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वांसदा (गुजरात) में भारत सेवाश्रम संघ के शताब्दी समापन समारोह के अवसर पर 31 दिसंबर, 2016 को विराट हिंदू सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने कहा कि भारत सेवाश्रम संघ के प्रतिष्ठाता युगाचार्य स्वामी प्रणवानंद जी का संदेश हम सबके लिए आज भी महत्वपूर्ण है। संघ में प्रात: एकात्मता स्त्रोत में प्रणवानंद का स्मरण हम रोज करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की भूमि पर रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं, वे चाहे किसी भी मत, पंथ के हों। लेकिन आज हमें इसका स्मरण नहीं है। इसीलिए अपने ही देश में आज हिंदू समाज संकट में है।
उन्होंने कहा कि कुछ तत्व हमें मतांतरित करना चाहते हैं, लेकिन वे सफल नहीं हो पा रहे हैं। हमारे पास एक सत्य धर्म है सनातन धर्म। दुनिया में हमने किसी को मतांतरित नहीं किया। हमारी संस्कृति सनातन संस्कृति है, जो सत्य और पराक्रम के आदर्श पर कायम है। हमें अच्छे, पक्के, सच्चे हिंदू बनाना है और दुनिया को अच्छा बनाना है।
हम हिंदू हैं और हिंदू ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमें सरकार से अपेक्षा न करते हुए समाज को मजबूत बनाना चाहिए, हमें बिना किसी अपेक्षा के सेवा करनी होगी। ऐसा करने से ही हिंदू समाज मजबूत होगा।
सम्मेलन को भारत सेवाश्रम संघ के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री स्वामी विश्वात्मानंदजी महाराज, अंतरराष्ट्रीय सहमंत्री स्वामी अंबरीशानंदजी महाराज, स्वामीनारायण मंदिर (हालोल-कालोल) के स्वामी संतप्रसाद महाराज और वांसदा के युवराज श्री जयवीरेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में 50,000 से अधिक लोग उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
नाकाम होता राज्य का खुफिया तंत्र
विश्व हिन्दू परिषद् ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ती आतंकी घुसपैठ में सरकार और प्रादेशिक खुफिया तंत्र की विफलता को लेकर जिला उपायुक्तों के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय को ज्ञापन भेजा। विहिप के प्रांत अध्यक्ष श्री अमनपुरी ने बताया कि प्रदेश पिछले काफी समय से असामाजिक तत्वों और आतंकियों की शरणस्थली बना हुआ है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर आतंकियों का पकड़ा जाना इस बात का सबूत है कि सरकार और उसका खुफिया तंत्र पूरी तरह निष्क्रिय हो चुका है। कुल्लू के बाजार में आईएसआईएस एजेंट का पकड़ा जाना इसका सुबूत है। वह यहां काफी समय से गतिविधियां चला रहा था, जिसकी सरकार और उसके खुफिया तंत्र को कोई जानकारी नहीं थी। अब तक प्रशासन की ओर से इन घटनाओं को रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। -शिमला (विसंकें)
पुरानी बीमारियां खत्म होंगी विमुद्रीकरण की दवा से
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वांत रंजन ने गत दिनों रांची प्रवास के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जिस तरह पुरानी बीमारियों से छुटकारा दिलाने के लिए कड़वी दवा देनी पड़ती है, उसी तरह भ्रष्टाचार एवं कालाधन को समाप्त करने के लिए भी विमुद्रीकरण कड़वी दवा ही है।
प्रारंभ में यह कष्टप्रद लग रहा है, लेकिन इसके दूरगामी परिणाम बेहतर होंगे। इसका लाभ सभी को दिखने लगेगा। जहां तक सरकार के कायोंर् की बात है तो इसका आकलन जनता करती है।
पांच वर्ष बाद इसका जवाब भी जनता देगी। वैसे केंद्र सरकार के कायोंर् से समाज में अनुकूलता दिख रही है। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार जड़ें जमा चुका है, कालाधन देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है। लोग इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो कुछ कीमत तो चुकानी ही होगी।
विमुद्रीकरण लागू होते ही महीनों से अशांत श्रीनगर शांत दिखने लगा है। नक्सली परेशान हो गए हैं। छापेमारी में अरबों रुपए बरामद हो रहे हैं। देश में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति पर उन्होंने कहा कि सरकार को सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारने के साथ-साथ उच्च संस्थानों में शुल्क की राशि कम रहे, इस पर भी ध्यान देना चाहिए।
संघ अपने शिशु विद्या मंदिरों एवं एकल अभियान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर में सुधार पर ध्यान दे रहा है, लेकिन जब तक सरकारी स्कूलों की स्थिति नहीं सुधरेगी, शिक्षा का स्तर ठीक नहीं होगा।
-रांची (विसंकें)
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