|
चीन सरकार एक ऐसी परियोजना पर बहुत तेजी से काम कर रही है, जिसके अन्तर्गत चीन की रेलगाडि़यां पाकिस्तान तक जाएंगी। यह रेल लाइन पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरेगी। यह रेल लाइन चीन के उइगर मुस्लिम-बहुल प्रान्त स्िंाक्यिांग के काशगर नगर से शुरू होकर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और कराची होते हुए ग्वादर बंदरगाह तक जाएगी। सामरिक विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की दृष्टि से चीन की यह परियोजना ठीक नहीं है।
उल्लेखनीय है कि चीन 90 प्रतिशत पेट्रोलियम पदार्थ ग्वादर बंदरगाह के रास्ते ही आयात करता है। सऊदी अरब से तेल के जहाज ग्वादर बंदरगाह तक आते हैं और यहीं से पाइप लाइन के जरिए चीन पहंुचता है। अब चीन ग्वादर बंदरगाह से रेल गाड़ी के जरिए तेल पहंुचाना चाहता है। इसके साथ ही उसकी यह भी मंशा है कि इस परियोजना के जरिए भारत को सामरिक दृष्टि से भी घेरा जाए। यानी भारत को घेरने के लिए ही चीन इस परियोजना पर काम कर रहा है। इससे पहले चीन भारत से लगी सीमाओं तक सड़क और रेल मार्ग का जाल बिछा चुका है। किसी तरह की आपात स्थिति में चीन अपनी सेना को कुछ ही घंटों में भारत की सीमा तक पहंुचा सकता है,जबकि भारत अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण ऐसा नहीं कर सकता है। यदि चीन इस रेल परियोजना को साकार करने में सफल रहा तो, यह भारत के लिए ठीक नहीं होगा। रणनीति विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की तरफ से इस परियोजना का विरोध हो।
टिप्पणियाँ