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अंक सन्दर्भ: 20 अप्रैल, 2014
आवरण कथा ह्यलहर पर सवारह्ण कांग्रेस के नेताओें के लिए साफ संकेत है कि देश की आम जनता ने उसके तिलिस्म को तोड़ दिया है। संप्रग शासन की असफलताओं के कारण जनता में उठा ज्वार उसके बिल्कुल विपरीत है। देश के प्रत्येक क्षेत्र से जनता की आती आवाजें बता रही हैं कि देश अब गुलामी और वंशवाद की राजनीति नहीं चाहता है, बल्कि विकास चाहता है।
-राममोहन चन्द्रवंशी
जिला-हरदा (म.प्र.)
० आज नरेन्द्र मोदी देश की जरूरत हैं। मोदी किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि संपूर्ण राष्ट्र की मांग है। आए दिन पाकिस्तान और चीन द्वारा किये जाने वाले दुस्साहस का मुहंतोड़ जबाव भारत माता का कोई पुत्र ही दे सकता है। क्योंकि उसने सदैव इस देश की मिट्टी को मां माना है। वे क्या जबाव देंगे जिन्होंने न तो इस देश में जन्म लिया हो और न यहां की मिट्टी से प्यार हो? ऐसे लोगों से देश क्या उम्मीदें कर सकता है? भारत माता की पीड़ा उसका स्वयं का ही पुत्र समझ सकता है, कोई विदेशी नहीं?
-सूर्यप्रताप सिंह ह्यसोनगराह्ण
कांडरवासा(म.प्र.)
० केन्द्र की कांग्रेस सरकार में दस साल में हुए भ्रष्टाचार और 49 दिन की केजरीवाल सरकार के खिलाफ जनता खुलकर सामने आ चुकी है और उसने इन पार्टियों की कारगुजारियों के विरोध में खुलकर मतदान भी किया है। नरेन्द्र मोदी को रोकने के लिए सपा ने राहुल और सोनिया गंाधी के खिलाफ प्रत्याशी न उतारकर साफ संकेत दिया है कि वे मोदी को प्रधानमंत्री बनते देखना नहीं चाहते हैं। परन्तु जनता ने देश लूटने वालों की साजिश को भलीभांति समझ लिया है। इस चुनाव मे मोदी ने सम्पूर्ण देश को विकास के मुद्दे पर केन्द्रित करके इन दलों की उन्मादी,जोड़-तोड़, जातिवाद जैसी गंदी राजनीति को नष्ट कर दिया है।
-हरिओम जोशी,
चतुर्वेदी नगर, भिण्ड (म.प्र.)
देश का भविष्य युवा शक्ति
भारत सदैव से महान रहा है और रहेगा। विश्व को एक परिवार की तरह रहना है तो वह भारत से शिक्षा ले। आज भारत की युवा शक्ति सम्पूर्ण विश्व में अपने ज्ञान-विज्ञान, उद्यमशीलता, प्रगति और पराक्रम के मानदंड स्थापित करने में विशेष योगदान दे रही है। इसलिए भारत का भविष्य उज्ज्वल है। यह सत्य है कि युवा शक्ति किसी भी देश का भविष्य ही नहीं,वर्तमान भी होती है। इसलिए आवश्यक है कि युवाओं के साहस और सामर्थ्य को राष्ट्रहित की दिशा में लगाया जाए।
-क ृष्ण वोहरा
जेल परिसर, सिरसा(हरियाणा)
देश लूटा कांग्रेस ने
कांग्रेस ने अपने शासनकाल में देश के धन को लूटकर विदेशी बैंकों में जमा किया है। जनता के पैसों का जितना दुरुपयोग कांग्रेस ने किया उतना किसी ने नहीं किया। इसे देश का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि जिस देश की जनता ने देश के विकास के लिए पार्टी को चुना उसी ने देश को लूटकर खोखला कर दिया। समाज में साम्प्रदायिकता का जहर घोलने वाली कांग्रेस वोट के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाती है, लेकिन जनता ने इस बार उनके इरादों को भांप लिया है।
-शान्ति कुमारी
नया टोला, कटिहार (बिहार)
एक-एक वोट महत्वपूर्ण
आज का समय भारत व भारत की राजनीति में एक निर्णायक मोड़ की तरह है। इसमें अहम बात है कि प्रत्येक देशवासी को भारत की आन-बान और शान की रक्षा हेतु अपना मतदान करना है। अगर देश की जनता से इसमें जरा सी चूक हुई तो भारतीय संस्कृति व भारत की अखंडता को सत्ता के लोभी नष्ट कर देंगे।
-जय नारायण गुप्ता
शाहदरा(दिल्ली)
आआपा है लक्ष्य विहीन
अरविन्द केजरीवाल एक ऐसी पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसका न कोई सुविचारित लक्ष्य है और न कोई स्थाई विचारधारा। आआपा केवल एक मुद्दे पर आधारित पार्टी है,जो सभी राजनैतिक पार्टियों व उद्योगपतियों को चोर व भ्रष्ट कहने की एकमात्र विचारधारा का पालन करती है। आआपा के पास रोजगार, महंगाई, सुरक्षा व देश की सम्प्रभुता की रक्षा से संबंधित कोई भी स्पष्ट नीति नहीं है। अरविन्द केजरीवाल सिर्फ दूसरों को बदनाम करने की राजनीति करते हैं।
-आनन्द मेहता
सर्राफा बाजार, सहारनपुर(उ.प्र.)
देश सेवा में समर्पित संघ
रा.स्व.संघ देश के विभिन्न क्षेत्रों में आम जनता के कल्याण व सेवा में रत रहा है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में संघ के स्वयंसेवक अपने जान की परवाह किए बगैर समाज के कल्याण में लगे रहते हैं। फिर भी संघ से द्वेष रखने वाले लोग इस स्वयंसेवी संगठन को समय-समय पर अपना निशाना बनाते रहते हैं। संघ ने सदैव जनकल्याण और देश को सर्वोपरि समझा है। यह उनको समझना चाहिए।
– डॉ.अ.कीर्तिवर्द्धन
जानसठ रोड, मुजफ्फरनगर(उ.प्र.)
देश तोड़ने की प्रथा
भारतीय राजनीति में चुनाव जीतने के लिए नेता किस कदर जा सकते हैं, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। सेकुलर नेता सम्प्रदाय विशेष के प्रमुख व्यक्तियों से अपने पक्ष में आदेश या फतवा जारी करवाते हैं। मजे की बात यह है कि सम्प्रदाय विशेष के लोग भी बिना सोचे-समझे उसी में अपना मतलब देखकर फतवा जारी कर देते हैं। लेकिन आज जनता ऐसे फतवों को मानने वाली नहीं है। उसने दस साल कांग्रेस के शासनकाल को भुगता है और अब वह भुगतना नहीं चाहती है।
-कुंवर वीरेन्द्र सिंह
कम्पू लश्कर, ग्वालियर(म.प्र.)
भ्रमित करने की साजिश
कांग्रेस के नेता, भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी को वाराणसी के बाहर का बताकर उनके चुनाव लड़ने का विरोध कर रहे हैं। साथ ही जनता को बरगला रहे हैं कि वह बाहर के हैं और चुनाव जीतने के बाद यहां नहीं आएंगे। लेकिन इसे कांग्रेसियों का अल्पज्ञान ही कहा जाएगा कि भारत का निवासी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है और देश का व्यक्ति बाहर का कैसे हो सकता है? क्या कांग्रेसी नेता देश को भाषा और प्रान्त के नाम पर तोड़ने की साजिश रच रहे हैं? क्या सोनिया गांधी इस देश की हैं? सोनिया गांधी जहां से चुनाव लड़ती हैं क्या वहीं उन्होंने जन्म लिया है? जो मोदी को बाहर का बताकर उनसे इस प्रकार के प्रश्न पूछते हैं क्या उनके पास इन प्रश्नों का जबाव है?
-कुन्ती रानी
नया टोला, कटिहार (बिहार)
राहुल के झूठ बोल
आखिर झूठ-झूठ ही होता है। राहुल गांधी बाहें समेट-समेटकर देश की जनता को झूठी बातें गढ़कर नरेन्द्र मोदी के खिलाफ करने का भरसक प्रयास करते हैं। राहुल ही नहीं बल्कि पूरी कांग्रेस इस षड्यंत्र में उनकी बराबर की हिस्सेदार है। वे चाहते हैं कि किसी भी प्रकार मोदी को रोको, क्योंकि अगर यह व्यक्ति एक बार सत्ता में आ गया तो उनकी दुकानें सदा के लिए बंद हो जाएंगी। जैसे गुजरात में बंद हुई हैं।
-बादा ठाकुर
संगम नगर, इंदौर(म.प्र.)
बढ़ता इस्लामी आतंक
आज पूरी दुनिया में इस्लामी आतंक बढ़ता जा रहा है। गौर करने वाली बात है कि इस्लामी आतंक का पहला निशाना हिन्दू ही होते हैं। पाकिस्तान व बंगलादेश इसके उदाहरण हैं, जहां हिन्दुओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। क्या दुनियाभर की खबर रखने वाला मीडिया और तमाम मानवाधिकार संगठनों को यह सब कुछ दिखाई नहीं देता? क्या हिन्दुओं के दुख और पीड़ा से इन्हें कोई मतलब नहीं है? अपने को सभी मत-पंथ का हितैषी बताने वाले संगठनों का यही असली चेहरा है ?
-अभिषेक जैन
उदयपुर(राज.)
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