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स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गत 18 फरवरी को देशभर में 3 करोड़ युवाओं का सामूहिक सूर्य नमस्कार का प्रदर्शन दुनिया के लिए कोतुहल का विषय बन गया। अनेक आसनों के संयुक्त रूप सूर्य नमस्कार से शरीर की अनेक समस्याएं दूर होती हैं। अमरीकी जर्नल ʅबॉडीवर्क एंड मूवमेंट थैरेपीʆ में भी सूर्य नमस्कार के लाभ गिनाए गए हैं। सूर्य नमस्कार के लाभों से भारतीय तो परिचित हैं ही, लेकिन अमरीकी जर्नल में इसके लाभ प्रकाशित होने से पूरी दुनिया की नजरें इस आयोजन पर थीं, इस तरह यह विश्व कीर्तिमान बन गया। द पाञ्चजन्य ब्यूरो
बालकों को स्वस्थ दिमाग के साथ–साथ स्वस्थ शरीर की भी उतनी ही आवश्यकता है। अच्छा विद्यार्थी वह नहीं है जो चुपचाप स्कूल आता–जाता है, अपितु अच्छा विद्यार्थी वह है जो स्कूल जाते समय किसी असहाय की मदद भी करता है।
–राममाधव, अ.भा. सह सम्पर्क प्रमुख, रा.स्व.संघ
हमारा लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। लक्ष्य स्पष्ट है तो हम कुछ भी कर सकते हैं। स्वामी विवेकानंद में ऐसी दृढ़ता थी जो व्यक्ति को ऊंचे से ऊंचे स्थान पर ले जाती है।
–नरेन्द्र कोहली, प्रसिद्ध साहित्यकार
भारत में पुन: विश्वगुरु बनने की क्षमता है। 11 सितंबर, 1893 को शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने अपने भाषण से विश्व को भारत की प्रतिभा से चकित कर दिया था। वे युवाओं के सच्चे आदर्श हैं।
–डा. विजय भाटकर, सुपर कम्प्यूटर के सर्जक
'ँ़ मित्राय नम:, ँ़ रवये नम:, ँ़ सूर्याय नम:….' भगवान सूर्य की उपासना के मंत्रों की गूंज गत 18 फरवरी को देशभर में सुनाई दी। इन मंत्रों के साथ देश के करोड़ों युवाओं ने सूर्य नमस्कार किए। दरअसल स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में देश में सूर्य नमस्कार महायज्ञ का आयोजन हुआ। इसी आयोजन के अंतर्गत युवाओं ने सूर्य नमस्कार किए। जानकारी के अनुसार करीब करोड 3 करोड़ युवाओं ने इस महायज्ञ में भाग लिया। प्रांत-जिला स्तर पर सूर्य नमस्कार के बड़े कार्यक्रम होने के साथ-साथ विद्यालयों तथा स्थानीय स्तर पर भी इस प्रकार के आयोजन हुए।
राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में सूर्य नमस्कार महायज्ञ का भव्य कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में दिल्ली के 143 विद्यालयों के 11,398 छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम में छात्रों के अलावा विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक, छात्रों के अभिभावक एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन स्वामी विवेकानंद सार्द्ध शती समारोह समिति, दिल्ली के तत्वावधान में हुआ।
रामलीला मैदान में सभी छात्रों ने सामूहिक रूप से मंत्र सहित 13 सूर्य नमस्कार किए। मौसम खराब होने के बावजूद छात्रों ने सूर्य नमस्कार महायज्ञ में भाग लेकर उत्साह का परिचय दिया। बच्चों द्वारा किए जा रहे सूर्य नमस्कार की सामूहिकता एवं मंत्रों की गूंज ने समारोह में उपस्थित पुलिसकर्मियों एवं मैदान में घूम रहे लोगों में कार्यक्रम को देखने की उत्सुकता पैदा कर दी।
कार्यक्रम में सामूहिक सूर्य नमस्कार के अलावा और भी अनेक रोचक कार्यक्रम सम्पन्न हुए। विद्या भारती से संबद्ध विद्यालयों के बच्चों ने योगासन का अद्भुत प्रदर्शन किया। बच्चों ने करीब 7-8 प्रकार के योगासन सुंदर ढंग से प्रस्तुत किए। वनवासी कल्याण आश्रम छात्रावास के छात्रों ने दो प्रकार के सुंदर पिरामिड बनाकर दिखाए। कुछ युवाओं ने संगीत के साथ शारीरिक शौष्ठव (बॉडी बिल्डिंग) का मनोहारी प्रदर्शन किया। इसके अलावा रा.स्व.संघ के स्वयंसेवकों द्वारा घोष प्रदर्शन एवं विद्यालयों के बच्चों द्वारा स्वामी विवेकानंद को समर्पित दो गीतों का गान भी हुआ। मंचीय कार्यक्रमों को उपस्थित लोगों ने ह्दय से सराहा।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध साहित्यकार श्री नरेन्द्र कोहली थे, जबकि मुख्य अतिथि थे प्रसिद्ध पहलवान श्री सतपाल। मंच पर स्वामी विवेकानंद सार्द्ध शती समारोह समिति, दिल्ली के अध्यक्ष श्री राधेश्याम गुप्ता, रा.स्व.संघ के प्रांत संघचालक श्री कुलभूषण आहूजा भी आसीन थे। कार्यक्रम का संचालन समिति के प्रांत सचिव श्री मुकेश कुमार ने किया।
इस अवसर पर रा.स्व.संघ के अ.भा. कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री मधुभाई कुलकर्णी, हिन्दू जागरण मंच के अ.भा. सह संयोजक श्री अशोक प्रभाकर, भारतीय जनता पार्टी के संगठन मंत्री श्री रामलाल, रा.स्व.संघ, दिल्ली के प्रांत कार्यवाह श्री विजय कुमार, प्रांत प्रचारक श्री अनिल कांत विशेष रूप से उपस्थित थे।
अन्य राज्य
जोधपुर (राजस्थान) के न्यू पोलो ग्राउंड में सूर्य नमस्कार महायज्ञ सम्पन्न हुआ। इसमें 148 विद्यालयों एवं 2 महाविद्यालयों के कुल 23,466 छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में रा.स्व.संघ के अ.भा. सह-सम्पर्क प्रमुख श्री राममाधव उपस्थित थे। यहां श्री हनुमान सिंह द्वारा लिखित 'राजस्थान में विवेकानन्द' नामक पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ। राजस्थान के कोटा में आयोजित कार्यक्रम को सुपर कम्प्यूटर के सर्जक डा. विजय भाटकर ने संबोधित किया। ऐसा ही एक कार्यक्रम पाली में भी सम्पन्न हुआ।
जालंधर (पंजाब) के गुरू गोविंद सिंह स्टेडियम में बड़ी संख्या में युवाओं ने सूर्य नमस्कार किए। यहां रा.स्व.संघ के उत्तर क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक श्री रामेश्वर ने संबोधित किया।
बिहार के सभी 38 जिलों में सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम सम्पन्न हुए। सभी कार्यक्रमों में लगभग दो लाख विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। पटना में सात हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने सूर्य नमस्कार किए।
हरियाणा के फरीदाबाद में कुल 450 स्थानों पर सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें करीब 25 हजार छात्र-छात्राओं एवं युवाओं ने भाग लिया। पूरे हरियाणा में करीब 1 हजार स्थानों पर कार्यक्रम हुए।
मुम्बई (महाराष्ट्र) में कुल 3000 छात्र-छात्राओं ने सूर्य नमस्कार किए। अमदाबाद (गुजरात) में भी बड़ी संख्या में युवाओं ने सूर्य नमस्कार महायज्ञ में आहुति दी। हैदराबाद (आं.प्र.) में 171 स्थानों पर हुए कार्यक्रम में 2 लाख से अधिक युवाओं ने भाग लिया। चित्रकूट में दीनदयाल शोध संस्थान के प्रकल्पों में आयोजित कार्यक्रम में हजारों युवाओं ने भाग लिया। कुल मिलाकर देश के कोने-कोने में युवाओं ने सूर्य नमस्कार के इस महायज्ञ में भाग लेकर एक कीर्तिमान बना दिया।
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