आवरण कथा- सवाल तीस्ता की तिजोरी पर भी
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

आवरण कथा- सवाल तीस्ता की तिजोरी पर भी

by
Jun 28, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 28 Jun 2014 16:36:55

गुजरात दंगा मामले में खुद को सेक्यूलरिज्म की सबसे बड़ी पैरोकार के रूप में साबित करने वाली 'सेंटर फॉर जस्टिस एंड पीस'(सीजेपी) एनजीओ चलाने वाली तीस्ता सीतलवाड़ लगातार विदेशों के इशारे पर काम कर रही है। तीस्ता गुजरात की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने और गिराने में वर्ष 2002 से ही जुटी रही है। तीस्ता सीतलवाड़ के विदेशी कनेक्शन का खुलासा खुद उनके पूर्व सहयोगी रहे रईस खान पठान ने अदालत में जमा अपने एक हलफनामे में किया था। रईस खान के मुताबिक तीस्ता के पास विदेशों से हवाला के जरिए जमकर पैसा आ रहा है।
गुजरात दंगे से पहले जनवरी 2001 से दिसंबर 2002 के बीच तीस्ता सीतलवाड़ व उसके पति जावेद आनंद के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में खुले बचत खाते में कोई भी रकम नहीं थी, लेकिन गुजरात दंगे के बाद न केवल उन्होंने कई बैंकों में खाते खोल लिए, बल्कि करोड़ों रुपए की बारिश भी उन पर होने लगी! जिस गुलबर्ग सोसायटी केस में उसने दिवंगत एहसान जाफरी की पत्नी जाकिया जाफरी के साथ मिलकर घटना के चार साल बाद नरेंद्र मोदी को मुख्य अभियुक्त बनाया था, उस सोसायटी के पीडि़तों ने शिकायत की थी कि दंगा पीडि़तों को मदद करने के नाम पर तीस्ता देश-विदेश के दानकर्ताओं से करोड़ों रुपए वसूल तो कर रही है, लेकिन हमें फूटी कौड़ी भी नसीब नहीं हुई है!
तीस्ता के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बचत खाता नंबर- 369102010003883 में वर्ष 2002 से मई 2013 के बीच डेढ़ करोड़ रुपए जमा हुए हैं। इसी दौरान उसके पति जावेद के बचत खाते में भी 92 लाख 21 हजार रुपए जमा हुए। तीस्ता-जावेद दंपति का आईडीबीआई बैंक में भी बचत खाता है, जिसमें साल 2005 -13 के बीच करीब 98 लाख रुपए जमा हुए हैं। इसी दौरान उसकी बेटी तमारा के बचत खाते में भी अलग-अलग जगहों से 3 लाख 52 हजार रुपए जमा हुए। दंगे के बाद तीस्ता के आईडीबीआई व यूनियन बैंक खाते में 2 करोड़ 11 लाख एवं 1 करोड़ 28 लाख रुपए जमा हुए हैं। तीस्ता के पूर्व सहयोगी रईस खान पठान के मुताबिक, दंगा पीडि़तों की मदद के लिए आए इस दान के धन को तीस्ता व उसके पति ने फिक्स्ड डिपोजिट, मार्केट शेयर और म्युच्युअल फंड में निवेश कर खूब मुनाफा कमाया है।
तीस्ता ने दंगा पीडि़तों की मदद के लिए 'सबरंग ट्रस्ट' और 'सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस' नामक एनजीओ बना रखा है। इसके अलावा तीस्ता ने 'सबरंग कम्युनिकेशन' नाम से एक फर्म भी बनाया हुआ है। अप्रैल 2007 से 2013 के बीच सबरंग ट्रस्ट के फेरा अकाउंट नंबर- 369102010802885 में एक करोड़ 38 लाख रुपए विदेशी चंदे से आया। इन रुपयों को दंगा पीडि़तों में बांटने या उनकी मदद में लगाने की जगह तीस्ता व उसके पति जावेद ने करीब 40 लाख रुपए अपने बचत खाते में हस्तांतरित कर लिया और शराब, सेंट आदि सुविधाओं की खरीद में इसका निजी उपयोग किया। इसके अलावा सबरंग कम्युनिकेशन में भी उसने इसी खाते से 33 लाख रुपए हस्तांतरित किए। इसके अलावा तीस्ता के एनजीओ 'सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस' को दान में 96 लाख रुपए मिले, जिसमें से 55 लाख रुपए जावेद ने अपने बचत खाते में हस्तांतरित कर लिए।
तीस्ता फर्जीवाड़ा करने से यहीं नहीं रुकी, बल्कि गुलबर्ग सोसायटी में मारे गए लोगों की याद में एक स्मारक बनाने के नाम पर उसने पूरी दुनिया से करीब डेढ़ करोड़ रुपए इकटठा किया, लेकिन 2007 में उसने स्मारक बनाने की योजना स्थगित कर दी और यह रुपया भी दंगा पीडि़तों की जगह उसके व उसके परिवार के सदस्यों के काम आ गया। तीस्ता के सबरंग ट्रस्ट में केवल तीन ट्रस्टी हैं- तीस्ता, उसका पति जावेद आनंद व उसकी बहन एमिली सीतलवाड़। इसके अलावा उसने अपनी बेटी को भी इस ट्रस्ट में काम करते हुए दर्शा रखा है। यह पूरा परिवार दान में मिले धन की हेराफेरी के अलावा ट्रस्ट से मोटी तनख्वाह भी लेता है।
बैंक खाते में विदेशों से आने वाली रकम ही नहीं, बल्कि तीस्ता को मिले पुरस्कार और अन्य दस्तावेज भी उसके विदेशी कनेक्शन और वहां से मिल रही मोटी रकम को दर्शाते हैं। अमरीका के मानवाधिकार उल्लंघन की पोल और दुनिया भर के राजनीतिज्ञों व दौलतमंद व्यक्तियों की पोल खोलने वाली वेबसाइट 'विकीलिक्स' के मुताबिक, तीस्ता सीतलवाड़ और अमरीकी सरकार लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं। तीस्ता के अमरीकी कनेक्शन का दूसरा सबूत अमरीकी कंपनी व दुनिया की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी 'फोर्ड' की सामाजिक इकाई फोर्ड फाउंडेशन द्वारा 2 लाख 50 हजार अमरीकी डॉलर के फंड का मिलना भी है। यह राशि तीस्ता के 'सबरंग ट्रस्ट' को मिली है। इसके अलावा तीस्ता को नीदरलैंड की 'हिवोस' संस्था से भी जबरदस्त फंडिंग का सबूत सामने आ चुका है। यही नहीं, अरब देशों से उनकी फंडिंग का सबसे बड़ा सबूत कुवैत के 'फेडरेशन ऑफ इंडियन मुस्लिम एसोसिएशन' द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाना भी है। तीस्ता के एनजीओ पर फेरा के उल्लंघन का मामला भी सामने आ चुका है। आज गुलबर्ग सोसायटी दंगा पीडि़तों की स्थिति जस की तस है। गुजरात दंगे से पहले एक मद खाली बैंक खाते वाली तीस्ता व उसके पति जावेद दंगे के बाद करोड़पति हो गए हैं!

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies