नक्सलियों से दहल उठा झारखंड
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गणतंत्र दिवस के मौके पर जहां राजधानी दिल्ली में देश की शीर्ष सेनाएं और अर्द्धसैनिक बल राजपथ पर झांकी के माध्यम से अपने शौर्य का प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं ठीक इसके अगले दिन नक्सलियों ने झारखंड में 22 बम धमाके कर हड़कंप मचा दिया।
झारखंड के गिरिडीह के पीरटांड़ थाना क्षेत्र से 25 जनवरी को अगवा किए गए चार सरकारी कर्मचारियों की रिहाई के लिए 27 जनवरी को चलाए जा रहे तलाशी अभियान के दौरान नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर हमला बोल दिया। नक्सलियों ने पुलिस के रास्ते में जमीन के नीचे 22 बम लगाए थे। ताबड़तोड़ फटे इन बमों का शिकार होने से बादल राय नामक सीआरपीएफ का जवान शहीद हो गया, जबकि 15 जवान जख्मी हो गए। गंभीर रूप से जख्मी आठ जवानों को हेलीकॉप्टर से उपचार के लिए रांची स्थित अपोलो अस्पताल भेजा गया। घायलों में जवान संतोष डे की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। यह विस्फोट उस समय हुआ कि जब अभियान के दौरान पुलिस, जगुआर और सीआरपीएफ के सवा सौ जवान निमियाघाट थाना क्षेत्र के मधुपुर से जंगलों के रास्ते पैदल पीरटांड़ जा रहे थे। विस्फोट के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने जब तक मोर्चा संभाला तो वहां कोई नक्सली मौजूद नहीं था। महानिरीक्षक मुरारी लाल मीणा के अनुसार नक्सलियों ने दूर बैठकर सुनियोजित तरीके से तार के सहारे बम विस्फोट किया। पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस और सीआरपीएफ की वहां गश्त जारी है।
छोड़ दिया कर्मचारियों को
विस्फोट के एक घंटे बाद नक्सलियों ने चारों अगवा कर्मचारियों को मुक्त कर दिया। उनसे यह भी कहा कि ह्यहमारा काम हो गया, तुम लोग जाओह्ण। इन सभी की आंखों पर पट्टी बांधी गई थी और उन्हें ढोलकट्टा प्राथमिक विद्यालय के निकट छोड़ दिया गया। यहां पर माओवादी समर्थक विजय यादव को पुलिस ने दबोच लिया। वह कुछ कांग्रेसी नेताओं को मार भगाने संबंधी पोस्टर चस्पा कर रहा था।
राहुल पर अरबों की संपत्ति
हरियाणा और दिल्ली में दफ्तर और दुकानें
युवाओं के जोश को पलीता लगाते दिल्ली में लगे होर्डिंगों वाले राहुल पर अकूत संपत्ति है। पता चला कि कांग्रेसी सरकारों ने उन्हें औने-पौने दामों पर खूब जमीन जायदाद बांटी है। हाल ही में एक अंग्रेजी दैनिक समाचार पत्र ने उनकी संपत्ति की खरीददारी के बारे में विस्तार से लिखा है। यही नहीं, बहन प्रियंका गांधी को उपहार में दी गई बहुमूल्य संपत्ति को लेकर भी राहुल गांधी चर्चा में बने हुए हैं कि आखिर वे युवाओं को क्या नसीहत देना चाहते हैं?
राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी को एक प्लॉट उपहार में दिया है, जो कि उनके पति राबर्ट वाड्रा की भूमि के साथ ही है। उन्होंने हरियाणा स्थित पलवल जिले के हसनपुर गांव में 26.47 लाख रुपये में 3 मार्च, 2008 को छह एकड़ भूमि खरीदी थी। उसी दिन उनके जीजा राबर्ट वाड्रा ने भी हसनुपर गांव में नौ एकड़ कृषि योग्य भूमि 36.90 लाख रुपये में खरीदी थी। यह प्लॉट वर्ष 26 जुलाई, 2012 में प्रियंका को भेंट दिया गया था। उसी दौरान वाड्रा भी हरियाणा में भूमि खरीदने पर रियल इस्टेट से जुड़ी डीएलएफ कंपनी के साथ हुए करार में विवादों में घिरे थे। उसके ठीक तीन माह बाद ही हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने वाड्रा द्वारा खरीदी गई भूमि के कई प्लॉट का ह्यम्यूटेशनह्ण रद्द कर दिया था। हरियाणा सरकार ने इसे निजी करार बताया था। हसनपुर गांव निवासी महेश सिंह नागर ने दो अलग-अलग ह्यपावर अटॉर्नीह्ण राहुल और वाड्रा के नाम की थीं। लोकसभा सचिवालय में 12 अगस्त, 2012 को दिए ब्योरे में राहुल गांधी ने कहा था कि उन्होंने ह्यगिफ्ट डीडह्ण के माध्यम से बहन प्रियंका को अपना प्लॉट दिया है। इसके बाद वर्ष 2013 में उन्होंने ब्योरा दिया था कि गुड़गांव के सिग्नेचर टावर में अक्तूबर, 2010 में उन्होंने 1.44 करोड़ और 5.36 करोड़ की दो संपत्तियां पंजीकृत कराई थीं। दो किश्तों में उन्होंने 6.89 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। इसमें उन्होंने संपत्ति के क्षेत्रफल के बारे में जानकारी नहीं दी थी। राहुल गांधी ने दिल्ली के साकेत इलाके में स्थित मेट्रोपोलिटन मॉल में भी वर्ष 2006 में 5.28 करोड़ रुपये की दो दुकानें खरीदी थीं। राहुल उन 20 सांसदों में से एक हैं जिन्होंने 15वीं लोकसभा के लिए अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है। खास बात यह है कि ये सभी संपत्तियां कांग्रेस शासित सरकारों के कार्यकाल में ही खरीदी गई हैं।
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