मार्गदर्शक होता है शिक्षक
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मार्गदर्शक होता है शिक्षक
हमारी संस्कृति में शिक्षण महज एक पेशा नहीं है, बल्कि यह मार्गदर्शन और ज्ञान प्रदान करने का अनुपम दैवीय दायित्व है।
-नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री (शिक्षक दिवस पर दिए अपने संदेश में)
दिल्ली विकास प्राधिकरण आवासीय योजना 2014 के छपे फॉर्म में एक गलती (जेन्डर कॉलम खाली छूट जाने से) की वजह से 2,50000 फॉर्म बेकार हो गए। यही वजह थी कि लोगों को फॉर्म मिलने में परेशानी हो रही थी।
2014 में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में शामिल 88 प्रतिशत छात्रों ने पहली ही कोशिश में कामयाबी हासिल की। पिछले साल यह प्रतिशत 69.6 था।
अच्छे-बुरे दिन
अब ऑनलाइन हासिल कर सकेंगे वाहनों के मनचाहे नम्बर
अब अपने वाहनों के लिए मनचाहा नम्बर हासिल करने के लिए परिवहन विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और न ही सिफारिशों की जरूरत पड़ेगी। विभाग ने मनचाहे नम्बरों की ऑन लाइन नीलामी पूरी कर ली है। 15 सितम्बर तक इस प्रक्रिया के आरम्भ होेने की उम्मीद है।
श्रेणी 0001 नम्बर के लिए न्यूनतम 5 लाख रुपए अदा करने होंगे। 0002 से 0009 तक 3 लाख, 0010 से 0099, 786, 1000, 1111, 7777, 9999 के लिए न्यूनतम 2 लाख रुपए अदा करने होंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.)तेजिंदर सिंह को दिल्ली की एक अदालत ने 20अक्तूबर तक के लिए जेल भेज दिया। इन पर आरोप है कि टाट्रा ट्रकों की खरीद से जुड़ी फाइल को मंजूरी देने के लिए तत्कालीन सेना प्रमुख (जनरल वी.के.सिंह) को रिश्वत की पेशकश की थी। न्यायालय ने 28 अगस्त को आरोपपत्र पर संज्ञान लेते हुए उन्हें बतौर आरोपी समन दिया था।
'कन्नूर मॉडल' पर
“पार्टी कार्यकर्ता भाजपा से निपटने के लिए राज्य में 'कन्नूर मॉडल' अपनाएं।”
-प्रकाश करात,माकपा महासचिव (रा.स्व.सेवक संघ के कार्यकर्ता ई. मनोज की हत्या के लगभग एक सप्ताह पहले का बयान )
“माकपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ उनके राष्ट्रीय नेताओं द्वारा केरल तथा कन्नूर के प्रवास के दौरान संघ परिवार के प्रति घृणा फैलाने वाले जो वक्तव्य दिये जा रहे थे, वे भी इस घटना के पीछे मुख्य रूप से उत्तरदायी हैं।”
-डॉ.कृष्ण गोपाल,सह सरकार्यवाह,रा.स्व.संघ (2 सितंबर को दिए बयान में)
ट्विटर से
“कई दशकों से हम निष्क्रियता का सामना कर रहे हैं। अन्तत: हमें ऐसा नेता मिल ही गया जो सक्रिय है, न केवल राजनीतिक, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी ।” -शेखर कपूर, फिल्म अभिनेता
“देश में ऐसे हालात क्यों बन रहे हैं? क्यों, स्कूली बच्चों को अपने ही प्रधानमंत्री को सुनने से रोका जा रहा है?” – किरण बेदी (जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में प्रधानमंत्री के भाषण को लेकर नीरसता पर)
“देश में काला धन वापस लाना आसान नहीं है। यदि ऐसा हो भी जाता है तो इससे गरीबी दूर नहीं होगी, बल्कि महंगाई बढ़ेगी। पर घबराएं नहीं, निकट भविष्य में काला धन वापस नहीं आने वाला, क्योंकि कई राजनीतिज्ञों का बैंकों में ऐसा धन है।” -भीखू पारेख, ब्रिटेन के हाउस ॲाफ लार्ड्स के सदस्य,एक व्याख्यान में
'मगर' गलत तो गलत है!
“अगर कोई कारोबारी अपने बच्चे को अच्छी तालीम देने या पेट पालने के लिए काला बाजारी करता है तो हम उसे माफ कर देंगे।… मेरी चिंता भ्रष्टाचार के तालाब में तैर रहे मगरमच्छ हैं, मैं छोटी मछलियों को परेशान करना नहीं चाहता।” -जीतन राम मांझी, बिहार के मुख्यमंत्री
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