भारत दिखाता है सार्थक जीवन-पथ
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13 जनवरी को देहरादून में विश्व संवाद केन्द्र द्वारा प्रकाशित जागरण
पत्र ह्यराष्ट्रदेवह्ण के विशेषांक ह्यदेवभूमि में विवेकानन्दह्ण का लोकार्पण हुआ। इस समारोह के मुख्य अतिथि थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल। समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी की 150 वीं जयंती का जो समारोह विगत एक वर्ष से चल रहा था आज उसका समापन दिवस है। भले ही समारोह का समापन हो गया है लेकिन स्वामी जीे के विचारों की जो ज्वाला है वह अनन्तकाल तक जलती रहेगी। उनका भारत को पुन: विश्व गुरु का स्थान प्राप्त कराने का जो स्वप्न है उसे पूरा करने का गुरुतर दायित्व भारत के युवाओं पर है।
उन्होंने कहा कि स्वामी जी भारत के ऐसे युवा संन्यासी थे जिन्होंने विश्व मंच पर पूरी प्रखरता के साथ हिन्दुत्व और उसकी मान्यताओं को स्थापित किया। स्वामी जी ने अपने जीवनकाल में विश्वभम्रण किया और सतत अध्ययन के बाद उन्होंने दुनिया को बताया कि जीवन जीने का जो सार्थक मार्ग है वह भारत में है। कार्यक्रम के अध्यक्ष हिन्दुस्तान दैनिक के स्थानीय संपादक श्री गिरीश गुरुरानी ने कहा कि भारत के युवाओं को स्वामी जी के जीवन चरित्र का गंभीरता से अध्ययन करना चाहिए। स्वामी जी की जीवनी में प्रत्येक युवा के उज्ज्वल भविष्य का रास्ता दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व स्वामी विवेकानन्द के विचारों से अभिप्रेरणा प्राप्त कर रहा है। स्वामी जी के ओजस्वी विचारों की आज दुनिया को बहुत आवश्यकता है। कार्यक्रम में उपस्थित विश्व संवाद केन्द्र के सचिव श्री घनश्याम ने विश्व संवाद केन्द्र का परिचय दिया। अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र मित्तल ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। ल्ल प्रतिनिधि
्रगत 10 जनवरी को रायगंज (पश्चिम बंगाल) में हिन्दू सम्मेलन आयोजित हुआ। स्वामी विवेकानंद सार्द्धशती के अवसर पर आयोजित इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। शुरू में एक जुलूस निकला जिसमें लोग नारे लगा रहे थे ह्यभारत जागो, विश्व जगाओह्ण, ह्यभारत माता की जयह्ण। बाद में सम्मेलन का उद्घाटन एक वरिष्ठ किसान श्री अनन्त मंडल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। रा.स्व.संघ, दिनाजपुर विभाग के सह प्रचारक श्री धनेश्वर मण्डल ने विवेकानन्द सार्द्धशती के बारे में जानकारी दी। सम्मेलन को संघ के उत्तर बंग प्रांत प्रचार प्रमुख श्री बासुदेब पाल ने भी सम्बोधित किया।
हिन्दू उत्पीड़न के विरुद्घ प्रदर्शन
बंगलादेश में चरम पर हिन्दू दमन
11 जनवरी को नई दिल्ली में बंगलादेश व पाकिस्तान में बार-बार हो रहे हिन्दुओं के उत्पीड़न के विरुद्घ विश्व हिन्दू परिषद्, दिल्ली द्वारा प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला फूंका गया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री अशोक कपूर ने कहा कि बंगलादेश व पाकिस्तान में यूं तो अनेक वषोंर् से हिन्दू उत्पीड़न की घटनाएं होती रही हैं किन्तु पिछले कुछ वषोंर् में इनमें बेतहाशा वृद्घि हुई है। बंगलादेश यात्रा से प्रधानमंत्री के लौटने पर उम्मीद की जा रही थी कि वहां रह रहे हिन्दुओं पर हमले तथा मन्दिरों इत्यादि को तोड़े जाने की घटनाओं पर अंकुश लगेगा किन्तु ये घटनाएं घटने के स्थान पर बढ़ी हैं जो बेहद चिंतनीय है। उन्होंने मांग की कि भारत सरकार इस मामले को बंगलादेश व पाकिस्तान के साथ राजनयिक स्तर पर उठा कर हिन्दुओं के जान माल की रक्षार्थ आगे आए। दिल्ली के बी ब्लाक जहांगीर पुरी स्थित स्टेट बैंक चौक पर प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए विहिप के जिला मंत्री श्री राम निवास अत्री व बजरंग दल संयोजक श्री जसवीर सिंह चौहान ने कहा कि पाकिस्तान से जान बचा कर भारत लौटे हिन्दुओं की दयनीय हालत पर अनेक बार देश व दिल्ली की सरकारों से गुहार लगाई जा चुकी है किन्तु किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगती है और वे दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। जबकि माननीय उच्च न्यायालय ने भी उन सभी को नागरिक सुविधाएं देने के निर्देश दिए थे।
पाकिस्तानी हिन्दुओं की सहायता
विहिप की मांग-
पाकिस्तान से आए हिन्दुओं की चिंता करे सरकार
विहिप, दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद के नेतृत्व में गए एक प्रतिनिधिमण्डल ने पाकिस्तान से आए हिन्दुओं को दक्षिण पश्चिम दिल्ली स्थित बिजवासन में घर गृहस्थी का जरूरी सामान, गरम कपड़े तथा राशन का सामान दिया। उनके साथ भारत विकास परिषद, लाल साँई मन्दिर, जनक पुरी के पदाधिकारियों के अलावा प्रसिद्घ समाजसेवी श्री ईश चड्ढा, श्री राम धन, सुमित व विहिप दिल्ली के संरक्षक चौधरी राम किशन सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। पाकिस्तान से आए इन हिन्दू परिवारों को खाना पकाने हेतु सत्ताईस सैट गैस के चूल्हे, सिलेण्डर इत्यादि, इतने ही सैट बर्तनों के, जो एक परिवार की आवश्यकता होती है, भयंकर शीत से बचाने हेतु गरम कपड़े तथा राशन का सामान दिया गया। सभी ने एक स्वर से मांग की कि दिल्ली सरकार इन सभी पीडि़त लोगों को अविलम्ब नागरिक सुविधाएं प्रदान करे।
मंदसौर में मनाई गई स्वामी विवेकानन्द जयन्ती
12 जनवरी को मध्य प्रदेश के मंदसौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक भव्य कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। बड़े स्तर पर कार्यक्रम की तैयारी की गई थी। मंदसौर नगर के प्रमुख चौराहों एवं मार्गों पर महापुरुषों के आकर्षक चित्र लगाकर मार्गों एवं चौराहों को सजाया गया था। उत्कृष्ट विद्यालय के मैदान पर बने विवेकानन्द परिसर में जिले भर के 154 स्थानों से आए 1454 चयनित स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में नित्य शाखा पर किए जाने वाले कार्यक्रम, दण्ड, दण्ड युद्घ, समता, योग, सूर्य नमस्कार, नियुद्घ घोष आदि का
प्रदर्शन अलग-अलग गणों में किया।
कार्यक्रम में पूर्व मेवाड़ गौरव महाराणा प्रताप से सम्बन्धित प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसका उद्घाटन मंदसौर जिला संघचालक श्री गुणचरण बग्गा द्वारा किया गया। श्री बग्गा ने बताया कि राजस्थान में अनेक योद्धाओं ने जन्म लिया। उन्हीं में से एक महाराणा प्रताप हैं जिनका नाम युगों-युगों तक सम्मानपूर्वक पुकारा जाएगा। उनकी वीरता को भुलाया नहीं जा सकता है। मुख्य अतिथि श्री विपिन जैन ने कहा कि संघ के बारे में सुना था लेकिन दलौदा शिविर में मुझे संघ के बौद्धिक से मुझे बहुत प्रेरणा मिली। मैं बहुत छोटा व्यक्ति हूं इतने बड़े कार्यक्रम में मुझे अतिथि बनाया गया इसलिए लिए धन्यवाद।
मुख्य वक्ता श्री रामदत्त ने कहा कि आज का दिन गौरवपूर्ण होकर उल्लेखनीय है। 150 वर्ष पूर्व आज ही के दिन विवेकानन्द जी इस धरती पर आए थे। उनके जन्मदिन को सारा भारत युवा दिवस के रूप में मनाता है। उन्होंने कहा कि संघ के काम के स्वरूप को हमने देखा है तथा उसे थोड़ा-थोड़ा प्रस्तुत भी किया है। इन्हीं छोटे-छोटे कामों से युवाओं को संस्कृति सिखाई जाती है। जिस प्रकार महाभारत काल में द्रौपदी का आंचल कौरवों द्वारा खिंचा जा रहा था उसी प्रकार आज भारत मां का आंचल पाकिस्तान और बंगलादेश द्वारा खिंचा जा रहा है। भारत को सशक्त रूप से खड़ा करना है तो युवाआंे को आगे आना होगा, ऐसा विवेकानन्द जी भी कहा करते थे। उन्होंने कहा कि स्वामी जी के सपनों का भारत बनाने में संघ लगा हुआ है। संघ की शाखाएं कश्मीर के लद्दाख से लेकर गुजरात के कच्छ तक फैली हुई हैं। उन्होंने कहा कि अनेक चुनौतियों से देश जूझ रहा है। फिर भी हमारे वैज्ञानिक नई-नई खोज करके इस देश को सर्वोच्च बनाने में लगे हैं। कार्यक्रम की भूमिका जिला कार्यवाह श्री रामेश्वर धाकड़ द्वारा रखी गई। सभी का आभार रवि वर्मा ने प्रकट किया।
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