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गत दिनों समन्वित राष्ट्रीय सुरक्षा मंच (फिन्स) ने देश की सीमा सुरक्षा संबंधी विषयांे व समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपा। इसमंे राष्ट्रपति से मांग की गई है कि देश के सीमावर्ती स्थानों की समस्याओं का शीघ्र निदान किया जाए। उल्लेखनीय है कि देश के सीमावर्ती स्थानों में अवैध घुसपैठ,शस्त्र तस्करी तथा नशीले पदार्थ की तस्करी काफी जोरों पर है। नेपाल तथा बंगलादेश से मानव तस्करी एक बहुत बड़ी समस्या है। भारत से बंगलादेश में पशुओं, विशेश रूप से गोवंश की तस्करी धड़ल्ले से चल रही है। वहीं चीन के द्वारा लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में बराबर घुसपैठ की जा रही है। देश के लिए सबसे चिंताजनक बात पाकिस्तान तथा नेपाल की सीमा से घुसपैठ है। इन सीमाओं से आतंकवादी और असामाजिक तत्व भारत मे घुस आते हैं और आतंकवादी घटनाएं करके वापस भाग जाते हैं। पाकिस्तान की सीमा से आए दिन होती गोलाबारी की घटना भी काफी चिंता का विषय है। इससे सीमावर्ती क्षेत्र के लोग हताहत हो जाते हैं, लेकिन इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी सरकार के द्वारा उन लोगों को न तो कोई मुआवजा मिलता है और न ही कोई अन्य सुविधा। मंच ने ज्ञापन में कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क,बिजली,पानी व संचार की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है।
जानें क्या है फिन्स
समन्वित राष्ट्रीय सुरक्षा मंच (फिन्स) एक गैर राजनीतिक और गैर साम्प्रदायिक संगठन है। इस संगठन में सेवानिवृत सुरक्षा अधिकारी (सेना इत्यादि से), प्रशासनिक अधिकारी, कूटनीतिज्ञ,पत्रकार,न्यायाधीश सम्मिलित हैं। संगठन का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी विषयों का अघ्ययन करना,प्रशासन को सतर्क करना तथा साथ ही इस संबंध में जनता को जाग्रत करते हुये सरकार का सहयोग करना है।
वैसे इस संगठन की रूपरेखा 2003 में ही बननी प्रारम्भ हो गईर थी लेकिन अन्ततोगत्वा मुम्बई में सन् 2005 में समन्वित राष्ट्रीय सुरक्षा मंच (फिन्स) का निर्माण अखिल भारतीय संस्था के रूप में हुआ। इस संगठन की अनेक उपलब्धियां हैं। संगठन के द्वारा सन् 2012 में एक अनूठा कार्यक्रम किया गया जिसका नाम था 'सरहद को प्रणाम'। प्रतिनिधि
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