राज्य समाचार - असम में होगा बोडो आतंकियों का सफाया
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

राज्य समाचार – असम में होगा बोडो आतंकियों का सफाया

by
Dec 29, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 29 Dec 2014 15:26:56

असम के कोकराझार और शोणितपुर में बोडो आतंकियों द्वारा पिछले दिनों वनवासियों पर किए गए हिंसक हमले में मरने वालों की संख्या 80 से अधिक पहुंच गई। वनवासियों ने अपने बचाव में कार्रवाई करते हुए बोडो आतंकियों पर हमला बोल दिया। हिंसा और तनाव को देखते हुए केन्द्र सरकार ने बोडो आतंकियों का सफाया करने का अभियान छेड़ दिया है। सेना के हेलीकॉप्टर आतंकियों क ी तलाश में जुट गए हैं। इस पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है।
गत 23 दिसम्बर की रात बोडो आतंकियों ने वनवासी समाज को निशाना बनाकर उन पर हमला बोल दिया था। इस हमले के बाद वनवासियों ने भी 24 दिसम्बर को शोणितपुर में आतंकियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया और हिंसा भड़क गई। इस बीच पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में तीन वनवासियों की मौत हो गई। हिंसा के कारण हजारों की संख्या में वनवासियों ने सुरक्षित ठिकानों के लिए पलायन कर दिया।
बोडो आतंकियों की कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों के पांच हजार जवानों को तत्काल असम भेज दिया गया। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वयं असम जाकर हालात का जायजा लिया। इस संबंध में गृहमंत्री ने थल सेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग को आतंकियों के विरुद्ध कड़ी नीति अपनाने को कहा है।
वहीं विदेश मंत्रालय से भूटान व म्यांमार से संपर्क कर हमले के बाद उन देशों में छिपने वाले आतंकियों को तलाश करने के लिए कहा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकी कार्रवाई को कायरतापूर्ण करार देते हुए पीडि़त परिवारों के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की। प्रधानमंत्री सहायता कोष से मृतक के परिवार वालों को 2-2 लाख रुपए एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद दी जाएगी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी असम में हुई निर्दोषों की नृशंस हत्या की कड़ी भर्त्सना की है।  ल्ल प्रतिनिधि 

सरकार से की आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
बोडो आतंकियों द्वारा कोकराझार में हुई वनवासियों की नृशंस हत्या की जनजातीय धर्म संस्कृति सुरक्षा मंच, गुवाहाटी ने कड़े शब्दों में निंदा की। मंच के अध्यक्ष बी. बी. जमातिया ने पीडि़त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार तत्काल पीडि़त परिवारों के लिए चिकित्सा, भोजन-पानी, कपड़े और रहने की व्यवस्था कराए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह वनवासियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे। साथ ही धार्मिक संस्थाओं से मांग की गई कि वे इस घटना की गंभीरता को देखते हुए इस क्षेत्र और समाज के लोगों की मदद के लिए आगे आएं। मंच द्वारा राज्य सरकार से मांग की गई कि वनवासियों की हत्या करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

देश की सीमा पर चौकसी की गई कड़ी
देश से सटी सीमाओं पर केन्द्र सरकार ने खुफिया रपट के बाद सैन्य गश्त बढ़ा दी है। भारत-नेपाल एवं भारत-भूटान सीमा पर आतंकी गतिविधि रोकने के विशेष आदेश दे दिए गए हैं।
केन्द्र सरकार के इस आदेश के बाद से सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी)को सिरे से मजबूत करते हुए बटालियन की संख्या में वृद्धि की गई है। इन क्षेत्रों में बटालियनों की संख्या 62 से बढ़ाकर 73 कर दी गई है। सूत्रों की मानें तो 5 नई बटालियनों का प्रशिक्षण प्रगति पर है। भारत की पड़ोसी देशों से लगती सीमा देश की सुरक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है, इन पर जरा सी ढील भी आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है। 
भारत के विरुद्ध किसी भी गतिविधि को रोकने हेतु सिलिगुड़ी, गुवाहाटी एवं कुछ अन्य स्थानों पर एसएसबी को विशेष जिम्मा सौंपा गया है।  ऐसा इसलिए क्योंकि भारत-नेपाल एवं भारत-भूटान क्षेत्र में देश विरोधी गतिविधियों का प्रमाण कई बार खुफिया रपट में मिला था। 
पश्चिम में बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल, बिहार, उ. प्र. और उत्तराखंड आदि राज्यों से सटी देश की सीमाओं पर एसएसबी की तैनाती है। गौरतलब है कि एसएसबी ने हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी रपट में अधिकारियों को चौंकाने वाले तथ्य प्रस्तुत किए। विभिन्न अभियानों के तहत एसएसबी ने भारत की सीमा से अवैध नकली मुद्रा, विस्फोटक सामग्री, नशीले पदार्थ तथा आतंकी तत्व पकड़े हैं। ल्ल बासुदेब पाल

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

मिशनरियों-नक्सलियों के बीच हमेशा रहा मौन तालमेल, लालच देकर कन्वर्जन 30 सालों से देख रहा हूं: पूर्व कांग्रेसी नेता

Maulana Chhangur

कोडवर्ड में चलता था मौलाना छांगुर का गंदा खेल: लड़कियां थीं ‘प्रोजेक्ट’, ‘काजल’ लगाओ, ‘दर्शन’ कराओ

Operation Kalanemi : हरिद्वार में भगवा भेष में घूम रहे मुस्लिम, क्या किसी बड़ी साजिश की है तैयारी..?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

मिशनरियों-नक्सलियों के बीच हमेशा रहा मौन तालमेल, लालच देकर कन्वर्जन 30 सालों से देख रहा हूं: पूर्व कांग्रेसी नेता

Maulana Chhangur

कोडवर्ड में चलता था मौलाना छांगुर का गंदा खेल: लड़कियां थीं ‘प्रोजेक्ट’, ‘काजल’ लगाओ, ‘दर्शन’ कराओ

Operation Kalanemi : हरिद्वार में भगवा भेष में घूम रहे मुस्लिम, क्या किसी बड़ी साजिश की है तैयारी..?

क्यों कांग्रेस के लिए प्राथमिकता में नहीं है कन्वर्जन मुद्दा? इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री रहे अरविंद नेताम ने बताया

VIDEO: कन्वर्जन और लव-जिहाद का पर्दाफाश, प्यार की आड़ में कलमा क्यों?

क्या आप जानते हैं कि रामायण में एक और गीता छिपी है?

विरोधजीवी संगठनों का भ्रमजाल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies