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नई दिल्ली एवं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, इतिहास विभाग और सामाजिक विज्ञान संकाय के संयुक्त तत्वावधान में इतिहास लेखन, इतिहास दृष्टि एवं इतिहास के स्रोत नामक विषय पर गत 20-21 अगस्त को दो दिवसीय राष्ट्रीय महिला इतिहासकार संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। संगोष्ठी का उद्घाटन मुख्य अतिथि अपर सचिव (प्रथम) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं सोनीपत के महिला विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति प्रो़ पंकज मित्तल ने किया। प्रो़ पंकज मित्तल ने अपने उद्बोधन में विदेशी इतिहासकारों द्वारा किये गये इतिहास लेखन को नकारते हुए इतिहास को पुन: लिखने पर बल दिया। अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो़ सतीश चन्द्र मित्तल ने कहा कि महर्षि अरविन्द से लेकर बहन निवेदिता तक ने कहा था कि भारत में विदेशी आक्रमणकारियों का इतिहास पढ़ाया जाता है, जबकि भारत में महाराणा प्रताप, शिवाजी एवं राणासांगा आदि का इतिहास पढ़ाने की जरूरत है। इस अवसर पर इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ़ बाल मुकुन्द , डॉ. जय लक्ष्मी कौल, डॉ़ उर्जस्विता सिंह तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ प्राध्यापक एवं सम्पूर्ण देश से आयी महिला प्रतिभागी उपस्थित रहीं।
विश्व संवाद केन्द्र, काशी
निरंतर राष्ट्र निर्माण में प्रयत्नशील संघ
राजस्थान के भीलवाड़ा महानगर में गत 21 अगस्त को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एकत्रीकरण कार्यक्रम संपन्न हुआ। रा.स्व.संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री दुर्गादास ने कहा कि संघ 91 वर्षों से समाज में काम करता चला आ रहा है। आज वह 40 से ज्यादा विभिन्न संगठनों के साथ निरंतर राष्ट्र निर्माण में प्रयत्नशील है। संघ की देशभर में हजारों शाखाएं लगती हैं, जहां पर लाखों स्वयंसेवक भारत माता की पूजा करते हैं। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित आचार्य श्रीशिवमुनि ने कहा कि संघ की राष्ट्र निर्माण में भूमिका सराहनीय है। अगर किसी को अनुशासन सीखना है तो उसे संघ की शाखा में आना चाहिए। कार्यक्रम में विभाग प्रचारक श्री श्याम बिहारी, महानगर संघचालक श्री चांदमल सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
राहत में सक्रिय स्वयंसेवक
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में जनजीवन बाढ़ से प्रभावित है। इसे देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प्रयाग उत्तर जिला के स्वयंसेवक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों का सहारा बन रहे हैं। स्वयंसेवकों की टोंलियां बाढ़ में फंसे लोगों के बीच जाकर उन्हे दैनिक जीवनचर्या की चीजें उपलब्ध करा रही हैं। सलोरी, बघाड़ा, गोविन्दपुर, रसूलाबाद एवं राजापुर क्षेत्रों में स्वयंसेवक नाव से पीडि़तों के बीच पहुंचकर भोजन सामग्री एवं आवश्यकता वाली चीजें उपलब्ध करा रहे हैं।
– प्रतिनिधि
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