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नाम : डॉ. मार्क हलपेर्न कैलिफोर्निया अमरीका
क्या हैं : आयुर्वेदिक चिकित्सक
संस्कृति सूत्र : आयुर्वेद परिवर्तन का क्षण
डॉ. सुभाष रानाडे से भारतीय चिकित्सा पद्धति के शास्त्रीय ग्रंथों की प्रतियां मिलना
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. हलपेर्न ने एक गुरु के रूप में डॉ. डेविड फ्रॉली को खोज निकाला और यहां से वैदिक विज्ञान में उनकी गहन यात्रा शुरू हुई। डॉ. डेविड फ्रॉली ने उनका भारत में कई शिक्षकों से परिचय कराया, विशेष रूप से डॉ. सुभाष रानाडे से। डॉ. हलपेर्न ने डॉ. रानाडे को अमरीका आने के लिए और उनके घर पर रहने के लिए प्रायोजित किया। अपनी यात्राओं के दौरान उन्होंने डॉ. हलपेर्न को शास्त्रीय ग्रंथों की प्रतियां दीं। इन ग्रंथों के अध्ययन के साथ-साथ अपने शिक्षकों के साथ रोगियों की देखभाल करके डॉ. हलपेर्न अंतत: अन्य चिकित्सकों को प्रशिक्षित करते गए। डॉ. हलपेर्न मानते हैं कि अमरीका में आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए एक पेशेवर व्यवस्था होनी चाहिए। डॉ. हलपेर्न 20 से अधिक वषोंर् से आयुर्वेद के लिए समर्पित हैं।
1991 में न्यूयार्क काइरिप्रैक्टिक चिकित्सा पद्धति कॉलेज से समग्र चिकित्सा में एक स्नातकोत्तर प्रमाणन कार्यक्रम पूर्ण करने के बाद, दु:ख का कारण समझने और खुद का उपचार कर सकने के क्रम में डॉ. हलपेर्न ने आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र की अपनी यात्रा शुरू की। उस समय अमरीका में मुट्ठी भर व्यक्ति ही आयुर्वेद के जानकार थे।
डॉ. हलपेर्न आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण पुस्तकों के लेखक हैं, जो उतनी ही लोकप्रिय भी हैं- 'हीलिंग योर लाइफ' और 'लेसन्स ऑन द पाथ ऑफ आयुर्वेद'। उनका एक आडियो रिकडिंर्ग 'योग निद्रा एंड सेल्फ हीलिंग' भी है। योग और आयुर्वेद की लगभग हर प्रमुख पत्रिका में उनके लेख प्रकाशित हो चुके हैं और 2005 में सीबीएस के 60 मिनट्स कार्यक्रम में माइक वालेस द्वारा उनका साक्षात्कार किया गया था। व्यक्तिगत चिकित्सा की डॉ. हलपेर्न की स्वयं की उल्लेखनीय कहानी राष्ट्रीय पत्रिका 'स्पिरिचुऐलिटी एंड हेल्थ' में प्रकाशित की गई थी। न्यूयार्क टाइम्स, लॉस एंजिल्स टाइम्स और मियामी हेराल्ड सहित कई प्रमुख अखबारों में उनको उद्धृत किया गया है। डॉ. हलपेर्न एक प्रमाणित योग प्रशिक्षक और 'इंटरनेशनल सिवानंद योग वेदांत सेंटर्स वर्ल्डवाइड' के एक नियमित प्रशिक्षक भी हैं।
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