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आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के हैकिंग डिवीजन का दावा करने वाले एक गुट ने अमरीकी सेना के सौ जवानों के नाम-पते और फोटो जारी कर समर्थकों से उनको ढूंढ-ढूंढ कर मारने का आह्वान किया है।
ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखने वाली संस्था 'साइट इंटेलिजेंस' की ओर से जारी एक रपट में कहा गया है कि आईएसआईएस के आतंकियों ने इन अमरीकी जवानों (सेना, वायुसेना और नौसेना) से जुड़ी जानकारी कथित तौर पर वेबसाइट को 'हैक' कर जुटाई है। आतंकियों ने जवानों के रैंक के बारे में भी सूचनाएं सार्वजनिक कर दी हैं। अमरीकी रक्षा मंत्रालय और एफबीआई के अधिकारियों ने घटना की जांच करने की बात कही है। वहीं अमरीकी रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि अधिकांश जानकारी पहले ही सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है, इसलिए सरकारी सर्वर 'हैक' करने का दावा सही नहीं लगता।
सिंगापुर के प्रथम प्रधानमंत्री ली कुआन यू का निधन
सिंगापुर के प्रथम प्रधानमंत्री ली कुआन यू का गत 23 मार्च को निधन हो गया।
कुआन यू 91 वर्ष के थे। सिंगापुर को छोटे बंदरगाह से कारोबार का वैश्विक केन्द्र बनाने का श्रेय ली कुआन यू को ही जाता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुआन यू की मौत पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दूरदर्शी राजनीतिज्ञ और शेरदिल नेता श्री कुआन यू का जीवन हर व्यक्ति को मूल्यवान सीख प्रदान करता है। उनके निधन का समाचार दु:खद है। दु:ख की इस घड़ी में हमारी सहानुभूति श्री ली कुआन यू के परिवार और सिंगापुर के लोगों के साथ है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। ल्ल ल्ल
तारे भी बोलते हैं
भारतीय व ब्रिटिश वैज्ञानिकों के एक दल द्वारा किए गए प्रयोग में साक्ष्य मिले हैं कि तारे भी आवाजें पैदा कर सकते हैं। हालांकि ये आवाजें इतनी ज्यादा आवृत्ति की होती हैं कि इन्हें इंसान या अन्य कोई स्तनपायी जीव नहीं सुन सकता। ब्रिटेन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क व मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के शोधकताअरं को यह साक्ष्य तब मिले, जब वे एक प्लाज्मा लक्ष्य पर बेहद तीव्र लेजर किरणें पड़ने के प्रयोग में कुछ असामान्य नजर आने पर उसका गहराई से परीक्षण कर रहे थे।
शोधकताअरं ने पाया कि लेजर किरण पड़ने के बाद तुरंत बाद प्लाज्मा का प्रवाह बेहद तेजी से उच्च घनत्व वाले क्षेत्र से कम घनत्व वाले क्षेत्र की ओर हो गया। यह प्रतिक्रिया लेजर से संपर्क के महज एक सेकेंड के 10 खरबवें हिस्से जितने समय में हुई। इस प्रयोग से ऐसा नजारा दर्ज हुआ, जैसा कि किसी सड़क पर यातायात जाम के समय होता है। प्लाज्मा के इस प्रवाह के दबाव से कंपन की एक श्रृंखला पैदा हुई, जिससे एक ध्वनि तरंग उत्पन्न हुई। गौरतलब है कि प्लाज्मा, प्रकृति में मौजूद पदार्थों की सभी चार अवस्थाओं में एक अवस्था है, बाकी तीन अवस्थाएं ठोस, तरल व गैस होती हैं। इस तरंग की आवृत्ति करीब 10 खरब (एक ट्रिलियन) हर्ट्ज रही। ल्ल
ब्रिटेन के नौ मेडिकल छात्र आईएसआईएस से जुड़े
आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सूडान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे ब्रिटेन के पांच छात्र और चार छात्राओं के एक सप्ताह पहले सीरिया जाने की खबर है। सभी की उम्र करीब 20 वर्ष बताई जा रही है। ब्रिटिश अखबार 'द टेलीग्राफ' ने इनकी पहचान लीना मौमून अब्दुल कादिर, नादा सैमी कादिर, रोवन कमान जिने अल-अबिदीन, तस्नीम सुलेमान हुसैन, इस्माइल हमादाऊं, तामेर अहमद एबु सिबाह, मोहम्मद उस्माना बदरी, हिशाम मोहम्मद फदलल्हाह और सैमी अहमद कादिर के तौर पर की है। सभी छात्र 12 मार्च को इस्तांबुल पहुंचे थे और अगले दिन आईएसआईएस के नियंत्रण वाले सीरियाई क्षेत्र में प्रवेश किया। माना जा रहा है कि इनके साथ अमरीकी और कनाडा मूल के दो सूडानी छात्र भी सीरिया गए हैं। ल्ल
कुरान जलाने पर पीट-पीट मार डाला
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में 28 वर्षीय फरकुंदा नाम की महिला की कुरान जलाने पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। भीड़ ने पहले निर्ममता से उसे पीट-पीटकर मार डाला, इसके बाद शव को घसीटते हुए नदी तक ले गई और आग लगा दी। अफगानिस्तान के एक स्थानीय चैनल ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि महिला की हत्या की वजह उसके द्वारा कुरान के पन्ने जलाना है। महिला के परिवार का कहना है कि वह कई सालों से मानसिक तौर पर बीमार थी। पुलिस ने इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मानवाधिकार संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए जांच की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि मुस्लिम कट्टरपंथी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में इस तरह की घटनाओं का होना कोई नई बात नहीं है। पिछले दिनों पाकिस्तान में एक 14 वर्षीय बालक की भी तीन लोगों ने ईशनिंदा के आरोप में पीट पीटकर हत्या दी थी। अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के दौरान इस तरह की घटनाएं अक्सर होती रहती थी लेकिन वर्ष 2001 के बाद शहरी क्षेत्रों में हालात थोड़े सुधर गए पर ग्रामीण इलाकों में आज भी ऐसी ही स्थिति है। यहां पर महिलाओं की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है।
प्रस्तुति: आदित्य भारद्वाज
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