|
दिल्ली : 'वर्तमान में पत्रकारिता जगत में मान-सम्मान, चकाचौंध सब कुछ है, पर इसमें यथार्थ और सत्यता को भी टिकाए रखना है। कुछ पत्रकार समाचार को सनसनीखेज बनाने की कोशिश करते हैं। इस कारण आधे सत्य पर पर्दा डालकर आधा सत्य दिखाने की कोशिश होती है। इससे द्वेष की भावना बढ़ती है। देश की छवि को नुकसान पहुंचता है। यह देश और समाज के साथ धोखा भी है। समाचार में सनसनी पैदा करना समाचार की पवित्रता के भी विपरीत है।' ये विचार हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल के। वे 9 मई को नई दिल्ली में नारद जयन्ती पर आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महर्षि नारद पत्रकार जगत के आदि पुरुष हैं। वे लोभ-लालच और संपत्ति संचयन से दूर, नि:स्वार्थ भाव से सभी को खबर देने का कार्य करते थे। पत्रकारिता लोभ-लालच से दूर और नि:स्वार्थ होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाचार जगत (मीडिया क्षेत्र) त्याग, परिश्रम, निष्ठा और समर्पण की भूमिका से खड़ा होता है। देश में अनेक महानुभावों ने अपने योगदान, बलिदान से समाचार जगत को यशस्वी बनाया है, कीर्तिमान स्थापित किए हैं। पराधीनता के दौर में भी सत्य के अन्वेषण के लिए अनके लोग खड़े हुए। अंग्रेज सरकार अत्याचार करती थी, लेकिन समाचार जगत का स्तंभ प्रामाणिकता के साथ देशहित में खड़ा रहा। सत्य के अन्वेषण के लिए कुछ लोगों ने अपनी संपत्ति बेचकर समाचार पत्र निकाला, कमाई करने या संपत्ति बनाने के लिए नहीं।
उन्होंने कहा कि सकारात्मक व सत्यता पर आधारित समाचारों से समाज का विश्वास भी बढ़ता है और समाचार जगत की पवित्रता की श्रेष्ठता भी बनी रहती है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और यूरोपियन न्यूज के इंडिया एडिटर शांतनु गुहा रॉय ने कहा कि हम खबर की खोज में काफी पीछे छूट गए हैं। खबर ढूंढने, तलाशने का काम कम कर दिया है। कार्यक्रम में 'मानुषी' पत्रिका की संस्थापक संपादक मधु पूर्णिमा किश्वर, छायाकार संकर्शन मलिक, टीवी पत्रकार यतेंद्र शर्मा, सोशल मीडिया के प्रवीण शुक्ल को नारद सम्मान 2015 से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. कृष्णगोपाल ने इन्द्रप्रस्थ विश्व संवाद केन्द्र के नए वेब पोर्टल ६६६.्र५२'िी'ँ्र.ूङ्मे का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।
नई दिल्ली में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में श्री बरसाना धाम फाउंडेशन की ओर से भी श्री नारद मुनि जयन्ती के पावन अवसर पर अनेक पत्रकारों को सम्मानित किया गया। श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली के अध्यक्ष स्वामी राघवानंद जी ने अपने करकमलांे से पत्रकारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर फाउंडेशन के चेयरमैन श्री जयभगवान गोयल, श्री रजनीश गोयनका सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
मेरठ : मेरठ में नारद जयन्ती के कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख श्री जे. नंद कुमार ने कहा कि देश के समग्र विकास के लिए मीडिया का सकारात्मक होना अत्यंत आवश्यक है। पत्रकार को समाचार लेखन के दौरान विशेष ध्यान रखना चाहिए कि तथ्यों के साथ छेड़छाड़ न हो। उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता के क्षेत्र में कुछ लोग जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक प्रकार से कर रहे हैं, तो कुछ लोग समाचार को तोड़-मरोड़कर केवल टीआरपी के लिए ही लेखन एवं वाचन कर रहे हैं, जो राष्ट्रहित एवं पत्रकारिता के लिए ठीक नहीं है। इससे पूर्व राष्ट्रदेव के सम्पादक श्री अजय मित्तल ने कहा कि पत्रकारों का सवार्ेपरि कार्य समाज का हित देखना है। इसी के अनुसार समाचारों का लेखन एवं प्रसारण होना चाहिए। कार्यक्रम का आयोजन विश्व संवाद केन्द्र, मेरठ ने किया था। इस अवसर पर अनेक पत्रकारों को सम्मानित भी किया गया।
आगरा : आगरा में 11 मई को विश्व संवाद केन्द्र, ब्रज प्रान्त द्वारा आयोजित नारद जयन्ती समारोह को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख श्री जे़ नन्द कुमार ने कहा कि समाज को उचित दिशा व मार्गदर्शन देने के लिए पत्रकारिता जगत में नए व उच्च मापदंड स्थापित करने होंगे। देवर्षि नारद को आदि पत्रकार बताते हुए उन्होंने कहा कि हम भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि संवाद की प्रक्रिया को सुचारू रूप प्रदान करने वाला कोई भारतीय ही था। इस अवसर पर श्री कुमार ने वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित भी किया। मुख्य अतिथि श्री चंद्रमोहन सचदेवा ने कहा कि नारद जी के वास्तविक चरित्र पर हम भारतीयों को गर्व है। हमें उनके आदर्शों पर चलने की महती जरूरत है। समारोह की अध्यक्षता इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अनिल गुप्ता ने की।
साहिबाबाद : 10 मई को साहिबाबाद (उ.प्र.) में देवर्षि नारद जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े अनेक पत्रकारों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्राडकास्टिंग एडिटर्स एसोसिएशन के महासचिव एन. के. सिंह ने की। दूरदर्शन के वरिष्ठ सलाहकार सम्पादक के. जी. सुरेश मुख्य अतिथि थे। जबकि न्यूज एक्सप्रेस के सीईओ व मुख्य संपादक प्रसून शुक्ला विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर एन. के. सिंह ने पत्रकारों को निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता की सलाह दी। उन्होंने कहा कि देश और समाज के निर्माण में मीडिया प्रमुख भूमिका निभाता है। इसके लिए जरूरी है कि मीडियाकर्मी अपने उत्तरदायित्व को ठीक से समझंे और देशहित को ध्यान मंे रखते हुए कार्य करें। के. जी. सुरेश ने बताया कि देवर्षि नारद का जीवन-दर्शन किस तरह से वर्तमान में व्यापार बनती जा रही पत्रकारिता के लिए अनुकरणीय और प्रासंगिक है। उन्हांेने कहा कि कुछ फिल्मों और अन्य प्रचार माध्यमों में नारद जी की छवि विदूषक जैसी दिखाई जाती रही है, परन्तु नारद जी अत्यंत विद्वान और महान विचारक हैं। नारद तीनांे लोकों में भ्रमण करने वाले, संवाद करने वाले और सारे विवादों को मिटाने वाले संन्यासी हैं। वास्तव में वे एक आदर्श पत्रकार हैं। कार्यक्रम में साहिबाबाद क्षेत्र के दस से अधिक स्थानीय एवं राष्ट्रीय पत्रकारों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई स्थानीय अधिकारी और अन्य लोग उपस्थित थे।
जबलपुर : जबलपुर में 10 मई को विश्व संवाद केन्द्र, महाकौशल प्रान्त द्वारा नारद जयन्ती पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसे सम्बोधित करते हुए पाञ्चजन्य के सम्पादक श्री हितेश शंकर ने कहा कि भारतीय पत्रकारिता में राष्ट्रीय चेतना का स्वर हमेशा प्रबल रहा है। स्वतंत्रता के पूर्व, इसी स्वर ने जनजागरण में अहम भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भी भारतीय पत्रकारिता ने राष्ट्रीय विचारों के रास्ते को ही चुना, किन्तु आपातकाल में यह स्वर दबाया गया। तब से प्रस्थापित व्यवस्था के विरोध में लिखने को ही पत्रकारिता का मुख्य स्वर माना गया। पत्रकारिता के नकारात्मक होने की यह शुरुआत थी। अब मीडिया को भी यह अनुभव हो रहा है कि नकारात्मक पत्रकारिता से बचना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. गोविन्द मिश्र ने कहा कि देवर्षि नारद हमारे आद्य पत्रकार हैं। उनका स्मरण करते हुए हमें मीडिया में हो रहे बदलावों पर चर्चा करनी चाहिए। समारोह में डॉ. किशन कछवाहा को 'देवर्षि नारद सम्मान' से सम्मानित किया गया। इनके अतिरिक्त अन्य 10 पत्रकारों को भी पुरस्कृत किया गया।
भुवनेश्वर : नारद जयन्ती पर भुवनेश्वर में आयोजित एक कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार तथा स्तम्भकार श्री अरुण कुमार पंडा को विश्व संवाद केंद्र ओडिशा की तरफ से नारद सम्मान-2015 से सम्मानित किया गया। विश्व संवाद केंद्र ओडिशा का यह 13वां नारद सम्मान था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे राज्य प्रशासनिक न्यायाधिकरण, ओडिशा के पूर्व अध्यक्ष तथा वरिष्ठ लेखक श्री हर प्रसाद दास और मुख्य वक्ता थे भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय मंत्री मोहिनी मोहन मिश्र। श्री मिश्र ने कहा कि वर्तमान तकनीकी युग में मानव एवं पूरा सृष्टिचक्र एक विषम स्थिति की तरफ आगे बढ़ रहा है। ऐसे में नारद जैसे पत्रकार की जरूरत है। उन्होंने पत्रकारों से दुनिया को दिशा दिखाने के लिए अपना दायित्व निभाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जयपुर : जयपुर में 10 मई को नारद जयन्ती कार्यक्रम में अंग्रेजी साप्ताहिक पत्रिका 'आर्गेनाइजर' के सम्पादक श्री प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि नकारात्मक पत्रकारिता समाज के लिए घातक है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। नकारात्मक पत्रकारिता के विरुद्ध सोशल मीडिया में प्रतिक्रिया दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि आज नारद जी के आदशोंर् को अपनाते हुए सत्यान्वेषी, राष्ट्रवादी और सबके मन में नारद जगाने वाली पत्रकारिता की आवश्यकता है। श्री केतकर ने कहा कि नारद जी को लेकर गलत अवधारणाएं प्रतिस्थापित की गई हैं, उन्हें बदलने की आवश्यकता है। नारद सूक्त की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि मतों में विभिन्नता व अनेकता है, यही पत्रकारिता का मूल सिद्धांत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान पत्रिका के पूर्व संपादक श्री विजय भंडारी ने कहा कि पत्रकारिता एक पवित्र कार्य है, यह व्यवसाय नहीं है। इसे पूरे मनोयोग से एक मिशन की तरह करना चाहिए। इस मौके पर पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को सम्मानित किया गया।-भुवनेश्वर से पंचानन अग्रवाल एवं अन्य प्रतिनिधि
टिप्पणियाँ