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गत 27 फरवरी को राष्ट्रऋषि स्व.नानाजी देशमुख की पंचम पुण्यतिथि पर देश के अनेक क्षेत्रों से लोगों ने चित्रकूट पहंुचकर विधि-विधान से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर याद किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री मदनदास व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केन्द्रीय कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य श्री बजरंगलाल गुप्ता की गरिमामय उपस्थिति रही। एक दिन पूर्व से ही नानाजी को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता दीनदयाल परिसर, चित्रकूट में लगने लगा था। 27 फरवरी की प्रात: से ही चित्रकूट क्षेत्र में लोगों का आना शुरू हो गया और पं़ दीनदयाल पार्क में बने श्रद्धास्थल पर पुष्पार्चन का दौर चलता रहा। वहीं दूसरी ओर रामचरितमानस पाठ व हवन-पूजन का कार्यक्रम भी चल रहा था। हवन-पूजन के पश्चात विशाल भण्डारे में चित्रकूट की पचास किमी़ परिधि के 600 से भी अधिक गांंवों के लोग एवं संस्थान के सभी कार्यकर्ता, गणमान्य अतिथि एवं 12 प्रदेशों से चित्रकूट पहुंचे कार्यकर्ता शामिल थे। इसके अतिरिक्त सतना, रीवा, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, पन्ना, छतरपुर, सीधी, जबलपुर, कटनी, कर्वी, महोबा, हमीरपुर, झांसी, ग्वालियर, भोपाल, इन्दौर, उज्जैन आदि जिलों से लगभग 10 हजार लोगों की उपस्थिति भण्डारे की शोभा बढ़ा रही थी। इस अवसर पर श्रद्धेय नानाजी के जीवन से जुड़े सभी प्रेरणादायी प्रसंगों की भव्य प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे लोगों ने खूब सराहा। एकात्म मानववाद के महान चिन्तक पं. दीनदयाल उपाध्याय की स्मृति में सामाजिक पुनर्रचना हेतु कृतसंकल्पित राष्ट्रऋषि नानाजी द्वारा स्थापित दीनदयाल शोध संस्थान के चित्रकूट प्रकल्प के दीनदयाल परिसर में राष्ट्रऋषि नानाजी की पंचम पुण्य तिथि के अवसर पर कार्यक्रमों की श्रृंखला में अखिल भारतीय कार्यकर्ता परिवार सम्मेलन, अखण्ड मानस पाठ और साध्यकालीन कार्यक्रमों में भजन संध्या का भी आयोजन किया गया था। अखण्ड मानस पाठ की पूर्णाहुति के पश्चात विशाल भण्डारे में उक्त सभी के साथ चित्रकूट क्षेत्र के साधु-संन्यासी एवं गणमान्य सदस्य एवं दीनदयाल शोध संस्थान के गोण्डा, बीड, दिल्ली, नागपुर से पधारे अनेक कार्यकर्ता एवं परिवारों ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश शासन की मंत्री श्रीमती कुसुम महदेले, दीनदयाल शोध संस्थान के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्रजीत सिंह, अ़भा. गो सेवा प्रमुख श्री शंकरलाल, खादी ग्रामोद्योग आयोग के पूर्व चेयरमैन डॉ़ महेश शर्मा, संस्थान के उपाध्यक्ष श्री शंकर प्रसाद ताम्रकार, ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ़ नरेशचन्द्र गौतम व नागपुर से पधारे जगदीश सुकलीकर विशेष रूप से उपस्थित रहे। ल्ल प्रतिनिधि
प्राथमिक शिक्षा संस्कार की प्रथम पाठशाला
गत दिनों विद्या भारती का आगरा मंडल का एक कार्यक्रम सरस्वती शिशु मंदिर, कमला नगर में संपन्न हुआ, जिसमें आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी जिले के पूर्व छात्र व कार्यकर्ता शामिल रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री श्री अवनीश भटनागर ने कहा कि हमें यह विचार करना चाहिए कि विद्यालय से प्राप्त किए संस्कार आज हमारे जीवन में परिलक्षित होते हैं या नहीं? हमारी पारिवारिक जीवन की भूमिका क्या है? क्या जो स्ंास्कार हमें विद्यालय में मिले थे उन्हीं का हम अनुसरण कर रहे हैं? इन बातों पर हम सभी को मनन और चिंता करनी चाहिए। क्योंकि छात्र जीवन में हम संस्कार से जुड़ी विभिन्न चीजें सीखते हैं, लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं और समाज के हाथों में जाते हैं हम उन संस्कारों को भूलने लगते हैं, जिसके फलस्वरूप हमारा नुकसान होता है। हमारे अंदर संस्कार बने रहंे इसके लिए हमें सामाजिक जीवन में चलने वाली गतिविधियों में सहभागी होना होगा।
प्रदेश संयोजक विनोद कुमार ने कहा कि आज के परिवेश में व्यक्तिगत भविष्य के साथ-साथ अपने चरित्र पर भी बल देना चाहिए। अगर हमारा चरित्र अच्छा है तो हम प्रत्येक दिशा में उन्नति कर सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं। ल्ल प्रतिनिधि
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