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कांग्रेस की भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सरकार के कार्यकाल में हुए घोटाले और भ्रष्टाचार के खुलासे लगातार सामने आ रहे हैं। इसी श्रृंखला में कांग्रेस के ही एक पूर्व मंत्री, दो मुख्य संसदीय सचिवों, दो विधायकों सहित पांच लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। उन पर काम के बदले पैसे मांगने का आरोप है। इस पर मामला दर्ज करने की सिफारिश लोकायुक्त न्यायाधीश प्रीतमपाल ने गत 16 दिसम्बर, 2015 को सरकार से की है। यही नहीं लोकायुक्त ने मामले की जांच किसी ईमानदार और उच्च पदस्थ अधिकारी से करवाने को कहा है और मामले में की गई कार्रवाई की रपट तीन महीने में सौंपने का आदेश दिया। ज्ञात हो पूर्व मुख्यमं़त्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर पहले भी सरकार बचाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त व निजी स्वाथार्ें की पूर्ति हेतु नियमों की अनदेखी और गांधी परिवार को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य की जनता के हितों के साथ अन्याय करने के कईं गंभीर मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि 24 दिसम्बर को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने आगामी आदेश जारी करने तक मामला दर्ज करने पर फिलहाल रोक लगा दी है।
क्या है मामला
राज्य के मुख्य विपक्षी दल इनेलो ने सितम्बर, 2013 में एक सीडी जारी की थी जिसमंे खुलासा किया था कि हुड्डा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री राव नरेन्द्र सिंह, मुख्य संसदीय सचिव विनोद भयाना, रामनिवास घोडेला, पूर्व विधायक जरनैल सिंह और नरेश सेलवाल पर विभिन्न कायार्ेर्ं को पूरा कराने के लिए रिश्वत मांगने की बात की गई थी। यह सीडी पूर्व न्यायाधीश एवं लोकायुक्त प्रीतमपाल के समक्ष सभी दलों ने अलग-दलग शिकायतों के संदर्भ में प्रस्तुत की थी। लोकायुक्त ने राज्य सतर्कता विभाग के माध्यम से सीडी, आवाज व फोटो के नमूने एफएसएल से जांच कराई। फिर स्टिंग करने वालों की आवाज के नमूने सीडी में दर्ज आवाज से मिलाए गए। ल्ल गणेश दत्त वत्स
किस पर क्या हैं आरोप
– राव नरेन्द्र सिंह : 2009 में हजकां के टिकट पर नारनौल से विधायक बने और कांग्रेस में शामिल होने पर स्वास्थ्य मंत्री बन गए। 30 एकड़ जमीन के भू-उपयोग बदलाव के लिए 30 से 50 करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगा है।
– रामनिवास घोडेला: हिसार की बरवाला सीट से 2009 में विधायक बने व उन्हें हुड्डा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव बनाया गया। जिन पर सर्वशिक्षा अभियान के अंतर्गत ईंट-भट्ठों पर स्कूल खोलने के लिए स्वैच्छिक से 50 लाख रुपए मांगने का आरोप लगा है।
– विनोद भयाना: हजकां के टिकट पर 2009 में हांसी से विधायक बने। कांग्रेस में जाकर मुख्य संसदीय सचिव बन गए। गुड़गांव की चार एकड़ जमीन का सीएलयू करवाने के लिए ढाई करोड रुपए मांगने का आरोप लगा
– नरेश सेलवाल: उकलाना से 2009 में कांग्रेस से विधायक बने। गुड़गांव के सेक्टर 45 की तीन हजार गज भूमि से धारा-6 हटवाने के नाम पर 10-12 करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगा है।
– जरनैल सिंह : 2011 में रतिया से कांग्रेस से उपचुनाव मंे जीते। फरीदाबाद के सेक्टर-31 के सामने 2 एकड़ जमीन की ग्रुप हाउसिंग के लिए सीएलयू करवाने के लिए सौदेबाजी करने का आरोप लगा है।
क्या कहना है मुख्यमंत्री का
– मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि लोकायुक्त द्वारा पूर्व 5 विधायकों पर जो सिफारिश की गई है सरकार उसे पूरी निष्पक्षता व बिना भेदभाव के कार्रवाई करेगी।
क्या कहते हैं इनेलो प्रदेशाध्यक्ष
– इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि सीएलयू का विभाग सीधे मुख्यमंत्री के अधीन होता है। इसलिए कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
पुर्तगाल में पकड़ा गया हत्यारोपी
भारत में वर्ष 2010 में हुए बम धमाकों और राष्ट्रीय सिख संगत के वरिष्ठ कार्यकर्ता रुल्दा सिंह की हत्या के आरोपी परमजीत सिंह को पुर्तगाल में गिरफ्तार किया गया है। उस पर दो बम धमाकों का भी आरोप है। पुर्तगाल की अदालत ने फिलहाल उसे वहीं जेल में रखने का आदेश दिया है। भारत सरकार जल्द ही उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करेगी। हत्या आरोपी परमजीत को गत 18 दिसम्बर को दक्षिण पुर्तगाल के एक होटल से अंतरराष्ट्रीय वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया। – प्रतिनिधि
उल्फा नेता रिहा
गुवाहाटी केन्द्रीय कारागार से उल्फा महासचिव गोलप बरुआ उर्फ अनूप चेतिया को अदालत से जमानत मिलने पर 24 दिसम्बर को जेल से छोड़ दिया गया। चेतिया को 30 हजार रुपए के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की जमानत पर रिहा किया गया है। चेतिया को अधिकार क्षेत्र से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई और साथ ही जांच प्रक्रिया में बाधा न डालने की हिदायत भी अदालत ने दी है। वर्ष 1997 में चेतिया को बंगलादेश पुलिस ने सीमा पार घुसपैठ, फर्जी पासपोर्ट और अवैध रूप से विदेशी मुद्रा रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। -प्रतिनिधि
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