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मध्य प्रदेश, उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय में 21 अगस्त को 'अधुनातन संदभार्ें में महाभारत की प्रासंगिकता' पर राष्ट्रीय विमर्श का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में ओजस्वी वक्ता महामण्डलेश्वर गोविन्ददेव गिरि महाराज ने कहा कि प्रबंधन, नेतृत्व कौशल, व्यक्तित्व विकास और मानवीय संबंधों के विषय में महाभारत में इतना कुछ समाहित है जितना अन्य कहीं नहीं है। महाभारत में मानव जीवन का बहुत ही गहराई से विवेचन किया गया है। महाभारत ग्रंथ नहीं बल्कि मानवीय प्रवृत्तियों का दर्शन है। आज पांच हजार वर्ष बीत जाने के बाद भी मनुष्य में वही विकार, वही क्रोध, वही लोभ आदि है, इसलिए जब तक संसार है, महाभारत की
प्रासंगिकता बनी रहेगी। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो़ गिरीशचन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि महाभारत धर्म और अधर्म के बीच का संघर्ष है। यह हमें धर्म और अधर्म का भेद बताता है और इससे निपटनेे का तरीका भी बताता है। उन्होंने कहा कि अधर्म की ओर से युद्ध करने वाले भीष्म को मूर्तिमान धर्म की संज्ञा दी गई है और कहीं भी उन्हें हारे हुए योद्धा के रूप में नहीं दर्शाया गया है। महाभारत से सफलता और असफलता का ज्ञान मिलता है। केन्द्रीय विश्वविद्यालय, गढ़वाल के कुलपति प्रो. जवाहरलाल कौल ने महाभारत के विधिक पक्षों की विवेचना करते हुए कहा कि युद्ध से पहले दोनों पक्षों ने कुछ नियम-कानून तय किए, जिम्मेदारियां तय कीं और आज के युग में अंतरराष्ट्रीय कानून में भी यही किया जाता है। कार्यक्रम में उपस्थित राज्यसभा सदस्य एवं वरिष्ठ भाजपा नेता प्रभात झा ने कहा कि महाभारत से हम यह सीख सकते हैं कि अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है। महाभारत में अर्जुन अन्त तक विद्यार्थी बने रहे और सीखते रहे, इसलिए हमें सदैव सीखने को तत्पर रहना चाहिए। मध्यप्रदेश के सूचना आयुक्त जयकिशन शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्यजन उपस्थित रहे।
-महेश शर्मा, उज्जैन
रक्तदान, जीवन दान
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सेवा समिति की ओर से कर्मयोगी जुगल किशोर जैथलिया की पुण्य स्मृति में 16 अगस्त को कोलकाता में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। 70वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित रक्तदान शिविर में 55 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के पौत्र चन्द्र कुमार बोस एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, और संस्था के सचिव गुड्डन सिंह उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
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