रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी का अमरीका प्रवास
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रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी का अमरीका प्रवास
–भैयाजी जोशी, सरकार्यवाह, रा.स्व.संघ
'भारत के बाहर रहने वाले हिन्दुओं को अपनी पहचान और मूल्यों को सुरक्षित रखना चाहिए। हिन्दुओं के पास वैश्विक संदेश और उद्देश्य है। इसलिए हिन्दुओं को संगठित और शक्तिशाली बनना चाहिए। केवल अपने लिए नहीं, अपितु विश्व के कल्याण के लिए'। उक्त उद्गार रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेशराव उपाख्य भैयाजी जोशी ने विगत दिनों अमरीका में हिन्दू स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। भैयाजी जोशी अमरीका में दो सप्ताह के प्रवास पर पहुंचे थे। भैयाजी ने ह्यूस्टन, शिकागो, सैन फ्रैन्सिसको, लॉस एंजलिस, वाशिंगटन डीसी और न्यूयार्क का भी प्रवास किया। प्रवास के दौरान भैयाजी मध्य-पश्चिम क्षेत्र के संघ शिक्षा वर्ग में भी पहुंचे। यहां उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन किया।
भैयाजी जोशी के सम्मान में ह्यूस्टन के हिन्दू समुदाय के प्रमुख नेताओं ने रात्रिभोज का आयोजन किया। यहां भैयाजी ने सभी के समक्ष संघ की 8 दशक से ज्यादा की यात्रा का विस्तार से वर्णन किया। अनेक उदाहरणों के माध्यम से उन्होंने बताया कि भारत में संघ के स्वयंसवेक राष्ट्रहित में नि:स्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं और समाज में समरसता निर्माण में लगे हुए हैं। स्वयंसेवकों द्वारा जातिवाद को समाप्त करने के लिए किए जा रहे व्यक्तिगत और संयुक्त प्रयासों के अनेक उदाहरण भी भैयाजी ने हिन्दू नेताओं के समक्ष रखे। भैयाजी ने कहा कि संघ विभिन्न चुनौतियों के बीच लोगों में राष्ट्रभाव की भावना जागृत कर रहा है। साथ ही संघ ने भारत में कश्मीर, उत्तर-पूर्व समस्या, मतांतरण आदि विषयों को राष्ट्रीय मंच पर उठाया है। उद्बोधन के बाद भैयाजी ने हिन्दू नेताओं द्वारा पूछे गए अनेक प्रश्नों के जवाब दिए। हिन्दू नेताओं ने भैयाजी से असम हिंसा, भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन में संघ की राय आदि विषयों से संबंधित अनेक प्रश्न पूछे। अंत में भैयाजी ने हिन्दू नेताओं को हिन्दू मूल्यों को सुरक्षित रखने के लिए बधाई दी। हिन्दू स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय सह संघचालक श्री रमेश भुटाडा ने भैयाजी जोशी का धन्यवाद किया।
भैयाजी जोशी का जहां भी प्रवास हुआ, वहां स्वयंसेवक और सेविका बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। शिकागो, सैन फ्रैन्सिसको, लॉस एंजिलस और न्यूजर्सी में संबोधित करते हुए भैयाजी ने कहा कि स्वयंसेवक होने के नाते हममें कुछ खूबियां होनी चाहिए। प्रथम और महत्वपूर्ण है नि:स्वार्थ भाव। हम समाज का कार्य नि:स्वार्थ भाव से करें। हमारा चरित्र श्रेष्ठ होना चाहिए, व्यक्ति और सामाजिक दोनों रूपों में। संघ कार्य के प्रति जिम्मेदारी का भाव हो। स्वयंसेवक को अच्छा हिन्दू होना चाहिए। स्वयंसेवक धर्म के लिए कार्य करने वाला, दूसरों के लिए जीने वाला और भौतिकता से दूर रहने वाला हो। हमें हिन्दू समाज को श्रेष्ठ बनाने के कार्य में सक्रिय रहना चाहिए।
सैन फ्रैन्सिसको में ग्रीन म्यूजियम से जुड़े पर्यावरणविद् श्री सैम बोवर और सर्विस स्पेस से जुड़े श्री पंचो रमोस भैयाजी जोशी से मिले। इस अवसर पर कुछ अन्य पर्यावरणविद् भी उपस्थित थे। यहां भैयाजी ने भारत में गो-ग्राम और प्रकृति की रक्षा के लिए आयोजित की गई। विश्व मंगल गो-ग्राम यात्रा के बारे में बताया। भैयाजी के विचारों को सुनकर सभी पर्यावरणविद् बहुत प्रभावित हुए।
वाशिंगटन डीसी में भैयाजी जोशी ने सेवा इंटरनेशनल के कार्यकर्ताओं के साथ डीसी सेन्ट्रल किचन (डी.सी.सी.के.) का भ्रमण किया। डीसी सेन्ट्रल किचन एक सामाजिक संस्था है जो रोजाना न केवल हजारों बेघर लोगों को भोजन उपलब्ध कराती है, बल्कि बड़ी संख्या में जरूरतमंद लोगों को रोजगारपरक प्रशिक्षण भी देती है। भैयाजी ने किचन का भ्रमण इसकी कायशैली को समझने के उद्देश्य से किया। किचन के कार्यकर्ताओं से भैयाजी ने इसके संचालन से संबंधित अनेक प्रश्न किए। साथ ही उन्होंने भारत में चलने वाले सेवा प्रकल्पों के अनुभव भी किचन के कार्यकर्ताओं से साझा किए। इस अवसर पर भैयाजी ने किचन के संचालकों को सेवा के कार्य के लिए बधाई देते हुए सेवा इंटरनेशनल के कार्यकर्ताओं को डीसी सेन्ट्रल किचन जैसे संगठनों के साथ कार्य करने के लिए कहा।
भैयाजी का मैरीलैंड के शांति आश्रम का भ्रमण बहुत यादगार रहा। आश्रम में रोजाना होने वाले अग्निहोत्र के कार्यक्रम को देखकर भैयाजी बहुत ही प्रसन्न हुए। यहां उन्होंने जल और योग चिकित्सा केन्द्रों का भी अवलोकन किया। आश्रम के कार्यकर्ता श्री व्यास देव ने भैयाजी को आश्रम का साहित्य उपहार स्वरूप दिया।
कुल मिलाकर भैयाजी का अमरीका का प्रवास हिन्दू स्वयंसेवक संघ के कार्य को मजबूती प्रदान करने की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी रहा। भैयाजी के अमरीका आने से स्वयंसेवक और सेविकाओं का उत्साहवर्धन भी हुआ। प्रतिनिधि
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