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देहरादून विश्व संवाद केन्द्र ने गत दिनों 15 तिलक रोड, भाऊराव देवरस कुंज में श्री रामनवमी कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री विनोद नौटियाल मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। वर्तमान समय में श्री राम की प्रासंगिकता विषय पर उन्होंने कहा कि भगवान राम कण-कण में विद्यमान हैं, जीवन-मरण में हमारे साथ है।
व्यावहारिक जीवन में हमारे दु:ख, सुख, मुसीबत, हर्ष उल्लास आदि अनेक ऐसे क्षण हैं, जिनमें हम उनके नाम को हे राम! हाय राम! आदि अनेक उच्चारण में प्रयुक्त करते हैं। हमें राम जी के जीवन्त कर्तव्यों को रामलीला, नाटक आदि के माध्यम से मनोरंजन के कार्यक्रम तक सीमित न रखकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना होगा। उनके साहस व कर्तव्यनिष्ठता जैसे भाव ही थे जिससे उन्होंने अपने पिता की आज्ञा के पालन के लिए 14 वर्ष तक वन में व्यतीत किए। यह आज्ञा का जो भाव है इसे हमें उतारना होगा। जब इण्डोनेशिया जैसा एक मुस्लिम बहुल देश राम के आदर्शों को अपने व्यावहारिक जीवन में समाविष्ट कर रहा है तो आज हमें भी उनके विचारों को अपनाने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। कार्यक्रम के अध्यक्ष वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ़ अनिल गुप्ता ने कहा कि श्रीराम ने हमें जो जीवन की कठिन परिस्थितियों में कैसे चलना है, वह सिखाया है। उनका पूरा जीवन संघर्षमस रहा लेकिन मर्यादा का पालन जीवनभर किया। अत: हमें श्रीराम के विचारों का गहनता से अध्ययन कर अपने जीवन में उतारना होगा।
ल्ल देहरादून (विसंकें)
उपेक्षितों के लिए समर्पित रहा जीवन
''एक ऐसा व्यक्तित्व जिसमें समाज सुधारक, राजनीतिज्ञ, कानूनविद्, संविधान विशेषज्ञ, पत्रकार जैसे विविध क्षेत्रों का समावेश था। जीवन पर्यन्त समाज के उपेक्षित, वंचित लोगों के लिये संघर्ष करते रहे डॉ़ आंबेडकर जी आज भी उत्प्रेरक हैं।'' उक्त बातें मेरठ प्रांत के प्रचार प्रमुख श्री अजय मित्तल ने कहीं। वे विश्व संवाद केन्द्र द्वारा पत्रकारिता विभाग चौ़ चरण सिंह वि.वि. के सभागार में 'डॉ़ भीमराव आंबेडकर और पत्रकारिता' विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आर्थिक अभाव के बावजूद डॉ. साहेब ने परिवार को प्राथमिकता नहीं दी। अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ़ एसएस गौरव ने कहा कि डॉ़ आंबेडकर जीवनभर वंचितों के लिए संघर्ष करते रहे। ल्ल
'सही इतिहास जानें युवा'
गत दिनों अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में हिन्दू जागरण मंच द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। राजस्थान क्षेत्र संगठन मंत्री सी विपिन चन्द्र ने उसमंे बोलते हुए कहा कि भारत के भूभाग का निर्माण देवाताओं द्वारा किया गया है। इसका प्रमाण हमारे अनेक शास्त्रों में मिलता है। यह सर्व विदित है कि हमारी संस्कृति अति प्राचीन है। किन्तु भारत का दुर्भाग्य है कि यहां का इतिहास सत्ता और पैसे के आधार पर जोड़-तोड़ कर लिखा गया। हमारे इतिहास के साथ अनेक प्रकार से छेड़छाड़ की गई। जिसके कारण वर्तमान पीढ़ी को सही इतिहास का ज्ञान नहीं है। ल्ल जयपुर (विसंकें)
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