामने है। उन्होंने आगे कहा कि एक राष्ट्र के भीतर दूसरे राष्ट्र की संकल्पना औद्योगिक क्रान्ति के समय मुस्लिम देशों से जत्थों में श्रमिकों के आगमन से जुड़ी है जिसमें मुस्लिम श्रमिकों की पृथक बस्तियों ने आकार लिया। समापन सत्र को महामण्डलेश्वर स्वामी श्री ज्ञानानन्द महाराज ने संबोधित किया। 'जीवन प्रबंधन एवं गीता' विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि गीता जीवन शास्त्र है, मात्र एक पुस्तक नहीं। अपने जीवन का प्रबंधन कैसे करें, इसके लिए गीता से बढ़कर और कुछ नहीं है।
ल्ल महेश शर्मा
शीघ्र बने राम मन्दिर
देश के आजाद होने के बाद भी हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है। हिन्दुओं की आस्था, शौर्य का प्रतीक भगवान राम के भव्य मन्दिर का निर्माण बाकी है। इसलिए कानून बनाकर भगवान श्रीराम के भव्य मन्दिर का निर्माण होना चाहिए। उक्त बातें विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय मंत्री श्री महावीर ने कहीं। वे पिछले दिनों जयपुर के सांगनेर में हुई श्रीराम महोत्सव आयोजन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम के मन्दिर के लिए हिन्दू समाज वर्षों से सरकारों की तरफ आशा की नजर से देख रहा है। पर अब भव्य मन्दिर का निर्माण होकर ही रहेगा इस हेतु समाज में जागरूकता के लिए राष्ट्र में राम महोत्सव के कार्यक्रम किए जा रहे हैं। ल्ल प्रतिनिधि
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