याद किए गए भवानी प्रसाद मिश्र
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

याद किए गए भवानी प्रसाद मिश्र

by
Sep 22, 2012, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जैव संपदा का संरक्षण करें

दिंनाक: 22 Sep 2012 13:17:49

विविध

कोलकाता में श्री बड़ाबाजार पुस्तकालय के तत्वावधान में 'हिन्दी दिवस समारोह'

गत 16 सितंबर को कोलकाता में श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के तत्वावधान में हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। प्रसिद्ध कवि भवानी प्रसाद मिश्र की जन्मशती पर केन्द्रित आयोजन में उनके गीतों की संगीतात्मक प्रस्तुति सुपरिचित गायक श्री ओम प्रकाश मिश्र ने की। उनकी सुप्रसिद्ध कविता 'गीत-फरोश' की आवृति श्री राजेन्द्र कानूनगो ने की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा. कुश चतुर्वेदी ने कहा कि कवि समाज का प्रहरी होता है। इस दायित्व को भवानी भाई ने पूरी ईमानदारी से निभाया। उन्होंने लोक मंगल की भावना के साथ शब्द की आराधना की। उन्होंने कहा कि भवानी भाई की कविता नूतनता और परम्परा का सेतु है। वे कविता को दुरूह बनाने के पक्षधर नहीं थे। वे बतकही के कवि थे।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री प्रदीप कुमार ने अपने वक्तव्य में न्यायालयों में हिन्दी की स्थिति तथा भावी संभावनाओं पर तथ्यपूर्ण प्रकाश डाला। उन्होंने प्रादेशिक भाषाओं को सम्मान प्रदान करने पर भी बल दिया। इस अवसर पर 'इटावा हिन्दी सेवा निधि' की ओर से 2011 का 'आचार्य विष्णुकांत शास्त्री स्मृति विशिष्ट हिन्दी सेवा सम्मान' महानगर की प्रमुख हिन्दी सेवी डा. तारा दूगड़ को दिया गया। पुस्तकालय के अध्यक्ष डा. प्रेमशंकर त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए हिन्दी की महत्ता पर प्रकाश डाला। समारोह अध्यक्ष श्री जुगल किशोर जैथलिया ने कहा कि हिन्दी हमारे स्वाभिमान की भाषा है। इसका प्रयोग हमें अपनी दैनिक जरूरतों में करना चाहिए। समारोह का संचालन पुस्तकालय की साहित्य मंत्री श्रीमती दुर्गा व्यास ने किया। इस अवसर पर रंगकर्मी श्री विमल लाठ, श्रीमती रवि प्रभा वर्मन, श्रीमती शारदा फतेहपुरिया, डा. अरुण प्रकाश आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। 

उदयपुर में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा संगोष्ठी

जैव संपदा का संरक्षण करें

–डा. भगवती प्रसाद शर्मा, अ.भा. सह संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच

स्वदेशी जागरण मंच, उदयपुर के तत्वावधान में गत दिनों उदयपुर में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता स्वदेशी जागरण मंच के अ.भा. सह संयोजक डा. भगवती प्रसाद शर्मा थे

संगोष्ठी में उपस्थित गण्यमान्य लोगों से भारतीय संस्कृति के आध्यात्मिक-सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के साथ-साथ जैव संपदा के संरक्षण का आह्वान करते हुए डा. भगवती प्रसाद शर्मा ने कहा कि हम अपनी ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक धरोहर के प्रति गौरवान्वित महसूस तो करते ही हैं। साथ ही हमें जैविक संपदा पर भी गर्व करना चाहिए। क्योंकि जैव विविधता की दृष्टि से भारत एशिया में चौथे और विश्व में 10वें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि भारत चावल, गन्ना, जूट, आम, नीबू, केला, बाजरा एवं सैकड़ों आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उत्पत्ति स्थल है। 30 से 50 हजार प्रकार की प्रजातियां चावल, मटर, आम, हल्दी व अदरक की हैं। 33 प्रतिशत वानस्पतिक प्रजातियां तो भारत के बाहर मिलती ही नहीं हैं। डा. शर्मा ने कहा कि हमारी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति तो पूरी तरह वनस्पतियों में पाये जाने वाले रसायनों पर ही आधारित है। अनेक पश्चिमी देश हमारे यहां की प्रजातियों को अनैतिक तरीकों से अपनी प्रयोगशालाओं में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। हल्दी, नीम तथा बासमती चावल जैसी हमारी प्रजातियों को पेटेंट कराने का प्रयत्न अमरीका व अन्य देश लगातार कर रहे हैं। हमारे पूर्वजों ने इन प्रजातियों की उपयोगिता एवं विभिन्नताओं का विस्तृत अध्ययन कर इनके महत्व को जाना तथा जन सामान्य को प्रकृति के नियमानुसार जीने का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमारे त्योहारों, पूजा-विधानों, यज्ञ-हवन, व्रत-उपवासों में वनस्पतियों का अत्यधिक महत्व है। हम इन प्रजातियों का उपयोग विभिन्न रूपों में करते तो आए हैं। लेकिन इनके बारे में हमने आज की आवश्यकता के अनुरूप सही तथा वैज्ञानिक दृष्टि से जानकारी संग्रहित नहीं की है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. ओंकार सिंह राठौड़ ने कहा कि हम विदेशी संस्कृति के अवगुणों को ग्रहण कर हमारी पुरातन पहचान को भुला रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन महानगर संयोजक श्री पुरुषोत्तम शर्मा ने

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies