सरकारी स्कूलों में 'सेमेस्टर' प्रणाली बंद करने का निर्णय
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

सरकारी स्कूलों में 'सेमेस्टर' प्रणाली बंद करने का निर्णय

by
Jun 6, 2015, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 06 Jun 2015 14:22:45

डॉ. गणेश दत्त वत्स
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने के लिए सरकार ने वचनबद्धता जाहिर की है। इसके लिए शिक्षा व्यवस्था के कमजोर ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ बेहतर शिक्षा परिणाम के लिए शिक्षकों की जवाबदेही को भी आवश्यक बनाया जा रहा है। इससे वार्षिक शिक्षा परिणाम में सुधार हो और छात्रों में बहुमुखी प्रतिभा उभर सके। साथ ही संस्कारित एवं गुणवत्तापरक शिक्षा देकर सरकार यह धारणा भी खत्म करना चाहती है कि सरकारी स्कूलों में गरीब एवं कमजोर वर्ग के छात्र ही पढ़ते हैं और वहां निजी स्कूलों के मुकाबले पढ़ाई भी कम होती है। हरियाणा की सरकार ने अब छात्रों के अनावश्यक बोझ को घटाने और ज्यादा समय पढ़ाई को ही देने के लिए सेमेस्टर प्रणाली को खत्म करने का निर्णय लिया है। सरकार सरकारी स्कूलों में उपलब्ध आधुनिक संसाधनों को भी कारगर बनाने की योजना की ओर बढ़ रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अनुसार, जब तक सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता्रपरक शिक्षा नहीं मिल पाएगी तब तक अभिभावकों का रुझान निजी स्कूलों की ओर ही रहेगा। उनका कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कई ऐसे निर्णय लिए गए जिससे छात्र अनावश्यक बोझ तले दबते रहे, लेकिन पूर्ण शिक्षा ज्ञान से वंचित रह गए। भाजपा सरकार स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के साथ-साथ वे सभी कदम उठाएगी जिसमें छात्रों के ज्ञान में कमी न रहे और वे पुरातन संस्कृति और आधुनिक तकनीक से ज्ञानवान   बन सकें।
'सेमेस्टर' खत्म करने का निर्णय
हरियाणा सरकार ने गत 1 जून को शिक्षा में सुधार के लिए स्कूलों में सेमेस्टर प्रणाली खत्म करने का फैसला लिया है। इसके तहत 9वीं और 11वीं कक्षा में सेमेस्टर इसी वर्ष से खत्म हो जाएगा, जबकि 10वीं और 12वीं में अगले शैक्षणिक सत्र से यह फैसला लागू होगा। सरकार ने पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्रों की मासिक परीक्षाएं लेने का फैसला लिया है। सरकार के अनुसार हरियाणा शिक्षा बोर्ड, भिवानी के 10वीं और 12वीं कक्षा के नतीजों से नाखुश होकर शिक्षा में सुधार के लिए विभाग को रपट तैयार करने को कहा था। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने अनेक शिक्षाविदों की राय और अभिभावकों से सम्पर्क किया, साथ ही अपने स्तर पर एक सर्वेक्षण भी कराया ताकि वे सभी कदम उठाए जा सकें, जो स्कूलों में छात्रों के हित में हों।
विभाग की ओर से जो रपट आई उसमें 9वीं से 12वीं कक्षा तक सेमेस्टर प्रणाली समाप्त करने की बात कही गई। इस पर संज्ञान लेते हुए शिक्षा मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा ने अपनी अनुमति देकर मुख्यमंत्री को मंजूरी के लिए भेज दिया। सरकार का कहना है कि सेमेस्टर प्रणाली खत्म करने का निर्णय हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी से संबंधित सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा। शिक्षा मंत्री के अनुसार जब तक नींव मजबूत नहीं होगी तब तक सुन्दर एवं टिकाऊ  भवन का निर्माण नहीं होगा। इसके लिए सरकार जहां प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए संकल्प बद्ध है, वहीं पहली से 8वीं कक्षा तक विभाग मासिक परीक्षा लेगा। इन कक्षाओं के लिए भी सेमेस्टर प्रणाली लागू नहीं होगी। 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए इस वर्ष सेमेस्टर प्रणाली जारी रहेगी, क्योंकि विद्यार्थियों ने शैक्षणिक सत्र 2014-15 के लिए अपनी पिछली कक्षाओं 9वीं व 11वीं में सेमेस्टर प्रणाली के मुताबिक पढ़ाई की है।
शिक्षा विभाग के अनुसार सेमेस्टर प्रणाली से लाभ नहीं मिल पा रहा था, अध्यापकों को परीक्षा ड्यूटी एवं उत्तर पुस्तिका जांच में व्यस्त रहना पड़ता था, जिससे छात्रों की कक्षाएं बाधित हो जाती थीं और 2 महीने तक अध्यापकों की कमी रहती थी।
प्रतिमाह ढाई अरब वेतन पर खर्च
सरकारी स्कूलों में राज्य सरकार प्रतिमाह करीब ढाई अरब रुपए खर्च करती है। इसमें मौजूदा कार्यरत 82 हजार शिक्षकों का वेतन है। ऐसे में प्रतिछात्र वार्षिक खर्चा लगभग 24 हजार रुपए आता है, लेकिन जिस तरह लगातार निराशाजनक परिणाम आ रहे हैं, उससे सरकार सचेत हुई है। सरकार का मानना है कि जब तक पूरी लगन और संकल्प के साथ बच्चों को ज्ञान नहीं देंगे तब तक उनमें न तो विषय का ज्ञान ही होगा और न ही उनकी प्रतिभा निखर पाएगी।
संसाधनों को कारगर करना होगा
राज्य में कई वषार्ें से शिक्षा को आधुनिक संसाधनों से जोड़ने के लिए करोड़ों रुपए खर्च तो किए गए हैं, लेकिन वास्तव में उनका पूरा लाभ छात्रों को नहीं मिल पाया है। स्कूलों में बिजली तो कहीं कंप्यूटर शिक्षक न होना जैसी अनेक समस्याएं आड़े आती रही हैं। बिजली की कमी को दूर करने के लिए स्कूलों में लाखों रुपए के जनरेटर तो लगे पर उनमें डीजल आपूर्ति की कोई योजना नहीं बनाई गई।
कम होती छात्रों की संख्या
छह वर्षों से 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के परिणामों का स्तर घट रहा है। स्कूलों में छात्रों की संख्या भी घटने लगी है। परीक्षा में बैठे कुल छात्रों के परिणाम पर नजर डालें तो 2010 में 10वीं कक्षा का परिणाम 81़ 66 था, जो कि 2011 में 66़ 79, 2012 में 65़ 38 एवं 2013 में 50़ 79, 2014 में 60़ 84 रहा, जबकि 2015  में 41़ 3 फीसद ही रह गया। 12वीं कक्षा में भी उत्तीर्ण होने वाले छात्रों का परिणाम इस प्रकार रहा, 2010 में 92़ 04 फीसद, 2011 में  72़ 85, 2012 में 67़ 82, 2013 में 59़ 31, 2014 में 72़91 और 2015 में यह मात्र 54 फीसद रह गया।    
ल्ल    'सेमेस्टर' प्रणाली खत्म करने के निर्णय से 9वीं और 11वीं कक्षा में यह व्यवस्था इस वर्ष से खत्म हो जाएगी, 10वीं और 12वीं में अगले शैक्षणिक सत्र से यह निर्णय लागू होगा
'सेमेस्टर' प्रणाली से लाभ नहीं मिल पा रहा था, अध्यापकों को परीक्षा एवं उत्तर पुस्तिका जांच में ही व्यस्त रहना पड़ता था, जिससे छात्रों की कक्षाएं बाधित हो रही थीं
सरकार प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए संकल्पबद्ध है,पहली से 8वीं कक्षा तक विभाग मासिक परीक्षा लेगा। इन कक्षाओं में सेमेस्टर प्रणाली लागू नहीं होगी। 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए इस वर्ष सेमेस्टर प्रणाली जारी रहेगीक्योंकि विद्यार्थियों ने शैक्षणिक सत्र 2014-15 के लिए अपनी पिछली कक्षाओं 9वीं व 11वीं में सेमेस्टर प्रणाली के मुताबिक पढ़ाई की है।
– प्रो. रामबिलास शर्मा
 शिक्षा मंत्री, हरियाणा

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त

Air India Crash Report: उड़ान के तुरंत बाद बंद हुई ईंधन आपूर्ति, शुरुआती जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

पुलिस की गिरफ्त में अशराफुल

फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाला अशराफुल गिरफ्तार

वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम

देश की एकता और अखंडता के लिए काम करता है संघ : अरविंद नेताम

अहमदाबाद विमान हादसा

Ahmedabad plane crash : विमान के दोनों इंजन अचानक हो गए बंद, अहमदाबाद विमान हादसे पर AAIB ने जारी की प्रारंभिक रिपोर्ट

आरोपी

उत्तराखंड: 125 क्विंटल विस्फोटक बरामद, हिमाचल ले जाया जा रहा था, जांच शुरू

उत्तराखंड: रामनगर रेलवे की जमीन पर बनी अवैध मजार ध्वस्त, चला बुलडोजर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त

Air India Crash Report: उड़ान के तुरंत बाद बंद हुई ईंधन आपूर्ति, शुरुआती जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

पुलिस की गिरफ्त में अशराफुल

फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाला अशराफुल गिरफ्तार

वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम

देश की एकता और अखंडता के लिए काम करता है संघ : अरविंद नेताम

अहमदाबाद विमान हादसा

Ahmedabad plane crash : विमान के दोनों इंजन अचानक हो गए बंद, अहमदाबाद विमान हादसे पर AAIB ने जारी की प्रारंभिक रिपोर्ट

आरोपी

उत्तराखंड: 125 क्विंटल विस्फोटक बरामद, हिमाचल ले जाया जा रहा था, जांच शुरू

उत्तराखंड: रामनगर रेलवे की जमीन पर बनी अवैध मजार ध्वस्त, चला बुलडोजर

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies