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बर्द्धमान विस्फोट की जांच कर रही एजेंसियों को पता लगा है कि सारदा चिट फंड घोटाले का 75 करोड़ रुपया बंगलादेश भेजा गया था। इस रकम को इस्लामिक बैंक में जमा किया गया है और इन्हें पहंुचाने में पश्चिम बंगाल के नेताओं का भी हाथ रहा है। बर्द्धमान विस्फोट में मारे गए आतंकी शकील के ठिकाने पर की गई छापेमारी के बाद पता लगा है कि उसने 18 बार बंगलादेश में रकम पहंुंचाई थी। असम से पिछले दिनों गिरफ्तार जेबीएम के सदस्य शाहनूर आलम से हुई पूछताछ के दौरान एनआईए को बंगलादेश रकम पहंुचाने की जानकारी मिली है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि कुछ रकम सऊदी अरब और कुवैत भी भेजी गई है, लेकिन इसके पुख्ता सबूत पाने के लिए कडि़यों को जोड़ा जाना अभी बाकी है। विस्फोट की जांच कर रही एनआईए और घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों की गत दिनों दिल्ली में बैठक हुई थी। इस दौरान एक-दूसरे से जानकारी साझा करने और आपसी तालमेल बढ़ाने पर चर्चा की गई। इससे पहले भी बर्द्धमान विस्फोट के तुरंत बाद सारदा घोटाले के तार उससे जुड़े होने की बात उठती रही है, लेकिन सरकार ने उस समय ऐसा होने से इंकार कर दिया था। सीबीआई सारदा घोटाले तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा से सांसद कुणाल घोष और राज्य सरकार के मंत्री मदन मित्रा को गिरफ्तार कर चुकी है। ल्ल प्रतिनिधि
गायब दस्तावेज नहीं मिले
राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ भूमि सौदे की जांच वाली फाइल से गायब दस्तावेज नहीं मिल सके। राज्य सरकार द्वारा जांच के लिए नियुक्त अधिकारी भी इसका पता नहीं लगा सके हैं। राज्य सूचना आयोग में भी इन गायब कागजात का कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं है। वाड्रा-डीएलएफ सौदे से जुड़ी फाइल से गायब दो पन्नों में जांच समिति का ब्योरा दर्ज है। यही नहीं अशोक खेमका ने स्वयं ही इन पन्नों के गायब होने की जानकारी राज्य सरकार को दी थी। उसी के बाद मुख्यमंत्री ने दस दिन के भीतर जांच कर रपट सौंपने का आदेश दिया था। चकबंदी विभाग के तत्कालीन महानिदेशक खेमका ने गुड़गांव के शिकोहपुर में वाड्रा-डीएलएफ के बीच हुए भूमि सौदे को रद्द किया था।
सिखों की घरवापसी
धर्म जागरण मंच की ओर से अमृतसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान गत 30 दिसम्बर को 40 वंचित सिखों के परिवारों ने सिख पंथ में वापसी कर ली। ये सभी कन्वर्जन कर पहले ईसाई बन गए थे। सिख पंथ में लौटे परिवारों को सिरोपा, गुरु साहिबान का एक लॉकेट व जपुजी साहिब की पोथी भेंट की गई है। इस मौके पर बलिदानी बाबा जीवन सिंह गुरुद्वारा के अध्यक्ष संतोख सिंह ने कहा कि कुछ सिख परिवार भ्रम के कारण ईसाई बन गए थे, जिन्होंने स्वेच्छा से घरवापसी की है। ल्ल प्रतिनिधि
शकील ने बंगलादेश पहंुचाई थी रकम
बर्द्धमान विस्फोट की जांच कर रही एजेंसियों को पता लगा है कि सारदा चिट फंड घोटाले का 75 करोड़ रुपया बंगलादेश भेजा गया था। इस रकम को इस्लामिक बैंक में जमा किया गया है और इन्हें पहंुचाने में पश्चिम बंगाल के नेताओं का भी हाथ रहा है। बर्द्धमान विस्फोट में मारे गए आतंकी शकील के ठिकाने पर की गई छापेमारी के बाद पता लगा है कि उसने 18 बार बंगलादेश में रकम पहंुंचाई थी। असम से पिछले दिनों गिरफ्तार जेबीएम के सदस्य शाहनूर आलम से हुई पूछताछ के दौरान एनआईए को बंगलादेश रकम पहंुचाने की जानकारी मिली है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि कुछ रकम सऊदी अरब और कुवैत भी भेजी गई है, लेकिन इसके पुख्ता सबूत पाने के लिए कडि़यों को जोड़ा जाना अभी बाकी है। विस्फोट की जांच कर रही एनआईए और घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों की गत दिनों दिल्ली में बैठक हुई थी। इस दौरान एक-दूसरे से जानकारी साझा करने और आपसी तालमेल बढ़ाने पर चर्चा की गई। इससे पहले भी बर्द्धमान विस्फोट के तुरंत बाद सारदा घोटाले के तार उससे जुड़े होने की बात उठती रही है, लेकिन सरकार ने उस समय ऐसा होने से इंकार कर दिया था। सीबीआई सारदा घोटाले तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा से सांसद कुणाल घोष और राज्य सरकार के मंत्री मदन मित्रा को गिरफ्तार कर चुकी है। ल्ल प्रतिनिधि
कुरैशी का तबादला
उत्तराखंड के राज्यपाल अजीज कुरैशी को स्थानांतरण कर मिजोरम का राज्यपाल बनाया गया है, उनकी जगह केके पॉल उत्तराखंड के नये राज्यपाल बनाए गए हैं। कुरैशी अपने विवादित बयानों के कारण पिछले कुछ दिनों से खासी चर्चा में बने रहे थे। खासकर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार संभालने के दौरान रामपुर स्थित जौहर विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्थान की मान्यता देने पर उनकी काफी आलोचना भी हुई थी। इसके बाद से ही उनको उत्तराखंड से हटाए जाने को लेकर संशय बना हुआ था। कुरैशी ने राज्यपाल के पद से हटाए जाने की आशंका को ध्यान में रखते हुए स्वयं सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। -प्रतिनिधि
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