स्वप्न साकार होने का आश्वासन
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

स्वप्न साकार होने का आश्वासन

by
Mar 27, 2017, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 27 Mar 2017 16:40:59

संघ की नित्य प्रार्थना में स्वयंसेवक की व्यक्तिगत -जातिगत पहचान गल गई है और शेष है मात्र हिन्दू समाज का अंगभूत घटक। समाज में इसे किंचित मात्रा में उतारने में स्वयंसेवक सफल भी हो रहे हैं। जो सारे समाज को एक करने चले हैं, उनके कार्य की सफलता की एक अनिवार्य कसौटी भेद रहित समाज है, होनी भी चाहिए।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, मिलकर भारत का मध्यभाग बनाते हैं। संघ कार्य की दृष्टि से इसे मध्य क्षेत्र कहा जाता है। यहां जनजातीय जनसंख्या देश के किसी भी भाग की तुलना में सर्वाधिक है। हिन्दू समाज की रंगबिरंगी विविधता के दर्शन यहां चटख रंगों में होते हैं। आजादी के बाद लंबे समय तक पिछड़े राज्यों की सूची में दर्ज रहने के कारण आर्थिक विषमताएं भी पर्याप्त हैं। परंतु अब परिवर्तन  के शुभ लक्षण हो गए हैं। महाकौशल क्षेत्र में जातिगत विविधता अत्यधिक है। जातियों के अंतर्गत हजारों उपजातियां हैं। खान-पान में बड़ा विचार चलता आया है। 2017 के जनवरी माह में महाकौशल की सभी तहसीलों में सामाजिक समरसता सम्मेलन हुए जिनमें समाज के विभिन्न वगोंर् ने भाग लिया। सभी कार्यक्रमों में मंच पर समाज की सभी जाति-बिरादरी के श्रेष्ठ लोगों को स्थान दिया गया। साधु-संतों समेत अनेक वक्ताओं ने समरसता पर प्रकाश डाला। सहभोज के आयोजन हुए और बड़ी संख्या में समरसता साहित्य का वितरण हुआ।
आज हिन्दू समाज की दो विडंबनाएं हैं— इतिहास का उचित बोध न होना और महापुरुषों का जाति के आधार पर बंटवारा। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में जबलपुर में बलिदानियों में अग्रणी हैं राजा शंकरशाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह। दोनों को 18 सितंबर, 1858 को अंग्रेजों ने विप्लव भड़काने के अपराध में तोप  के मुंह से बांधकर उड़ा दिया था। ये दोनों गोंड समाज से हैं। आजादी के बाद राजनैतिक स्वाथोंर् के चलते इन्हें भुला दिया गया और इनकी स्मृति गोंड समाज तक सीमित रह गई। गत 18 सितंबर को पूरे प्रान्त में स्वयंसेवकों ने उनका बलिदान दिवस मनाया। जबलपुर में एक साथ 17 स्थानों पर भव्य सार्वजनिक कार्यक्रम हुए जिनमें बलिदानियों का परिचय करवाया गया। गोंड महासभा के अध्यक्ष बोले कि हमें पता नहीं था कि आप भी बलिदानी राजा शंकरशाह का इतना सम्मान करते हैं।
8 फरवरी, 2017 को बैतूल जिले में संपन्न विराट हिन्दू सम्मेलन में सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत के समक्ष जिले के गांव-गांव से एक लाख बंधु एकत्रित हुए। इसके लिए 70 कार्यकर्ताओं ने अथक परिश्रम करके 1468 गांवों में चार लाख लोगों को स्पर्श किया। भोपाल और ग्वालियर संभाग के 9,000 गांवों में स्वयंसेवकों ने एक विस्तृत सर्वेक्षण किया। इसमें पाया गया कि आज भी 40 प्रतिशत गांवों में हिन्दू समाज मिलकर मंदिर में देवपूजन नहीं करता।  30 प्रतिशत गांवों में जल स्रोत जाति के आधार पर बंटे हुए हैं तो वहीं 35 प्रतिशत गांवों में श्मशान अलग-अलग हैं। इसे बदलने के प्रयास प्रारंभ हुए हैं। स्वयंसेवकों ने अनुसूचित जाति व जनजाति के बंधुओं को उनके संविधानप्रदत्त अधिकार दिलाने का अभियान चलाया है। उनके उत्थान के लिए आवंटित राशि का भी पूर्ण उपयोग हो सके, इसके लिए भी जागृति लाने और संवाद स्थापित करने के प्रयास जारी हैं। समरसता गतिविधियों के सिलसिले में मुरैना जिले के 333 गांवों और 99 झुग्गी बस्तियों से 3623 कार्यकर्ता एकत्र हुए और समरसता एवं सेवा कायोंर् की रूपरेखा बनाई।
जनवरी माह में उज्जैन के बड़नगर के जाबला गांव में कुछ लोगों ने वंचित समाज की बारात में दूल्हे के घोड़े पर बैठने पर रोक लगाईं और वातावरण खराब किया। जानकारी मिलने पर स्वयंसेवक उस गांव में पहुंचे और दोनों पक्षों को बिठालकर इस कुप्रथा को समाप्त किया। इस कार्य का आसपास के क्षेत्र में भी बहुत अच्छा संदेश गया। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के बोड़ला में विवेकानंद सार्द्धशती समारोह (2013 -14) में हुए समरसता यज्ञ में हिन्दू समाज के सभी वगोंर् ने आहुति डाली और तब से यह हर साल हो रहा है।
बिलासपुर जिले के मदकु में सभी के लिए मंदिर प्रवेश और एक ही जल स्रोत की मुहिम रंग लाई। बिलासपुर और राजधानी रायपुर में नवरात्र पर झुग्गी बस्तियों की कन्याओं का सारे समाज द्वारा अपने घर बुलाकर पूजन किया जाना एक नयी सुबह की ओर इंगित करता है। कवर्धा और रायगढ़ में भारतमाता पूजन के कार्यक्रमों ने हिन्दू समाज की जाति की दीवारों की नींव हिलाने का पुण्य कार्य किया है।  बहुत कार्य शेष हैं, लेकिन ये प्रयास स्वप्न साकार होने का आश्वासन प्रतीत होते हैं। *
-प्रशांत बाजपेई

 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies