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लखनऊ में राष्ट्रधर्म मासिक पत्रिका के विजय विशेषांक का लोकार्पण उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने गत 2 नवंबर को निरालानगर स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर के माधव सभागार में किया। इस अवसर पर केन्द्रीय लघु उद्योग मंत्री कलराज मिश्र मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि इतिहास में भारतीय संस्कृति और पौरुष की झलक है। इसके कण-कण में शौर्य है। आधुनिक समय में मतदान के द्वारा जय-पराजय तय होती है। इसके माध्यम से देश की ताकत का निर्धारण होता है। इससे पता चलता है कि कौन सी सत्ता देश की आन्तरिक बाह्य चुनौतियों का समाधान कर सकती है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि पिछले एक दशक से देश का प्रजातंत्र,अर्थव्यवस्था, विदेशों में सम्मान आदि का बहुत नुकसान हुआ। भारत की गिनती भ्रष्टाचारी,कंगाल, गरीब देश में होने लगी। तब देश में अराजकता का माहौल था। ऐसे में देश के जनसामान्य ने उस सत्ता को हटाकर शक्तिशाली नेतृत्व को कमान सौंपी। विकल्प के रूप में पूरे देश ने कल्पना से परे जाकर प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी को चुना, उनके व्यक्तित्व में सवा सौ करोड़ लोगों की आकांक्षा,अपेक्षा, स्वाभिमान समाहित है। उनके नेतृत्व में देश आध्यात्मिक व सामाजिक महाशक्ति बनेगा।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल श्री राम नाइक ने कहा कि राष्ट्रधर्म केवल एक पत्रिका मात्र नहीं, यह एक विचारधारा है, जिसे पं. दीनदयाल उपाध्याय ने प्रारम्भ किया, श्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसे लोगों ने आगे बढ़ाया। उन्होंने शिवाजी का उदाहरण देते हुए कहा कि विजय-पराजय का संबंध मानसिकता से भी है। इतिहास हमारी विजय गाथा से भरा है। इसे पहचानने की जरूरत है। लेकिन इसके लिए इतिहास को सही रूप देना होगा। यह पराजित होने का ही इतिहास नहीं है। आत्मविश्वास के साथ देश को शक्तिसम्पन्न बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी को अमरीकी वीजा देने पर दो वर्ष तक चर्चा चली, लेकिन भारत के जनादेश के बाद अमरीका को अपनी तरफ से वीजा भेजना पड़ा। इसके बाद बिट्रिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने हिन्दुत्व के विश्वकोष का विमोचन किया, यह 11 संस्करण में है। भारत का यह प्रभाव जनादेश का परिणाम है। मीडिया को चाहिए कि वह वैचारिक परिवर्तन को उचित स्थान दे।
श्री नाइक ने कहा कि सांस्कृतिक,पर्यावरण, प्रकृति, स्वास्थ्य आदि के क्षेत्र में भारत प्राचीन काल से बेजोड़ रहा है। इस पर गर्व करना होगा। पत्रिका के संपादक श्री आनन्द मिश्र 'अभय' ने कहा कि भारत में विजय अभियान की लम्बी परम्परा रही है। देश के लोगों ने स्वतंत्रता के लिए बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि इतिहास को भ्रामक बनाने का षड्यंत्र किया गया। 2014 की विजय मतदान द्वारा प्राप्त की गई, भाजपा समूचे देश की पार्टी बनी।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि ब्रिगेडियर अरुण वाजपेयी थे और संचालन पवन पुत्र बादल ने किया। कार्यक्रम में दो गैर हिन्दी भाषी सहित्यकारों को हिन्दी सेवा के लिए सम्मानित किया गया। किशोर काबरा एवं डॉ़ आशोक प्रभाकर कामत को 21 हजार रुपए नकद व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार के. विक्रम राव, डॉ. दिलीप अग्निहोत्री, रा.स्व. संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री शिवनारायण, प्रांत प्रचारक श्री संजय जी, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अशोक तिवारी, अभिजात मिश्र सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। -धीरज त्रिपाठी
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