सीरिया में दखल न दे अमरीका
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रूसी विदेश मंत्री लवरोव ने चेताया
रूस ने पश्चिम देशों, खासकर अमरीका को दो टूक शब्दों में चेताया है कि सीरिया में विदेशी दखल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रूस के अनुसार, सीरिया समस्या का कूटनीतिक हल तलाशने की कोशिश की जानी चाहिए।
रूस के विदेश मंत्री सरगेई लवरोव का यह बयान अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा द्वारा 20 अगस्त को दिए उस वक्तव्य के बाद आया है जिसमें ओबामा ने कहा था कि अगर सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने विद्रोही लड़ाकों के खिलाफ रासायनिक हथियार इस्तेमाल किए तो फौजी दखल दी जाएगी। इस पर लवरोव ने कहा, कोई बाहरी दखल नहीं चाहिए। विदेशी पक्षों को तो बस बातचीत के रास्ते खोलने के हालात बनाने चाहिए। रूस ने इधर सीरिया संकट खत्म करने की कूटनीतिक कोशिशें बढ़ा दी हैं, जिसके तहत चीन के स्टेट काउंसलर दाई बिनग्गुओ और सीरिया के उपप्रधानमंत्री कादरी जमील को साथ-साथ मास्को बुलाकर बैठक की गई। बातचीत के बाद कहा गया कि रूस और चीन अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में लिखे कायदों का कड़ाई से पालन चाहते हैं। एक महीने में दो दफा मास्को पहुंचे सीरियाई उपप्रधानमंत्री से मिलकर लवरोव ने कहा कि सीरिया में राष्ट्रीय सामंजस्य के कुछ आसार अब भी मौजूद हैं, लेकिन सीरिया सरकार इस तरफ पर्याप्त कदम नहीं बढ़ा रही है। उधर जमील का कहना था कि सभी पक्षों को समझौता करना आना चाहिए। आलोक गोस्वामी
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