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पटना। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने 28 फरवरी को पटना स्थित संघ कार्यालय विजय निकेतन परिसर में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने डॉ़ विवेकानंद तिवारी द्वारा लिखित 'सनातन परंपरा के संवाहक- गांधी और गोलवलकर' व महेश प्रसाद सिंह द्वारा लिखित 'सृष्टि रहस्य' एवं आत्मा' नामक पुस्तकों का लोकार्पण भी किया।
अपने तीन दिवसीय प्रवास के अंतिम दिन पटना के शाखा मैदान में आयोजित बौद्घिक वर्ग को संबोधित करते हुए श्री भागवत ने कहा कि जीवन में श्रद्घा और विश्वास का काफी महत्व है। अपने निकट के भगवान को भी इन गुणों के बिना प्राप्त नहीं किया जा सकता। मनुष्य का जब अपने सत्य पर विश्वास कम हो जाता है तब वह पराजित हो जाता है। इसलिए अपने सिद्धांत पर अटूट निष्ठा रखकर कार्य करना चाहिए। हम ईश्वरीय कार्य कर रहे हैं। इसलिए अवश्य यशस्वी बनेंगे। हम जितनी ज्यादा योग्यता प्राप्त करेंगे उतना शीघ्र लक्ष्य प्राप्त होगा।
स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए श्री भागवत ने कहा कि हमारा कार्य 'सर्वेषां अविरोधेन' है। हमारा किसी से विरोध नहीं, हम सबको साथ लेकर चलते हैं। हमारे मन में किसी के प्रति द्वेष और ईर्ष्या नहीं आनी चाहिए। हिन्दू समाज इस देश का उत्तरदायी समाज है इसलिए उसको संगठित करना हमारा कार्य है। ल्ल संजीव कुमार
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