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कृत्रिम पैर के साथ एवरेस्ट पर चढ़ने वालीं विश्व की प्रथम महिला अरुणिमा सिन्हा को इस वर्ष के प्रो. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अरुणिमा सिन्हा को कुछ ही वर्ष पहले चलती रेलगाड़ी से किसी ने धक्का देकर नीचे गिरा दिया था। दूसरी तरफ से आने वाली गाड़ी से उनका एक पैर बुरी तरह कुचल गया। जीवन को बचाने के लिए उनका पैर काटना पड़ा था। एक पैर के कटने के बावजूद उन्होंने विश्व की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने की ठानी और 21 मई, 2013 को उन्होंने एवरेस्ट पर तिरंगा लहरा दिया। उनके अद्भुत साहस और जिजीविषा को देखते हुए ही उन्हें यह पुरस्कार 16 नवम्बर को अमृतसर में दिया जाएगा। -प्रतिनिधि
संघ शिक्षा वर्गों में दिखा नया उत्साह
पिछले दिनों बंगाल में पूजा की छुट्टियों के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा कई जिलों में संघ शिक्षा वर्ग आयोजित किए गए। इन वर्गों में स्वयंसेवकों को शाखा चलाने के लिए बौद्धिक और शारीरिक प्रशिक्षण दिया गया। सात दिवसीय इन वर्गों में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष इन वर्गों में स्वयंसेवकों की संख्या कहीं दोगुनी रही, तो कहीं तीगुनी। ये वर्ग उत्तर बंग प्रान्त के सिलीगुड़ी, रामकृष्णपुर, दीनहाटा, बंसीहारी, नघरिया और फरक्का में आयोजित हुए। प्रशिक्षणार्थियों को क्षेत्रीय प्रचारक श्री अद्वैतचरण दत्त, प्रान्त प्रचारक श्री गोबिन्द घोष, सह प्रान्त प्रचारक श्री जलधर महतो सहित अनेक अधिकारियों ने सम्बोधित किया। ल्लबासुदेब पाल
कोटड़ा में श्रीराम कथा
गत दिनों राजस्थान के वनवासी-बहुल क्षेत्र कोटड़ा (उदयपुर) के वनवासी कल्याण आश्रम परिसर में नौ दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन हुआ। कथा के प्रारंभ होने से पहले नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। उद्घाटन सत्र में सन्त श्री राघवाचार्य जी महाराज वेदांती की विशेष उपस्थिति रही। मुख्य अतिथि थे श्री रामचन्द्र खराड़ी एवं मुख्य यजमान श्री मुरारीलाल बुम्बरिया रहे। जोधपुर के कथाकार संत कृपाराम जी महाराज ने श्रीराम कथा की गंगा बहाई और भक्तों को इस गंगा में डुबकी लगाने के लिए विवश कर दिया। कार्यक्रम में एक दिन अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष श्री जगदेवराम उरांव का सान्निध्य भी प्राप्त हुआ। ल्ल
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