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प्राचीन भारतीय संस्कृति का साक्षात् प्रमाण है रामसेतु-इन्द्रेश कुमारसदस्य, अ.भा. कार्यकारी मण्डल, रा.स्व.संघगत 28 अगस्त को वाराणसी में रक्षाबंधन के अवसर पर दो कार्यक्रम आयोजित हुए। एक कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक के तत्वावधान में नगर निगम प्रेक्षागृह में तो दूसरा अ.भा. दृष्टिहीन कल्याण संघ की देखरेख में हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय में सम्पन्न हुआ। इन दोनों कार्यक्रमों के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अ.भा.कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार थे। नगर निगम प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि रामसेतु हमारी आस्था और विश्वास का केन्द्र है, इसे किसी भी कीमत पर टूटने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन उत्सव को हम “श्री रामेश्वरम् रामसेतु रक्षा दिवस” के रूप में मनाएं और पूरे देश में एक-दूसरे के हाथों में रक्षा सूत्र बांधकर श्रीराम सेतु की सुरक्षा का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि रामसेतु ने भारत भूमि की प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा की है। रामसेतु हिन्दुओं के लिए आस्था का अत्यन्त महत्वपूर्ण केन्द्र है, साथ ही भारत की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति का साक्षात् प्रभाव है।कार्यक्रम की अध्यक्षता महर्षि वेद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. आद्या प्रसाद मिश्र ने की। इस अवसर पर लखनऊ‚ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. देवेन्द्र प्रताप सिंह, विभाग संघचालक डा. रमेश कुमार, काशी के महापौर श्री कौशलेन्द्र सिंह, प्रान्त व्यवस्था प्रमुख श्री जयप्रकाश, प्रान्त प्रचारक श्री शिवनारायण आदि उपस्थित थे।हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि दृष्टिहीन होने से व्यक्ति की क्षमता में कमी नहीं आती। समाज में ऐसी अनेक विभूतियां हैं, जो दृष्टिहीन होने के बावजूद समाज जीवन में अपना स्थान बनाने में सफल हुए हैं। इसके उदाहरण हैं विकलांग विश्वविद्यालय की स्थापना करने वाले प्रसिद्ध रामकथावाचक स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज, संगीतज्ञ श्री रवीन्द्र जैन आदि। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा.अनिल तिवारी ने कहा कि भारत में लगभग 46 लाख दृष्टिहीन बंधु हैं। दृष्टिहीन कल्याण संघ भारत में 40 स्थानों पर आई बैंक, कार्निया संकलन केन्द्र एवं नेत्र जागरण के कार्यक्रमों का संचालन कर रहा है। समारोह के अध्यक्ष एवं हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय के प्रबंधक श्री गोवर्धन लाल झंवर ने कहा कि इस विद्यालय में दृष्टिहीनों की शिक्षा की आधुनिकतम व्यवस्था है। अ.भा. दृष्टिहीन कल्याण संघ के सहसंगठन मंत्री डा. कमलेश कुमार ने दृष्टिहीनों हेतु ब्रोलर देने की घोषणा की। इस अवसर पर वाराणसी के अनेक गण्यमान्य व्यक्ति और कल्याण संघ के अधिकारी उपस्थित थे। वि.सं.के., काशी19
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